सान्ता मरिया ला अन्टीगुआ महागिरजाघऱ में प्रवचन देते हुए संत पापा सान्ता मरिया ला अन्टीगुआ महागिरजाघऱ में प्रवचन देते हुए संत पापा 

सान्ता मरिया ला अन्टीगुआ महागिरजाघऱ में पवित्र मिस्सा समारोह

संत पापा ने पनामा सिटी में सांता मारिया ला एंटीगुआ के पूरी तरह से मरम्मत किये महागिरजाघर में पवित्र मिस्सा के दौरान नई वेदी पर तेल विलेपन का अनुष्ठान किया। प्रवचन में उन्होंने आशा की थकावट के खिलाफ चेतावनी दी।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

पनामा सिटी, रविवार 27 जनवरी 2019 (वाटिकन न्यूज) : संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार 26 जनवरी को पनामा सिटी के सांता मारिया ला एंटीगुआ के पूरी तरह से मरम्मत किये महागिरजाघर में पवित्र मिस्सा के दौरान नई वेदी का अभिषेक किया। संत पापा ने पवित्र मिस्सा अपने धर्माध्यक्ष भाईयों, पुरोहितों, धर्मसंघियों और  विभिन्न लोकधर्मी आंदोलनों के सदस्यों के साथ ख्रीस्तयाग का अनुष्ठान किया।

संत पापा ने अपने प्रवचन में संत योहन के सुसमाचार से लिए गये पाठ पर चिंतन किया जहाँ येसु याकुब के कुए के पास बैठ समारी महिला से पानी पीने को मांगा, जो दिन के छठे पहर में पानी भरने आई थी।(योहन,4:6-7).

येसु अपनी यात्रा पर थे दोपहर का समय जब सूरज सिर पर रहता है तो इस गर्मी में भूख-प्यास लगती है। यात्रा को जारी रखने के लिए पुनः तरोताजा होने की जरुरत होती है। येसु और उनके चेलों को भी अपने मिशन को जारी रखने के लिए, अपनी थकान दूर करने और अपनी प्यास बुझाने की जरूरत थी।      

यात्रा की थकान

जीवन की व्यस्तता और यात्रा के थकान से येसु भली भांति परिचित थे। वे अपनी थकान मिटाना जानते थे। येसु के चेले उनके साथ रहते हुए भी येसु की थकान मिटाने के तरीके को सीख न पाये थे। प्रभु की थकावट में राष्ट्रों के लोग, हमारे समुदाय और सभी जो बहुत थके हुए हैं और भारी बोझ से दबे हुए लोग शामिल हैं वे भी प्रभु में आराम पाते हैं।( सी एफ मत्ती11:28)

संत पापा ने कहा कि पुरोहित, धर्मसंघियों और लोकधर्मियों के जीवन यात्रा में थकावट के बहुत सारे कारण हैं: काम के लंबे घंटों के कारण भोजन करने, आराम करने और परिवार के साथ समय बिताने के लिए बहुत कम समय रहता है। "विषाक्त" काम करने की स्थिति जिससे थकावट और निराशा होती है। साधारण दैनिक कार्यों से लेकर भारी दिनचर्या में बहूधा प्रयाप्त सराहना, समर्थन या आवश्यक छूट का अभाव लोगों की थकान को बढ़ा देता है।

आशा की थकावट

संत पापा फ्राँसिस ने कहा कि पिछले कुछ समय से, एक सूक्ष्म थकावट हमारे समुदायों में एक जगह पाई है, एक ऐसी थकावट जिसका प्रभु की थकावट से कोई लेना देना नहीं है। यह एक प्रलोभन है जिसे हम "आशा की थकावट" कह सकते हैं। यह वह थकावट है जो "इस बदलती और चुनौतीपूर्ण दुनिया में हमारे मिशन की ऊर्जा, संसाधनों और व्यवहार पर सवाल उठाती है" और यह हमें पंगु बना देती है। "अतीत में जो सार्थक और महत्वपूर्ण था वह अब मान्य नहीं रह गया है।"

आशा की थकावट पाप से घायल कलीसिया में देखने को मिलती है, जो अक्सर उन सभी के क्रंदन में प्रभु के क्रंदन को सुनने में विफल होती है : "मेरे ईश्वर, आपने मुझे क्यों छोड़ दिया है?" (मत्ती 27:46)। हम अनिश्चित और अज्ञात भविष्य के सामने आशा की एक उथल-पुथल के साथ जीने की आदत डाल देते हैं। जो बाहर से तो सब कुछ स्पष्ट और सामान्य रुप से चलता है, लेकिन वास्तव में, विश्वास टूट रहा है।

मुझे पिलाओ

यात्रा की थकान हर किसी को महसूस होती है। हमें भी प्रभु के समान अपनी प्यास बुझाने के लिए पानी मांगने का साहस होना चाहिए। समारी स्त्री के समान हमें भी साधारण जल     नहीं अपितु अनंत जीवन के लिए बहता श्रोत का जल प्रभु से मांगनी चाहिए।(योहन 4:14). 

संत पापा ने कहा कि प्रभु आज हमसे कहते हैं “मुझे पिलाओ।” और वे हम प्रत्येक से अपने दिल के द्वार को खोलने को कहते हैं जिससे कि आशा की थकान बाहर निकल सके। हम पुनः प्रभु के उस निमंत्रण को सुने जिसे हमने पहली बार सुनकर उनके पीछे चलने का निर्णय लिया था। उनकी आवाज को सुनकर हमारे संस्थापकों ने हमारे समुदाय की स्थापना की थी। प्रभु हमें व्यक्तिगत रुप से और समुदाय में भी अपने प्रेम को प्रकट करते हैं।

"मुझे पिलाओ" का अर्थ है अपने आप को फिर से पवित्र रखने का साहस करना और अपने धर्मसमाज के संस्थापक की करिस्मा के सबसे प्रामाणिक हिस्से को पुनः प्राप्त करना, उनकी प्रेरणा की जड़ों की तलाश करना जो न केवल धर्मसमाजी जीवन के लिए, बल्कि पूरी कलीसिया के जीवन के लिए है।

संत पापा ने कहा, "मुझे पिलाओ" का अर्थ है कि हमें उस पवित्र आत्मा की आवश्यकता है जो सभी पुरुषों और महिलाओं को प्रभु के मुक्तिदायक मार्ग से जोड़ता है। हमें पवित्र आत्मा पर भरोसा करने की आवश्कता है, जैसा उन्होंने अतीत में हमारा साथ दिया था, आज भी निसंदेह हमारी अगुवाई कर रहे हैं और भविश्य में भी हमारा साथ देंगे।  

                  

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27 January 2019, 13:49