संत पापा फ्राँसिस संत पापा फ्राँसिस  (Vatican Media)

लॉकडाउन की समाप्ति पर पोप ने विवेक की कृपा के लिए प्रार्थना की

वाटिकन के संत मर्था प्रार्थनालय में ख्रीस्तयाग अर्पित करते हुए संत पापा फ्राँसिस ने प्रार्थना की कि लॉकडाउन को ढील देने पर लोग, विवेक के साथ उपायों को अपनायें जिससे कि कोविड-19 महामारी फिर वापस न लौटे।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, मंगलवार, 28 अप्रैल 2020 (रेई)- पास्का के तीसरे सप्ताह के मंगलवार को संत मर्था प्रार्थनालय में ख्रीस्तयाग अर्पित करते हुए संत पापा ने कहा, "इस समय में, जब क्वारेनटीन से बाहर निकलने का संकेत दिया गया है हम प्रार्थना करते हैं कि प्रभु अपने लोगों को, हम सभी को, उन संकेतों के लिए विवेक और आज्ञापालन की कृपा प्रदान करें ताकि महामारी फिर वापस न लौटे।"

संत स्तेफन के बारे झूठी गवाही

अपने उपदेश में संत पापा ने प्रेरित-चरित से लिए गये पाठ पर चिंतन किया। (प्रे.च. 7:51-8:1) जिसमें स्तेफन ने महासभा के सदस्यों एवं फरीसियों को दृढ़ता के साथ सम्बोधित किया, जिन्होंने उनपर झूठा आरोप लगाया, उन्हें शहर के बाहर निकाल एवं पत्थरों से मार डाला।

संत पापा ने कहा कि संहिता के पंडितों ने संहिता के स्पष्टीकरण को सहन नहीं किया और उन्होंने स्पेफन के खिलाफ झूठे गवाहों को खड़ा किया, जो बोले, "यह व्यक्ति निरंतर मंदिर एवं मूसा की निंदा करता है।" संत पापा ने गौर किया कि लोगों ने स्पेफन की तरह ही येसु के साथ भी किया। लोगों को यह बतलाने की कोशिश की गई कि उन्होंने ईशनिंदा की है। उन्होंने कहा कि आज के शहीदों के साथ भी ऐसा ही हो रहा है उदाहरण के लिए असिया बीबी। वह कई सालों तक जेल में रही, उसकी झूठी निंदा की गई। इस तरह झूठी खबरों के हिमस्खलन के सामने जो राय बनाया जाता है, उसपर कुछ भी नहीं किया जा सकता।  

संत पापा ने कहा, "मैं शोआह (यहूदियों का सफाया) की याद करता हूँ जब यहूदी लोगों को बाहर करने का विचार किया गया। तब हर रोज छोटे-छोटे लिंचिंग किये गये, जिसमें लोगों को अपराधी ठहराया गया, उनकी छवि खराब करने की कोशिश की गई। यह अफवाह की लिंचिंग है जो लोगों को अपराधी घोषित करने के लिए, राय उत्पन्न करता है।

सच्चाई का साक्ष्य

संत पापा ने जोर दिया कि दूसरी ओर, सच्चाई स्पष्ट और पारदर्शी है, यह सच्चाई का साक्ष्य है जिसपर विश्वास किया जा सकता है। हम अपनी जीभ के बारे सोचें, कई बार अपनी टिप्पणियों के द्वारा हम इस तरह की लिंचिंग शुरू करते हैं। हमारे ख्रीस्तीय संस्थाओं में भी हम कई दैनिक लिंचिंग देख सकते हैं जो गपशप से शुरू होता है।

संत पापा ने प्रार्थना की कि प्रभु हमें, न्याय करने में नेक बनने हेतु मदद दे जिससे कि हम सामूहिक दण्ड (लिंचिंग) में भाग न लें, जिसका आह्वान अफवाह के द्वारा किया जाता है।

संत पापा का ख्रीस्तयाग 28 अप्रैल 2020

 

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28 April 2020, 16:21
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