यूरोपीय संघ के काथलिक धर्माध्यक्षीय आयोग के सदस्य यूरोपीय संघ के काथलिक धर्माध्यक्षीय आयोग के सदस्य 

कोमेचे ने वित्तीय क्षेत्र में नैतिकता पर एक चिंतन प्रकाशित किया

यूरोपीय संघ के काथलिक धर्माध्यक्षीय आयोग (कोमेचे) ने 18 नवम्बर को वित्तीय क्षेत्र में नैतिकता पर एक चिंतन प्रकाशित की तथा सामाजिक तनाव कम करने हेतु सुधार एवं व्यक्तिगत तथा व्यवसायी स्तर पर व्यवहार में बदलाव लाने का आह्वान किया।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

यूरोप, बृहस्पतिवार, 18 नवम्बर 2021 (रेई)- फादर बोरिस प्रियेतो ने कहा, "हमारा निमंत्रण है देखभाल को केंद्र में रखना, मानवता की सार्वजनिक भलाई के एक साथ गतिशील निर्माण को सहयोग देना।"   

यूरोपीय संघ के धर्माध्यक्षों का लक्ष्य है सामाजिक तनाव और जलवायु संकट के नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए वित्तीय क्षेत्र में बदलाव को बढ़ावा देने पर यूरोपीय स्तर पर एक बहस को प्रोत्साहित करना, जो कोविड-19 महामारी के कारण बढ़ रहा है।

कोमेचे के महासचिव फादर मानुएल बोर्रिओस प्रिएतो ने कहा, "हमारा निमंत्रण यूरोपीय संघ की संस्थाओं के लिए, साथ ही साथ औद्योगिक और सेवा निगमों, विश्वविद्यालयों और नागरिकों के लिए है। ख्रीस्तीय परिपेक्ष्य में, सार्वजनिक भलाई हमारे वित्तीय प्रयास का अवलोकन करने का उपाय है। हम अपने वित्त के केंद्र में देखभाल को रखने का आह्वान करते हैं।  

ख्रीस्तीय धार्मिक सामाजिक शिक्षा के सिद्धांत के माध्यम से चिंतन पत्र, आर्थिक एवं वित्त क्षेत्र में एक नीति एवं व्यक्तिगत दुविधा के चुनाव के लिए प्रेरित करता है ताकि संबंधित अभिनेताओं को बेहतर सूचित विकल्प और आम अच्छाई के उद्देश्य से निर्णय लेने में मदद मिल सके। दस्तावेज विभिन्न चुनौतियों का विशलेषण करता है।

महामारी के बाद का भार मध्यम और निम्न आमदनी के देशों के लिए भारी है और विदेशी निवेश को बढ़ाने के लिए कई यंत्रों का प्रयोग कराता है। अल्पकालिक तात्कालिकताओं और दीर्घकालिक चुनौतियों के अनूठे संयोजन के लिए विवेक, न्याय और सभी हितधारकों की पर्याप्त सुनवाई के साथ संवाद की आवश्यकता होती है।

बैंकिंग और वित्तीय बाजारों को "देखभाल" की धारणा से अपने हितधारकों में सबसे कमजोर लोगों पर अधिक ध्यान देना है, जो कि समकक्षता के आधार पर एक कुशल बाजार लेनदेन से परे जाने के लिए, भागीदार, ग्राहक, आपूर्तिकर्ता, पर्यावरण की देखभाल हेतु एक बुलावा है और स्थानीय समुदाय - व्यक्तिगत और उद्यम स्तरों पर व्यवहार को बदलना है।

बचत का उपयोग कैसे किया जाए, इसका महत्वपूर्ण प्रश्न उठाया जाता है और इसके साथ ही एक गहरी एवं अधिक समान रूप से वितरित वित्तीय साक्षरता का आह्वान भी किया जाता है। इसी तरह, ईसीजी (पर्यावरण, सामाजिक और कॉर्पोरेट प्रशासन) उद्देश्यों की वैधता की पुष्टि की जाती है, लेकिन कुछ प्रमुख बाधाओं को स्पष्ट करने की आवश्यकता है।

दस्तावेज का शीर्षक है, "प्रणालीगत परिवर्तन के समय में सामान्य भलाई की सेवा करनेवाली एक वित्तीय प्रणाली।" इसके प्रारूप को कोमिचे द्वारा तैयार किया गया है।

यूरोपीय स्तर पर उपर्युक्त सिफारिशों के कार्यान्वयन पर चर्चा करने के लिए यूरोपीय संघ और कलीसिया के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर 2022 की शुरुआत में सीओएमईसी द्वारा एक सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

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18 November 2021, 16:49