ब्राजील के राष्ट्रपति के विरोध में प्रदर्शन ब्राजील के राष्ट्रपति के विरोध में प्रदर्शन 

पोप ने ब्राजील के संप्रेषकों को मेल-मिलाप को बढ़ावा देने का प्रोत्साहन दिया

संत पापा फ्रांसिस ने ब्राजील के काथलिक संप्रेषकों को प्रोत्साहन दिया है कि वे विभाजित देश में मेल-मिलाप एवं एकता के माध्यम बनें।"

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, मंगलवार, 27 जुलाई 2021 (रेई)- महामारी ने जब देश को बहुत अधिक प्रभावित किया है संत पापा फ्राँसिस ने ब्राजील के काथलिक संप्रेषकों को प्रोत्साहन दिया है कि वे मेल-मिलाप एवं एकता के माध्यम बनें।

सेतु का निर्माण एक आशा एवं एकात्मता का चिन्ह

ब्राजील के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन द्वारा आयोजित "मुतिराओ दी कोमुनिकस्यो" की 12वीं वार्षिक सभा के प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए संत पापा ने जोर दिया कि ख्रीस्तीय अपने विश्वास से प्रेरित एवं पुनर्जीवित ख्रीस्त द्वारा शिष्यों को कहे शब्दों कि "मैं दुनिया के अंत तक सदा तुम्हारे साथ हूँ" पर भरोसा रखते हुए, ब्राजीलियाई समाज में आशा एवं एकात्मता के चिन्ह बनने के लिए बुलाये गये हैं।" उन्होंने कहा कि इसका अर्थ है "एकता और मेल-मिलाप के माध्यम बनना, जो पहले से कहीं अधिक आज ब्राजील की कलीसिया का मिशन है।" उन्होंने जारी राजनीतिक एवं सामाजिक तनाव जिसने ब्राजील को वर्तमान संकट में डाल दिया है। यही कारण है कि ख्रीस्तीय संचारक पहली पंक्ति पर उस संचार का प्रोत्साहन देते हैं जो सेतु का निर्माण करता, वार्ता की खोज करता एवं विचारधारा के विरोधाभासों से ऊपर उठता है।   

सच्चाई की गवाही देना और फेक न्यूज का विरोध करना

वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पीयेत्रो परोलिन द्वारा हस्ताक्षरित संदेश में संत पापा ने जोर दिया है कि संचारकों का पहला कर्तव्य है सच्चाई का साक्ष्य देना। उन्होंने याद दिलाया है कि जो समाचार वे देते, जो जानकारी साझा करते हैं उनके प्रति उन्हें जिम्मेदार होना चाहिए ताकि वे फेक न्यूज को उजागर करने में सक्षम हो सकें।

संत पापा के संदेश को एक ऑनलाईन सभा में सीएनबीबी के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष वालमोर ओलीवियेरा दी अजेवेदो ने पढ़कर सुनाया।  

सत्र की विषयवस्तु ˸ "एक अभिन्न संचार के लिए"

"मुतिराओ दी कोमुनिकस्यो" में करीब 5,600 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिसका आयोजन ब्राजील के काथलिक रेडियो नेटवर्क और संचार के लिए विश्व काथलिक संघ के ब्राजील शाखा (सिगनीस) ने किया था। सभा में कई विषयों पर चर्चा हुई जिनमें वास्तविक जीवन और डिजिटल जीवन, ब्राजील की कलीसिया की चुनौतियाँ, फेक न्यूज के समय में शांति का प्रचार, समाज और कलीसिया में नयी मीडिया का प्रभाव, फ्रातेल्ली तूत्ती के आलोक में कलीसियाई समुदाय में नयी मीडिया की चुनौतियाँ और महामारी के बाद काथलिक संचार के नवीनीकरण की रणनीति प्रमुख थीं।  

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

27 July 2021, 16:24