कराकास में कोकी आपराधिक गिरोह के साथ सशस्त्र टकराव के दौरान कोटा 905के निवासी अपने घर छोड़ते हुए  कराकास में कोकी आपराधिक गिरोह के साथ सशस्त्र टकराव के दौरान कोटा 905के निवासी अपने घर छोड़ते हुए  

काराकास में हिंसा, लोगों की सुरक्षा में राज्य विफल, धर्माध्यक्ष

वेनेज़ुएला के काराकास में हिंसा जारी है धर्माध्यों के कहना है कि देश की सरकार लोगों के जीवन की सुरक्षा करने में विफल हो गई है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

कराकास, सोमवार 12 जुलाई 2021 (वाटिकन न्यूज) :  "कोटा 905": यह उस सड़क का नाम है जो काराकास के कुछ उपनगरीय जिलों को जोड़ती है, - लिबर्टाडोर नगर पालिका में ला वेगा, एल पैराइसो, एल सिमेंटेरियो और सांता रोसालिया - जो कि बड़ी संख्या में अपहरण और सशस्त्र गिरोहों और अपराधियों के बीच संघर्ष एवं हत्याओं के लिए जाना जाता है। हाल के दिनों में हिंसा फिर से भड़का उठी है। इसके विरोङ में आवाज बुलंद करते हुए राष्ट्रीय धर्माध्यक्षीय सम्मेलन (सीईवी) ने लिखा है कि ये दुखद घटनाएँ, राज्य के "सामाजिक और उत्पादक मॉडल की विफलता" के कारण हो रही है जिसने आबादी के संसाधनों को नष्ट कर दिया है। सीईवी का कहना है कि, जिस तरह सत्ता में आसीन किसी भी राजनीतिक दल द्वारा "हिंसा को एक राजनीतिक हथियार के रूप में प्रयोग करना "एक विफलता है। दूसरी ओर, "यदि सत्ता में बैठे लोगों के पास अपनी विचारधारा को थोपने के लिए बल और हिंसा के अलावा कोई अन्य साधन नहीं है, तो हमें हिंसक प्रतिक्रिया देखने के लिए बहुत लंबा इंतजार नहीं करना होगा।"

शहरों में भय और बर्बरता

धर्माध्यक्ष आगे लिखते हैं, " इसलिए एक बार फिर यह हम पर निर्भर है कि हम हिंसा के सामने, मौत के सामने अपनी आवाज उठाएं। एक बार फिर, हम यह देखकर हैरान और दुखी हैं कि हमारे देश, हमारे शहरों, हमारे मोहल्लों की सड़कों पर भय, बर्बरता, गाली-गलौज, नफरत किस तरह से हावी हो रही है” और राष्ट्र में व्याप्त "इतनी बुराई" की जड़ को "जीवन की अवमानना" में अभिव्यक्त किया जा रहा है।

देश में भ्रष्टाचार

साथ ही, धर्माध्यक्ष इस बात को रेखांकित करते हैं कि "यदि शासन ने नागरिकों के लिए पर्याप्त जीवन अर्जित करना असंभव बनाया और मरने के लिए छोड़ दिया है", तो यह आश्चर्य की बात नहीं है कि "ऐसे लोग अपराधियों द्वारा जीविकोपार्जन करने की कोशिश करते हैं।" धर्माध्यक्षों ने राज्य सुरक्षा बलों के बीच बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की निंदा की है उन्होंने यह भी कहा कि "कई अधिकारी सुरक्षा और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के गारंटर नहीं रह गए हैं और यह भी, "राज्य की विफलता है।" "देश के विशाल क्षेत्रों, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों को पूरी तरह से छोड़ दिया गया है।"

हर इन्सान को सम्मान मिले

 धर्माध्यक्षों ने अपने संदेश को अंत करते हुए लिखा, "अधिकारियों के लिए सामान्य सम्मान अब अविश्वास और भय में बदल गया है, वह भी विरूपण और अनियमितताओं के कारण संस्थागत गतिविधियों में जबरन वसूली और भ्रष्टाचार शामिल हैं। धर्माध्यक्षों ने इस बात पर जोर दिया, "सबसे पहले, हर इंसान के जीवन का सम्मान करना होगा, क्योंकि हम सभी ईश्वर के बच्चे हैं, हम सभी भाई-बहन हैं और हम सभी को प्यार करने के लिए लाये गये है।"

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12 July 2021, 15:26