अलबानो में पवित्र मिस्सा करते हुए संत पापा फ्राँसिस अलबानो में पवित्र मिस्सा करते हुए संत पापा फ्राँसिस 

हम दूसरों की अच्छाई के प्रवर्तक हैं, अल्बानो में संत पापा

संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार 21 सितम्बर को रोम के निकट अल्बानो पल्ली का दौरा किया और भक्त समुदाय के साथ पवित्र मिस्सा समारोह का अनुष्ठान किया। अपने प्रवचन में संत पापा ने उन्हें इस बात की याद दिलायी कि येसु का प्रेम हमारे जीवन को बदलने में सक्षम है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

अल्बानो, सोमवार 23 सितम्बर,2019 (वाटिकन न्यूज) : “ईश्वर हमें याद करते हैं वे कभी नहीं भूलते। हम सभी उनकी नजरों के सामने हैं,ज्यों भी कि हमारी कुछ कमजोरियाँ हमें ईश्वर से दूर रखती हैं।” संत पापा ने इन वचनों से अपने प्रवचन शुरु किये।

चुंगी जमा करने वाला जकेयुस

संत पापा ने संत लूकस के सुसमाचार में वर्णित जेरिको के चुंगी जमा करने वाला जकेयुस पर चिंतन किया। संत पापा ने कहा कि येसु के जेरिको शहर से गुजरने की बात सुनकर जकेयुस के मन में उसे देखने की जिज्ञासा जगी, परंतु छोटा कद होने के कारण येसु को अच्छी तरह से देखने के लिए वह पेड़ पर चढ़ गया। उस रास्ते से गुजरते हुए येसु की नजर जकेयुस पर पड़ी। येसु ने उसे नीचे उतरने को कहा जिससे कि वह जकेयुस के साथ उसके घर जा सके और उसका अतिथि बन सके।

येसु की बात सुनकर जकेयुस बहुत खुश हुआ परंतु वहाँ उपस्थित लोगों ने इसे पसंद नहीं किया क्योंकि उनकी नजर में वह एक पापी व्यक्ति था। येसु जकेयुस के घर में मेहमान बन करे आये और उसे मुक्ति मिली। उसने अपनी संपत्ति का आधा भाग गरीबों में बांट दिया।

बाधायें

संत पापा ने कहा कि जकेयुस ने भी जीवन में अनेक बाधाओं का सामना किया। कद से वह नाटा था और नैतिक रुप से भी वह दूसरों की नजरों में गिरा हुआ था। वह दूसरों की नजरों और येसु की नजरों से भी छिप कर येसु को जी भरके देखना चाहता था। जकेयुस की ये बाधाएँ उसे येसु को प्यार करने, उसका सम्मान करने और मुक्ति प्राप्त करने हेतु उसे रोक न सके।

संत पापा ने कहा कि हर पल्ली में, "प्रत्येक व्यक्ति के दिल में इस बात को जीवित रखने की जरुरत है कि प्रभु उन्हें प्यार करते हैं। और येसु के समान हमें भी अपने शहर से बाहर उन लोगों के पास जाने से नहीं डरना है जो अकेले हैं, डर और शर्म की जिन्दगी जी रहें हैं। उन्हें भी हमें प्रभु के प्रेम का वास्ता दिलाते हुए बताना है कि प्रभु उन्हें भूले नहीं हैं वे उन्हें याद करते हैं।

प्रत्याशा

संत पापा ने कहा कि जकेयुस की इच्छा थी कि वह येसु के देखे और उनके बारे जाने। येसु उसकी इच्छा को जान लेते हैं और येसु पहला कदम उठाते हैं। वे पहले उससे बात करते हैं और जकेयुस का मनोबल बढ़ाते हैं।

संत पापा ने कहा कि येसु हममें से प्रत्येक को पहले देखते हैं, हमें प्यार करते हैं, हमारा स्वागत करते हैं। हमारे कदम उठाने से पहले ही वे कदम उठा चुके होते हैं और हमारी इच्छा मात्र से वे हमारा जीवन बदल देते हैं।

पल्ली में अपनापन का माहौल

संत पापा फ्राँसिस ने इस बात पर प्रकाश डाला कि येसु ने जेकेयुस को आत्मीयता का अनुभव कराया। जकेयुस शहर में लोगों के बीच अवांछित महसूस करता था, पर येसु से मुलाकात कर वह "एक प्रिय व्यक्ति के रूप में घर लौटा"। प्यार किये जाने का अनुभव ने उसे नया इन्सान बनाया। उसने अपने पड़ोसी के लिए अपना घर और दिल का दरवाजा खोल दिया।

संत पापा ने कहा कि कितना अच्छा होता अगर हमारे पड़ोसी और परिचित हमारी कलीसिया में अपनापन महसूस कर पाते। उन्होंने कहा कि यही प्रभु की इच्छा है कि उनकी कलीसिया सभी के लिए घर बने जहाँ सभी अपनापन का अनुभव कर सकें।

अच्छाई के प्रवर्तक

अंत में, संत पापा ने विश्वासी समुदाय को याद दिलायी, कि येसु के समान, "हम दूसरों के जीवन के निरीक्षक नहीं हैं, लेकिन सभी की अच्छाई के प्रवर्तक हैं।" संत पापा ने कहा कि उनकी उम्मीद है कि यह महागिरजाघर सभी लोगों का स्वागत करता रहेगा। यहाँ आने वाले सभी लोग इसे अपना ही घर समझते हैं तो उन्हें आनंद मनाना चाहिए क्योंकि यहाँ मुक्ति का प्रवेश हो चुका है।

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23 September 2019, 15:39