वाटिकन में गालीलेओ फाऊनडेशन को सम्बोधित करते सन्त पापा फ्राँसिस वाटिकन में गालीलेओ फाऊनडेशन को सम्बोधित करते सन्त पापा फ्राँसिस 

गालीलेओ फाऊनडेशन के उपकारकों से सन्त पापा फ्राँसिस

वाटिकन में शुक्रवार को गालीलेओ फाऊनडेशन के सदस्यों एवं उपकारकों से मुलाकात के अवसर पर सन्त पापा फ्राँसिस ने काथलिक कलीसिया के प्रेरितिक मिशन में उदार योगदान के लिये न्यास के समस्त अधिकारियों एवं सदस्यों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। सन्त पापा ने कहा, "विस्तृत और विविध परियोजनाओं में आपका योगदान स्वयं काथलिक कलीसिया की सार्वभौमिकता को अभिव्यक्त करता है।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 8 फरवरी 2019 (रेई, वाटिकन रेडियो): वाटिकन में शुक्रवार को गालीलेओ फाऊनडेशन के सदस्यों एवं उपकारकों से मुलाकात के अवसर पर सन्त पापा फ्राँसिस ने काथलिक कलीसिया के प्रेरितिक मिशन में उदार योगदान के लिये न्यास के समस्त अधिकारियों एवं सदस्यों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया. सन्त पापा ने कहा, "विस्तृत और विविध परियोजनाओं में आपका योगदान स्वयं काथलिक कलीसिया की सार्वभौमिकता को अभिव्यक्त करता है."

इटली के पीसा नगर में 1934 ई. में गालीलेओ फाऊनडेशन की स्थापना हुई थी जिसका उद्देश्य गणना उपकरण के संग्रहालय की विरासत की वृद्धि और वैज्ञानिक संस्कृति का प्रसार करना है. साथ ही यह न्यास निर्धनों के पक्ष में संचालित योजनाओं को आर्थिक अनुदान देता रहा है.

सुसमाचार का महत्वपूर्ण साक्ष्य

सन्त पापा ने कहा कि काथलिक धर्मानुयायी एवं लोकधर्मी विश्वासी होने के नाते येसु ख्रीस्त के सुसमाचार के अनुकूल ज़रूरतमन्दों और, विशेष रूप से, दुर्बलतम लोगों की सहायता में गालीलेओ फाऊनडेशन का साक्ष्य महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि प्रमुख रूप से वे निर्धनता, शोषण एवं मानव तस्करी के शिकार लोगों के पक्ष में फाऊनडेशन के कार्यों की सराहना करते हैं और इसीलिये सन्त जोसफीन भकिता के पर्व पर उनकी मुलाकात अर्थपूर्ण है जो स्वयं मानव तस्करी का शिकार बनी थी. उन्होंने कहा कि सन्त जोसफीन भकिता दासता के कठोर सत्य तथा उसके अपमानजनक और हिंसक परिणामों से परिचित थीं.

सन्त जोसफीन भकिता

सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय ने सूडान की काथलिक धर्मबहन जोसफीन भकिता को सन्त घोषित कर वेदी का सम्मान प्रदान किया था. जब वे केवल सात वर्ष की थीं तब जोसफीन भकिता का अपहरण कर लिया गया था. 14 वर्षों तक वे अपने अपहरणकर्ताओं के यहाँ दासता का जीवन व्यतीत करती रही थीं. इटली के एक राजनयिक ने उन्हें अपहरणकर्त्ताओं के चंगुल से छुड़ाया था जिसके बाद उन्होंने इटली में "उदारता की पुत्रियाँ" नामक काथलिक धर्मसंघ में प्रवेश कर लिया था.

सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा कि जोसफीन भकिता हमें सिखाती है कि हम किस तरह कोमलता, सौम्यता और करुणा के साथ निर्धनों की सेवा करें.

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08 February 2019, 11:17