सन्त पापा फ्राँसिस मोज़ाम्बिक में सन्त पापा फ्राँसिस मोज़ाम्बिक में  

शांति को सुदृढ़ करने की आशा के साथ सन्त पापा फ्राँसिस मोज़ाम्बिक

अफ्रीका के तीन देशों में अपनी छः दिवसीय प्रेरितिक यात्रा की शुरुआत करते हुए, बुधवार को, काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु, सन्त पापा फ्राँसिस मोज़ाम्बिक की राजधानी मापुतो पधारे जहाँ गायन, नृतन एवं जयनारों के बीच उनका हार्दिक स्वागत किया गया।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

मापुतो, गुरुवार, 5 सितम्बर 2019 (रेई,वाटिकन रेडियो): अफ्रीका के तीन देशों में अपनी छः दिवसीय प्रेरितिक यात्रा की शुरुआत करते हुए, बुधवार को, काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु, सन्त पापा फ्राँसिस मोज़ाम्बिक की राजधानी मापुतो पधारे जहाँ गायन, नृतन एवं जयनारों के बीच उनका हार्दिक स्वागत किया गया।

अफ्रीका का पूर्ववर्ती पुर्तगाली उपनिवेश राष्ट्र मोज़ाम्बिक सन् 1992 में 15 वर्षीय गृहयुद्ध से उभरा था किन्तु केवल विगत माह ही राष्ट्रपति फिलिप न्यूसी की सरकार तथा विपक्षी दल में परिणत पूर्व गुरिल्ला दल रेनामो के नेता ओसूफो मोमादे के बीच स्थायी युद्धविराम एवं शांति समझौते पर हस्ताक्षर किये गये। मोज़ाम्बिक में यह आशा की जी रही है कि सन्त पापा फ्राँसिस की यात्रा इस नाज़ुक शांति समझौते को सुदृढ़ कर देश में विकास और पुनर्मिलन की बहाली करेगी। आगामी माह आम चुनाव निर्धारित हैं जिसके चलते हिंसा के भड़कने की आशंकाएं भी जताई जा रही हैं। स्थायी शांति की उत्कंठा के बीच जलवायु परिवर्तन, निर्धनता और भ्रष्टाचार भी सन्त पापा फ्रांसिस के एजेन्डे में शामिल हैं।

मापुतो हवाई अड्डे पर स्वागत

हवाई यात्रा के दौरान बातचीत करते हुए सन्त पापा ने पत्रकारों से कहा कि उनकी आशा है कि मनोज़ाम्बिक की यात्रा फलप्रद सिद्ध होगी। राष्ट्रपति न्यूसी ने दस घण्टों की विमान यात्रा के उपरान्त मापुतो हवाई अड्डे पर पधारे सन्त पापा फाँसिस का स्वागत किया। हज़ारों की संख्या में लोगों ने सड़कों से निकलते सन्त पापा के बाहन के इर्द-गिर्द जमा होकर जयनारे लगाए और करतल ध्वनि से शहर में उनका भावपूर्ण स्वागत किया।

राष्ट्रपति से मुलाकात

गुरुवार को मोज़ाम्बिक में अपने पहले दिन सर्वप्रथम सन्त पापा ने राष्ट्रपति फिलिप न्यूसी से व्यक्तिगत मुलाकात की। गोपनीयता के सिद्धान्त का पालन करते हुए हालांकि इस औपचारिक मुलाकत का विवरण प्रकाशित नहीं किया गया है किन्तु अनुमान यही है कि राष्ट्र में शांति और विकास खास मुद्दे रहे हैं।  

अफ्रीका में जारी सन्त पापा फ्राँसिस की 04 से 10 सितम्बर तक की यात्रा अफ्रीका के उपसहारा क्षेत्र की उनकी दूसरी यात्रा है। मोज़ाम्बिक, मडागास्कर एवं मोरिशस की इस यात्रा की पूर्व सन्ध्या उन्होंने एक विडियो सन्देश प्रकाशित कर सम्पूर्ण अफ्रीकी महाद्वीप में स्थायी शांति की मंगलकामना की थी।  

मोज़ाम्बिक की नाज़ुक स्थिति

मोज़ाम्बिक में कार्यरत काथलिक राहत सेवा की प्रतिनिधि एरिका ढाल-ब्रेडाईन ने पत्रकारों से कहा, "मेरे ख्याल से वे देश के शांति और सामंजस्य लाने के लिए नेताओं को उनकी ज़िम्मेदारी के बारे में तथा साथ ही संघर्ष के मूल कारणों को संबोधित करने के बारे में एक शक्तिशाली संदेश देने जा रहे हैं।"

इसी वर्ष दो चक्रावातों की चपेट में आये मोज़ाम्बिक में जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण का ह्रास सन्त पापा फ्रांसिस की यात्रा में विशेष मुद्दे होंगे। विश्व बैंक की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, सन् 1970 के बाद से अब तक मोज़ाम्बिक ने कम से कम अस्सी लाख हेक्टेएर वनों को खो दिया है। इसी बीच, संयुक्त राष्ट्र संघीय विश्व खाद्य कार्यक्रम के अनुसार मोज़ाम्बिक की अस्सी प्रतिशत जनता अर्थात् लगभग तीन करोड़ लोग अपने लिये उपयुक्त आहार तक जुटा नहीं पाते हैं।

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05 September 2019, 11:42