न्याय, एकात्मता एवं मैत्री पर सन्त पापा फ्राँसिस ने दिया बल
जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी
बैंककॉक, गुरुवार, 21 नवम्बर 2019 (विविध, वाटिकन रेडियो): थायलैण्ड के बैंककॉक शहर से गुरुवार को सन्त पापा फ्राँसिस ने शांतिपूर्ण सहअस्तित्व के लिये न्याय, एकात्मता एवं मैत्री की आवश्यकता का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जन कल्याण के हित में सम्पादित कार्य महान कार्य होते है।
सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु सन्त पापा फ्राँसिस इस समय थायलैण्ड की अपनी तीन दिवसीय प्रेरितिक यात्रा पर हैं। 23 नवम्बर को वे थायलैण्ड से जापान के लिये प्रस्थान करेंगे। एशियाई देशों में अपनी सात दिवसीय प्रेरितिक यात्रा के प्रथम चरण में सन्त पापा बुधवार को थायलैण्ड की राजधानी बैंककॉक पधारे थे।
आधिकारिक स्वागत समारोह
राजधानी बैंककॉक के गवरमेन्ट हाऊस में गुरुवार को आधिकारिक स्वागत समारोह सम्पन्न हुआ, जहाँ सन्त पापा ने थायलैण्ड के प्रधान मंत्री जेनरल प्रायुथ चान-ओखा, उच्च प्रशासनाधिकारियों, धर्माधिकारियों एवं राष्ट्र में सेवारत कूटनीतिज्ञों से मुलाकात की। वाटिकन एवं थायलैण्ड की राष्ट्रीय धुनें बजाकर तथा सैन्य सलामी देकर सन्त पापा फ्राँसिस का राष्ट्र में हार्दिक स्वागत किया गया।
प्रधान मंत्री से वैयक्तिक बातचीत
गवरमेन्ट हाऊस में उपस्थित शिष्ट मण्डलों के परिचय के उपरान्त आयवरी रूम में सन्त पापा ने प्रधान मंत्री जेनरल प्रायुथ चान-ओखा के साथ वैयक्तिक मुलाकात की। गोपनीयता की परम्परा का पालन करते हुए प्रधान मंत्री एवं काथलिक कलीसिया के परमाध्यक्ष के बीच लगभग बीस मिनटों तक चली बातचीत का विवरण प्रकाशित नहीं किया गया है। बातचीत के उपरान्त सन्त पापा ने गवरमेन्ट हाऊस के स्वर्ण ग्रन्थ पर हस्ताक्षर किये तथा थायलैण्ड के लोगों के प्रति उनके स्नेह के लिये हार्दिक आभार व्यक्त किया। स्वर्ण ग्रन्थ पर उन्होंने लिखा, "मुझे मिले आतिथ्य के लिए कृतज्ञता व्यक्त करते हुए, मैं प्रार्थना करता हूँ कि सर्वशक्तिमान ईश्वर थायलैंड के लोगों को, जनकल्याण की खोज में, सदैव सद्भाव और सहयोग करने में सक्षम बनायें।"
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