येसु समाज का मुख्य कार्यालय येसु समाज का मुख्य कार्यालय  (Carlo Dani)

रूपनिक मामले में येसु समाजियों का बयान

स्लोवेनियाई पुरोहित रूपनिक के खिलाफ नई शिकायत पिछले 30 सालों की है। जिसमें एक आंतरिक प्रक्रिया की उम्मीद है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

ये उन लोगों की गवाही हैं जिन्हें वास्तव में पीड़ित माना जा सकता है,"बुराई को देखते हुए उन्हें पीड़ित कहा गया है" : यह घोषणा “सच्चाई की पहचान की ओर” शीर्षक से रूपनिक मामले में येसु समाज (जेस्विट) द्वारा की गई है, जिसको मंगलवार को धर्मसमाज के वेबसाईट में प्रकाशित किया गया है।

दस्तावेज, हाल के महीनों में रोम के अंतर प्रोविंस हाऊस प्रतिनिधित्व दल और येसु समाज के कार्यों द्वारा एकत्रित शिकायतों पर आधारित है। डेलीगेट फादर जोहन वेरस्कूएरेन ने उन लोगों के प्रति आभार प्रकट किया है जिन्होंने कई दर्दनाक घटनाओं को फिर से सामने लाने की आंतरिक पीड़ा के साथ अपने अनुभव साझा करने की हिम्मत की है।

दस्तावेज में कहा गया है कि फादर रूपनिक के कथित व्यवहार, विभिन्न अवधियों से संबंधित है। यह अवधि 1980 के दशक से 2018 के बीच बतायी गई है।

टीम, जिसने इस संबंध में फादर रूपनिक को उनसे मिलने का असफल प्रस्ताव दिया, अपने काम का एक विस्तृत फाईल तैयार किया है, जिसमें नागरिक एवं धर्मवैधानिक कानूनी कार्यवाही और इसके संकेतों एवं इसे अपनाने के लिए संभावित कदमों पर सोसायटी की सिफारिशों से संबंधित आगे की विभिन्न संभावनाओं पर निष्कर्ष शामिल हैं।

कहा गया है कि "प्राप्त शिकायतों की प्रकृति फादर रूपनिक के आचरण की, इतालवी न्यायिक प्राधिकरण के समक्ष, आपराधिक प्रासंगिकता को बाहर करने की ओर जाती है। हालाँकि एक कानून के दृष्टिकोण से और उनके जीवन तथा उनके धार्मिक एवं पुरोहितीय उत्तरदायित्व के संबंध में इनकी प्रासंगिकता काफी भिन्न है"।

घोषणा में कहा गया है कि मेजर सुपीरियर तीन निर्णय ले सकते हैं :

उनकी प्रेरिताई पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है (सीमित अथवा पूरा)। यह उसे निर्दिष्ट या अनिश्चित समय के लिए किसी विशिष्ट स्थान पर जाने के लिए भी बाध्य कर सकता है। यदि फाईल उन मनोवृत्तियों को उजागर करता है जो एक धार्मिक संस्थान से आवश्यक (सी.695) या वैकल्पिक (सी.696) बर्खास्तगी के लिए आधार हैं, तो मेजर सुपीरियर, सोसाइटी ऑफ जीसस से उनकी बर्खास्तगी के लिए एक प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय ले सकते हैं।

बयान में कहा गया है कि "स्वाभाविक रूप से संबंधित व्यक्ति को सहायता प्राप्त करने और इस कार्यवाही में अपना बचाव करने का अधिकार है। यदि यह इस्तीफे का वैकल्पिक कारण है, तो उसके पास सी 697 द्वारा स्थापित नसीहत प्राप्त करने के बाद पश्चाताप करने की भी संभावना है। ऐसे में बर्खास्तगी की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ सकती। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि प्रक्रिया जो आपराधिक नहीं है, सीमाओं के कानून पर विचार नहीं किया जाता है"।

अंत में, यदि रिपोर्ट किया गया व्यवहार एक ऐसे अपराध के अनुरूप है जो विश्वास के सिद्धांत के लिए गठित परमधर्मपीठीय विभाग की क्षमता के अंतर्गत नहीं आता है, तो मेजर सुपीरियर एक प्रशासनिक दंड कार्यवाही शुरू करने का निर्णय ले सकते हैं। यह प्रक्रिया अभियुक्त की बर्खास्तगी के लिए आगे बढ़ सकती है। हालांकि, कुछ अपराधों के लिए, मेजर सुपीरियर प्रक्रिया के अंत में संस्था से बर्खास्तगी नहीं करने, बल्कि अन्य उपायों को अपनाने का निर्णय ले सकते हैं।

पहले कदम के रूप में, डेलीगेट फादर जोहन वेरस्कूएरेन धर्मसमाज के भीतर एक आंतरिक प्रक्रिया को बढ़ावा देना चाहते हैं। उन्होंने किसी भी सार्वजनिक कलात्मक अभ्यास, विशेष रूप से धार्मिक संरचनाओं (जैसे गिरजाघरों, संस्थानों और प्रार्थनालय, आध्यात्मिक साधना केंद्र या आध्यात्मिकता) के खिलाफ आज्ञाकारिता से मना करके फादर रूपनिक के खिलाफ प्रतिबंधात्मक नियमों को कड़ा कर दिया है।

ये प्रतिबंध पहले से ही लागू हैं (किसी भी सार्वजनिक प्ररिताई और धार्मिक गतिविधि पर निषेध, सार्वजनिक संचार पर प्रतिबंध, लात्सियो क्षेत्र छोड़ने पर प्रतिबंध)।

फादर जोहन ने कहा है, "हम चाहते हैं कि हमारे सामने एक ऐसे रास्ते की स्पष्ट संभावना हो जो जिम्मेदार लोगों द्वारा तथ्यों की सच्चाई की पूर्ण पहचान की जा सके और जिन लोगों को दुःख सहना पड़ा है उनके लिए न्याय का रास्ता अपनाया जाए।"

निर्णयों की जानकारी फादर रूपनिक और उन लोगों को दी गई है जिन्होंने अपनी गवाही दी।

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21 February 2023, 16:59