इटली के कलाब्रिया प्रांत के निकट  नाव टूटने के बाद राहतकर्मी का एक दल इटली के कलाब्रिया प्रांत के निकट नाव टूटने के बाद राहतकर्मी का एक दल  (AFP or licensors)

भूमध्यसागर में आप्रवासी त्रासदी में और शव बरामद किए गए

रविवार को भूमध्यसागर में यात्रा कर रहे आप्रवासियों की नाव इटली के कलाब्रिया प्रांत के निकट टूटने के बाद मरनेवालों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जबकि कई लोग अब भी लापता बताये जा रहे हैं। नाव पर 200 से अधिक यात्री थे: पुरुष, महिलाएँ और बच्चे, मुख्य रूप से ईरान, अफगानिस्तान, पाकिस्तान और सीरिया से, जो तुर्की मार्ग पर उम्मीदों की खतरनाक यात्रा कर रहे थे, जिसमें से होकर मध्यपूर्व के आप्रवासी सबसे अधिक यात्रा करते हैं और गैरसरकारी संगठनों के जहाजों द्वारा सबसे कम यात्रा की जाती है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

यह आप्रवासी नाव भी, अन्यों की तरह, लोगों की भीड़ से भरी थी, जो  समुद्रों की लहरों के बीच टूट गई और एक भयांकर त्रासदी का कारण बनी।

मछली पकड़ने वाली नाव लहरों के बल का सामना नहीं कर सकी, जिससे वह इटली के कलाब्रिया तट से कुछ ही मीटर की दूरी पर मुड़ गई और दो टुकड़ों में टूट गई।

संख्या भयावह है: बचावकर्ताओं ने समुद्र से उनसठ शव बरामद किए हैं, लेकिन आशंका है कि मृतकों की संख्या 100 से अधिक हो सकती है।

मरनेवालों में जुड़वाँ बच्चे हैं जो अभी कुछ साल के थे और एक बच्चा जो केवल कुछ महीने का था: कुल 14 नाबालिग लापता हैं। फिलहाल, डूबे हुए 81 लोगों को बचाया गया है: इनमें से 21 को गंभीर हालत में क्रोटोन अस्पताल ले जाया गया है।

पोप की प्रार्थना

त्रासदी के कुछ ही घंटों बाद रविवार की दोपहर, पोप फ्राँसिस ने नाव टूटने की इस भयांकर दुर्घटना के शिकार लोगों और बचाये गये लोगों के लिए प्रार्थना की।

अपने रविवार देवदूत प्रार्थना के दौरान विश्वासियों को संबोधित करते हुए, संत पापा ने उन सभी के प्रति आभार व्यक्त किया जो बचाव कार्यों में भाग लेते हैं, साथ ही उन लोगों को भी शुक्रया अदा किया जो शरण लेनेवालों का स्वागत करते हैं।

इताली धर्माध्यक्षों की एकजुटता

इटली के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष कार्डिनल मात्तेओ जुप्पी ने पोप फ्राँसिस की अपील के साथ आप्रवासियों के प्रति अपना सामीप्य व्यक्त की जो भूमध्यसागर को पार करने का प्रयास करनेवाले अनगिनत आप्रवासी, जो अपने जीवन को जोखिम में डालते हैं और अक्सर मौत के शिकार हो जाते हैं।

इतालवी धर्माध्यक्षों की ओर से लिखे गए एक संदेश में, कार्डिनल ज़ुप्पी लिखते हैं, "हमारे तटों पर एक और जहाज़ की तबाही के कारण देश भर में गहरा दुःख और शोक है। पीड़ित सभी के हैं और हम उन्हें अपना महसूस करते हैं। "

संदेश में उन्होंने कहा, "ये अनगिनत त्रासदी, अपने खौफनाक रूप में, हमें याद दिलाते हैं कि आप्रवासियों और शरणार्थियों के मुद्दे को जिम्मेदारी और मानवता के साथ सामना किया जाना चाहिए।"

अंत में, कार्डिनल ने लिखा कि हमें "संस्थाओं और देशों के बीच एक संरचनात्मक प्रतिक्रिया और एकजुटता की आवश्यकता है ताकि कोई भी अकेला न रह जाए और कि यूरोप व्यक्ति की रक्षा करने और लोगों का स्वागत करने की अपनी परंपराओं पर खरा उतर सके।"

 

 

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28 February 2023, 18:21