ओपुस देई संस्थान के अध्यक्ष मान्यवर फेरनानदो ओकारिज़ सन्त पापा फ्राँसिस के साथ ओपुस देई संस्थान के अध्यक्ष मान्यवर फेरनानदो ओकारिज़ सन्त पापा फ्राँसिस के साथ 

2023 में ओपस देई का असाधारण कांग्रेस

स्पेन के पुरोहित होसे मरिया एस्क्रीवा द्वारा संस्थापित काथलिक प्रीलेचर "ओपुस देई" अर्थात् ईश्वर का कार्य के अध्यक्ष मान्यवर फेरनानदो ओकारिज़ ने घोषणा की है कि 2023 की पहली छमाही में ओपुस देई प्रीलेचर के असाधारण काँग्रेस का आयोजन किया जा रहा है...

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

स्पेन, शुक्रवार, 7 अक्तूबर 2022(रेई, वाटिकन रेडियो): स्पेन के पुरोहित होसे मरिया एस्क्रीवा द्वारा संस्थापित काथलिक प्रीलेचर "ओपुस देई"  अर्थात् ईश्वर का कार्य के अध्यक्ष मान्यवर फेरनानदो ओकारिज़ ने घोषणा की है कि 2023 की पहली छमाही में ओपुस देई प्रीलेचर के असाधारण काँग्रेस का आयोजन किया जा रहा है जिसका उद्देश्य संस्थान की विधियों को सन्त पापा फ्राँसिस के मोतू प्रोप्रियो "आद कारिज़मा तूएनदुम" के अनुरूप बदलना है।

 मान्यवर ओकारिज़ ने यह घोषणा 6 अक्टूबर को "ओपुस देई"  की वेबसाइट पर प्रकाशित एक पत्र में की, जो संस्थापक, सन्त होसे मरिया एस्क्रिवा की सन्त घोषणा की 20वीं वर्षगांठ है।

मोतू प्रोप्रियो के अनुरूप कार्य

पत्र में, ओपुस देई के प्रमुख ने समझाया कि सामान्य परिषद और केंद्रीय सलाहकार इस बात का अध्ययन कर रहे हैं कि सन्त पापा ने प्रीलेचर से क्या कहा है ताकि कार्य विधियों को मोतू प्रोप्रियो के अनुरूप लाया जा सके।

संत पापा फ्राँसिस ने इस वर्ष 22 जुलाई को मोतू प्रोप्रियो "आद कारिज़मा तूएनदुम" जारी किया था। इसमें "करिश्मे की रक्षा" और "विश्व में व्याप्त ओपुस देई के सदस्यों द्वारा किए जाने वाले सुसमाचार प्रचार एवं उदारता के कार्यों को बढ़ावा देने" के उद्देश्य से प्रेदिकाते एवान्जेलियुम के आधार पर प्रीलेचर की कुछ संरचनाओं को संशोधित किया गया है ताकि "कार्य और परिवार तथा सामाजिक प्रतिबद्धताओं के पवित्रीकरण के माध्यम से, विश्व में पवित्रता के आह्वान को प्रसारित किया जा सके।"

22 जुलाई को प्रकाशित उक्त दस्तावेज़ में सन्त पापा फ्राँसिस द्वारा प्रस्तावित प्रावधानों में से एक यह है कि "ओपुस देई" में अब से किसी का भी धर्माध्यक्षीय दर्जा नहीं होगा, और संस्थान को अपनी दक्षताओं को परमधर्मपीठीय धर्माध्यक्षीय धर्मसंघ से याजकवर्ग सम्बन्धी परमधर्मपीठीय धर्मसंघ को हस्तान्तरित करना होगा। साथ ही, संस्थान प्रतिवर्ष याजकवर्ग सम्बन्धी परमधर्मपीठीय धर्मसंघ के समक्ष अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा।  

असाधारण सामान्य कांग्रेस


मान्यवर ओकारिज़ ने इस बात को रेखांकित किया कि चूंकि यह परमधर्मपीठ की एक पहल है, "कानूनों में बदलाव लाने के लिए सामान्य कांग्रेस की आवश्यकता नहीं है।" तथापि, उन्होंने कहा कि सन्त पापा के प्रस्तावों को ध्यानपूर्वक पढ़ना और समझा जाना अनिवार्य है, और इसीलिये 2023 में काँग्रेस का आयोजन किया जा रहा है।

ओपस देई के प्रमुख ने इस बात पर ज़ोर दिया कि "परमधर्मपीठ ने जो संकेत दिया है यह उसके अनुपालन का सवाल है, न कि किसी ऐसे बदलाव का प्रस्ताव जो हमें दिलचस्प लग सकता है।" उन्होंने सदस्यों को स्मरण दिलाया कि वे जनकल्याण तथा प्रत्येक व्यक्ति की भलाई को ध्यान में रखें क्योंकि यही "ओपुस देई" संस्थान का प्रमुख उद्देश्य है।  

उन्होंने कहा कि सन्त पापा फ्राँसिस का मोतू प्रेप्रियो संस्थान के प्रेरितिक कार्यों को नवीन ऊर्जा प्रदान कर सकता है, इसलिये इसका अध्ययन तथा इस पर मनन-चिन्तन सबके हित में है। पत्र के अन्त में उन्होंने अपने संस्थापक सन्त होसे मरिया एस्क्रिवा से मध्यस्थता की प्रार्थना की ताकि "जैसा कि संत पापा फ्राँसिस ने हमसे आग्रह किया है तथा कलीसिया की सेवा में ईश्वर ने हमारे पिता मरिया एस्क्रिवा को जो करिश्मा सौंपा है, वह हम में से प्रत्येक के जीवन में नए सिरे से फलप्रद सिद्ध हो।"

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07 October 2022, 11:56