संत पापा फ्राँसिस संत पापा फ्राँसिस 

सितम्बर माह का वीडियो संदेश, सागर की रक्षा का आह्वान

संत पापा फ्राँसिस ने सितम्बर माह के वीडियो संदेश में सागरों और महासागरों की रक्षा हेतु विशेष ध्यान देने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा है कि उनमें से कई के लिए खतरे की चेतावनी मिल रही है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार, 31 अगस्त 2019 (रेई)˸ संत पापा फ्राँसिस ने विश्वव्यापी प्रार्थना की प्रेरिताई हेतु सितम्बर माह के लिए उन क्षेत्रों की ओर ध्यान देने का आह्वान किया है जहाँ से हमारे ग्रह के लिए जल की आपूर्ति होती है तथा जहाँ विभिन्न प्रकार के जीवन जन्तु निवास करते हैं अर्थात् सागर और महासागर। जल के इन स्रोतों की वर्तमान स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने काथलिकों का आह्वान किया है कि वे प्रार्थना करें तथा ठोस कदम उठायें ताकि राजनीतिज्ञ, वैज्ञानिक और अर्थशास्त्री मिलकर सुरक्षा उपायों को स्थापित कर सकें।

संत पापा के इस वीडियो का उद्घाटन सृष्टि के काल एवं वार्षिक वैश्विक समारोह के उद्घाटन के साथ किया गया जो विश्वभर के ख्रीस्तियों को एक साथ लाता है। इस वर्ष यह समारोह 1 सितम्बर से शुरू होकर 4 अक्टूबर तक चलेगा।

सागर में प्लास्टिक

वर्तमान में करीब 13 मिलियन टन प्लास्टिक हर साल समुद्रों में फेंके जाते हैं। इसके कारण अन्य प्रकार की हानि के साथ-साथ करीब 1,00,000 समुद्री जीव जन्तुओं की प्रजाति नष्ट हो गयी है। इस समस्या की गंभीरता न केवल इसमें है कि प्लास्टिक समुद्रों में दशकों तक पड़े रहते हैं बल्कि धीरे-धीर उनका अपघटन होने लगता है और अंततः माइक्रोप्लास्टिक बन जाते हैं जिसको खाने के कारण मछलियाँ और समुद्री जीव मर जाते हैं। इस तरह यह दुनिया भर में खाद्य श्रृंखला को दूषित करता है।

संयुक्त राष्ट्र द्वारा समस्या का सामना

संयुक्त राष्ट्र ने इस समस्या का सामना करने हेतु कई "सतत् विकास लक्ष्य" रखे हैं, यह जागरूकता लाते हुए कि सागर हमें भोजन, दवाई, ईंधन तथा अन्य प्रकार के उत्पादों के रूप में मौलिक प्राकृतिक संसाधन प्रदान करते हैं। वे आणविक अपघटन को भी सहयोग देते हैं तथा अपशिष्ट एवं प्रदूषण को दूर करते हैं। उनके पारिस्थितिकी तंत्र प्रतिरोधी के रूप में कार्य करते हैं जो तूफान के द्वारा होने वाली हानि को कम करते हैं।

समुद्र की रक्षा हेतु गंभीर चुनौतियाँ

इस माह के वीडियो संदेश में समुद्र की रक्षा करने में गंभीर चुनौतियों पर प्रकाश डाला गया है। समुद्री फाइटोप्लांकटन ग्रह के आधे ऑक्सीजन के उत्पादन के लिए जिम्मेदार है। हम कह सकते हैं कि समुद्र हमारे ग्रह के फेंफड़े हैं। समुद्र के अनुचित प्रबंधन का सामना करने में सहयोग करने के लिए एक अंतर्विषयक अध्ययन की अवश्यकता है ताकि मनुष्य इस समस्या के समाधान हेतु ध्यान दे सके।

सक्रिय प्रतिबद्धता की आवश्यकता

विश्वव्यापी प्रार्थना की प्रेरिताई के अंतरराष्ट्रीय निदेशक फादर फ्रेडेरिक फोरनोस ने याद दिलाया कि पिछला साल 1 सितम्बर को विश्व सृष्टि सुरक्षा दिवस के अवसर पर संत पापा फ्राँसिस ने समुद्री पारिस्थितिक तंत्र की रक्षा करने का आह्वान किया था और कहा था कि "इस आपातकाल का सामना करने के लिए हमारी सक्रिय प्रतिबद्धता की आवश्यकता है।" हमें प्रार्थना करना है क्योंकि सब कुछ ईश्वर की कृपा पर निर्भर है तथा कार्य करना है मानों कि सब कुछ हम पर निर्भर करता है।"

फादर फोरनोस ने कहा कि सितम्बर के इस महिने में संत पापा हमें निमंत्रण देते हैं कि हम प्रार्थना करें और समुद्र की रक्षा के लिए कार्य करें, उन्होंने विशेषकर काथलिकों को याद दिलाया है कि आमघर के प्रति हमारी एकात्मता हमारे विश्वास से उत्पन्न होती है। "सृष्टि एक प्रेम की योजना है जो ईश्वर द्वारा मानव को सौंपा गया है।"

संत पापा का विडीयो संदेश

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31 August 2019, 14:30