संत मदर तेरेसा संत मदर तेरेसा 

'मदर तेरेसा ˸ प्रेम से बड़ा कुछ नहीं'

'मदर तेरसा ˸ प्रेम से बड़ा कुछ नहीं' एक डॉक्यूमेंटरी फिल्म है जिसके द्वारा रोम और वाटिकन के बड़े पर्दों पर कलकत्ता की संत मदर तेरेसा एवं मिशनरीस ऑफ चैरिटी की धर्मबहनों की विरासत और विनम्र तथा निःस्वार्थ प्रेम को प्रदर्शित किया जा रहा है। फिल्म का निर्माण नाईट ऑफ कोलम्बस (कोलम्बस के शूरवीर) के द्वारा किया गया है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

'मदर तेरसा ˸ प्रेम से बड़ा कुछ नहीं' न केवल एक फिल्म है लेकिन कलकत्ता की संत मदर तेरेसा के निधन के पच्चीस साल बाद उनकी वीरता और विनम्र विरासत का दस्तावेजीकरण करनेवाला एक हृदयस्पर्शी और शक्तिशाली कृत्य है।

नाईट ऑफ कोलम्बस के सुप्रीम नाईट ने बुधवार को डॉक्यूमेटरी की एक प्रति संत पापा फ्राँसिस को भेंट की जिसको रोम और वाटिकन में इस सप्ताह तीन अवसरों में प्रस्तुत किया जाएगा।

हरेक व्यक्ति में ख्रीस्त को देखना

कोलम्बस के शूरवीरों द्वारा निर्मित और पांच महाद्वीपों पर फिल्माया गया, फिल्म संस्था के अभिलेखागार और मिशनरीज ऑफ चैरिटी की प्रेरिताई की अभूतपूर्व पहुंच प्रस्तुत करता है।

फिल्म मदर टेरेसा के सम्पूर्ण जीवन और आज मिशनरीज ऑफ चैरिटी के जबरदस्त वैश्विक प्रभाव को दिखलाता है, क्योंकि वे "सबसे गरीब" लोगों की सेवा करने हेतु "हरेक व्यक्ति में ख्रीस्त को" देखते हुए व्यक्तिगत रूप से और विनम्रतापूर्वक काम करते हैं।

'मदर तेरेसा˸ प्रेम से बड़ा कुछ नहीं' को समस्त अमरीका में सोमवार और मंगलवार 3 तथा 4 अक्टूबर को थियेटरों में दिखाया जाएगा।

यह फिल्म "संत श्रृंखला" का हिस्सा है जिसमें काथलिक संतों की जीवन पर आधारित फिल्मों का संग्रह है।

फिल्म को फिल्मोथेका वातिकाना और पोंटिफिकल नॉर्थ अमेरिकन कॉलेज में प्रस्तुत किया जा चुका है।

'प्रभु के हाथ में एक पेंसिल'

पोंटिफिकल नॉर्थ अमेरिकन कॉलेज के नये रेक्टर मोनसिन्योर थॉमस पावर्स ने मदर तेरेसा से मुलाकात की याद की तथा बतलाया कि उनके विनम्र एवं पवित्र आदर्श ने वहाँ के लोगों के जीवन में एक गहरा छाप छोड़ा है।

कोलम्बस के शूरवीरों के सर्वोच्च नाईट पैट्रिक केली ने वाटिकन रेडियो को बतलाया कि वे इस कार्य को करने के लिए किस तरह प्रेरित हुए।    

केली ने कहा, "मैं उस बात को सोचता हूँ जिसमें उन्होंने कहा था कि वे ईश्वर के हाथ में एक पेन्सिल हैं। यह मेरे लिए बहुत मायने रखता है क्योंकि मैंने अपने आध्यात्मिक जीवन को प्रभु को समर्पित किया है और प्रभु ने मुझे कोलंबस के शूरवीरों के साथ उनका नेता बनने के लिए प्रेरित किया है। किन्तु मैं उसे इस तरह प्रयोग करता हूँ ताकि लोगों को उदार सेवा करने में मदद मिल सके एवं ऐसे कामों को करता हूँ जिनको हमारे प्रभु चाहते हैं।" उन्होंने कहा कि मैं इसके लिए हर दिन प्रार्थना करता हूँ।

मिस्टर रोमी ने कहा कि डॉक्यूमेंटरी सचमुच आकर्षक और हृदयस्पर्शी है जो उनके साहसी एवं पवित्र जीवन को प्रस्तुत करता है। उन्होंने सुझाव दिया कि फिल्म युवाओं को बहुत अधिक प्रभावित कर सकता है।  

उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि जिस तरह उनकी कहानी है और मिशनरीज ऑफ चैरिटी के द्वारा उन्होंने जो कुछ क्या किया है उसके द्वारा कई युवा धर्मसंघ से जुड़ने के लिए प्रेरित होंगे और उनके गुणों को अपनाना चाहेंगे।"

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01 September 2022, 15:52