लोगों के साथ संत पापा लोगों के साथ संत पापा 

प्रेम और क्षमा का आहृवान

क्रोध हमारे लिए सभी बुराइयों की जड़ है। हमारे क्रोध में वह नकारात्मक शक्ति है जो हमारे जीवन का विकास करने के बदले हमारा विनाश कर देती है। हमारी इस शक्ति का उपयोग हम उचित रुप में तब करते हैं जब हम इसे सही रुप में एक दिशा देते हैं।

दिलीप संजय एक्का-वाटिकन सिटी

संत पापा फ्रांसिस हमारे जीवन में व्याप्त क्रोध के संबंध में अपने विचार व्यक्त करते हुए 5 अगस्त 2019 के अपने ट्वीट संदेश में लिखा, “ईश्वर हम सभों को प्रेम और क्षमाशीलता द्वारा अपने क्रोध पर विजय प्राप्त करने तथा साहस के साथ निरंतर ख्रीस्तीय विश्वास को जीने का निमंत्रण देते हैं।”  

संत योहन मेरी विय्येनी के आदर्श को अपनाएँ

वहीं संत पापा ने संत योहन मेरी विय्येनी आर्स के संत के पर्व दिवस पर दो ट्वीट संदेश प्रेषित किया। अपने पहले ट्वीट में संत पापा ने पुरोहितों से अनुरोध करते हुए कहा, “मैं आप सबों को लिखता हूँ, आप अपने प्रेरिताई को ईश्वर और लोगों की सेवा में पूरा करते हुए, पुरोहिताई जीवन के पन्नों को अति सुन्दर ढंग से लिखें।”

पुरोहितों के प्रति आभार

वहीं संत पापा फ्रांसिस ने पुरोहितों के लिए अपने हृदय के उद्गार प्रकट करते हुए दूसरे ट्वीट में लिखा, “आपकी खुशी के लिए, आप सभी का धन्यवाद जिसके फलस्वरुप आपने अपने जीवन को समर्पित किया है। आप सबों के उस कार्य के लिए धन्यवाद, जब आप ने गिरे हुओं को उठाया, उनके घावों की महलम पट्टी की और उनके प्रति करुणा और प्रेम के भाव दिखलायें।”

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

05 August 2019, 15:24