जीवन में एक मौका’ संस्थान को संत पापा फ्राँसिस का अभिवादन जीवन में एक मौका’ संस्थान को संत पापा फ्राँसिस का अभिवादन 

‘जीवन में एक मौका’ संस्थान को संत पापा फ्राँसिस का अभिवादन

संत पापा फ्राँसिस ने 1945 में स्थापित संगठन ‘जीवन में एक मौका’ के समर्थकों से मुलाकात की, जो दुनिया भर में शिक्षा और प्रशिक्षण की पहल के माध्यम से वंचित युवाओं की सेवा के लिए समर्पित है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 9 दिसम्बर 2019 (रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने सोमवार 9 दिसम्बर को वाटिकन के लोकसभा परिषद भवन में "जीवन में एक मौका" के संस्थान के समर्थकों से मुलाकात की। संत पापा ने संस्थान के अध्यक्ष श्री चारेल्लो को परिचय भाषण के लिए धन्यवाद दिया।

संगठन का विकास

संत पापा ने संस्थान के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि मोनसिन्योर जॉन पैट्रिक कैरोल-एबिंग द्वारा शुरु किया गया यह संगठन वर्षों से विभिन्न प्रकार की शैक्षिक पहल का समर्थन करता आ रहा है, जिसने इटली, बोलीविया, कोलंबिया, ग्वाटेमाला और पेरू के हजारों लड़कों और लड़कियों को लाभान्वित किया है। ये पहल बच्चों और किशोरों को विशेष कठिनाइयों की स्थितियों में अपनी कठिनाइयों को दूर करने और उनमें से प्रत्येक के लिए पूरी तरह से ईश्वर की योजना को साकार करने का मौका प्रदान करती है।

‘लौदातो सी’ द्वारा प्रेरणा

संत पापा ने कहा कि संस्थापक की इच्छा थी कि इटली में राष्ट्रीय किशोर नगर को विकसित किया जाए, जहाँ स्व-शासन पर आधारित एक शैक्षिक पद्धति के अनुसार वंचित युवाओं को जीवन में आगे बढ़ने का मौका मिले। संत पापा ने समर्थकों की उदारता की सराहना करते हए कहा, “अपने मूल करिश्मे की रचनात्मक निष्ठा में, संगठन एक ऐसी दुनिया में अपने मिशन को अंजाम देने के लिए अधिक निर्णायक और प्रभावी होने का प्रयास कर रही है जो नई शैक्षिक चुनौतियों को प्रस्तुत करती है। मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि ये प्रयास मेरे द्वारा प्रत्येक व्यक्ति और हमारे आसपास के के विकास के उद्देश्य से एक अभिन्न विश्व पारिस्थितिकी पर लिखे गये प्रेरितिक उद्बोधन “लौदातो सी” में की गई सिफारिशों से प्रेरित हैं।”

संत पापा का प्रोत्साहन

संत पापा ने कहा कि नई पीढ़ी को मानव व्यक्ति पर केंद्रित एक सक्रिय और भागीदारीपूर्ण नागरिकता के अभ्यास में प्रशिक्षित करना और पर्यावरण की देखभाल करना आवश्यक है। इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए तकनीकी नवीकरण की भी आवश्यकता होती है। युवा लोग इसे प्राप्त करने में सक्षम होंगे, क्योंकि वे आज के तेजी से बढ़ते तकनीकी दुनिया में पैदा हुए हैं।

संत पापा यकीन करते हैं कि किशोर नगर की राष्ट्रीय संगठन, इस नई चुनौती का सामना करने में सक्षम होंगे। संत पापा ने अंत में उनकी संवेदनशीलता, उदारता और प्रतिबद्धता तथा अधिक से अधिक भ्रातृत्व की दुनिया बनाने के प्रयासों के लिए पुनः धन्यवाद दिया। संत पापा ने इस उनके काम को जारी रखने हेतु ईश्वर की आशीष की कामना की।

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09 December 2019, 15:47