नाजरेथ का प्रभु संवाद महागिरजाघऱ नाजरेथ का प्रभु संवाद महागिरजाघऱ 

मध्य पूर्व में शांति के लिए नाज़रेथ में पहला दिन

एक "मध्य पूर्व में शांति के लिए दिन" और पवित्र परिवार का अभिषेक : यह मध्य पूर्व के काथलिक धर्माध्यक्षों की "न्याय और शांति" परिषद द्वारा शुरू की गई पहल है।

माग्रेट सुनीता मिंज- वाटिकन सिटी

नाजरेथ, सोमवार 28 जून 2021 (वाटिकन न्यूज) : शांति के लिए इन दिनों में पहला रविवार 27 जून को नाज़रेथ में बेसिलिका ऑफ़ द एनाउंसमेंट में पवित्र मिस्सा के साथ हुआ, जिसकी अध्यक्षता येरुसालेम के लैटिन महाधर्माध्यक्ष और पवित्र भूमि के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष महाधर्माधअयक्ष पियरबत्तिस्ता पिज़ाबल्ला ने की। महाधर्माध्यक्ष पिज़ाबल्ला ने स्वागत करते हुए कहा, "आज न केवल पवित्र भूमि के सभी कलीसिया, बल्कि दुनिया के सभी कलीसिया और संत पापा पवित्र परिवार की मध्यस्थता के लिए प्रार्थना में हमारे साथ एकजुट हैं और मध्य पूर्व और हमारे सभी परिवारों के लिए शांति की याचना करते हैं।” यह एक अंतर-अनुष्ठान धर्मविधि थी जिसमें लैटिन, सीरियन-काथलिक, मेल्काइट और मैरोनाइट धर्मविधि के कुछ हिस्से जुड़े हुए थे।  नाजरेथ के स्थानीय पल्लीवासियों ने भी पवित्र भूमि के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के सभी सदस्यों की उपस्थिति में प्रार्थना में भाग लिया। गलील के मेलकाइट महाधर्माध्यक्ष यूसेफ मट्टा ने प्रवचन दिया। उन्होंने दिन के पाठों पर टिप्पणी की और उत्सव के महत्व को रेखांकित किया।

वाटिकन न्यूज को महाधर्माध्यक्ष पिज़ाबाल्ला ने कहा, "यह सरल प्रार्थना का एक क्षण था, एक पूर्वी धर्मविधि जितना सरल हो सकता है, लेकिन यह पूरी कलीसिया के लिए एक प्रतिबद्धता है। हम हमेशा हमारे लिए प्रार्थना करने के लिए कहते हैं, लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि हम प्रार्थना भी करें, क्योंकि हम प्रार्थना से शक्ति प्राप्त कर अपने सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक संदर्भ में खुद को शांति के लिए प्रतिबद्ध करते हैं।”

रेरुम नोवारुम के 130 साल बाद

महाधर्माध्यक्ष पिज़ाबाल्ला ने कहा कि पवित्र मिस्सा के बाद, काथलिक धर्माध्यक्षों ने पवित्र परिवार की एक प्रतिमा को आशीर्वाद दिया, जो बेसिलिका ऑफ द अनाउंसमेंट के अवशेषों के साथ चित्रित है।  जिसे तब तीर्थयात्रा पर ले जाया जाएगा, जो लेबनान से शुरू होकर पूर्व के देशों की ओर ले जाया जाएगा। मैं संत जोसेफ के वर्ष के अंत में 8 दिसंबर 2021 को रोम पहुंचूंगा। मध्य पूर्व के काथलिक धर्माध्यक्षीय परिषद से संबंधित प्रत्येक देश मध्य पूर्व में शांति दिवस के दिन  हर साल पवित्र मिस्सा मनाया जाएगा, जिसमें सभी महाधर्माध्यक्ष और धर्माध्यक्ष को भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। इस पहल की शुरुआत संत पापा लियो तेरहवें  के रेरुम नोवारम की 130वीं वर्षगांठ मनाने के इरादे से किया गया है।

मध्य पूर्व में शांति के लिए प्रार्थना का आग्रह

रोम से, संत पापा फ्राँसिस ने काथलिक धर्माध्यक्षों को संबोधित एक पत्र में "मध्य पूर्व में शांति दिवस" ​​​​के लिए अपना विशेष प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान किया। संत पापा फ्राँसिस ने लिखा, "मेरे परमाध्यक्षीय कार्य की शुरुआत के बाद से मैंने खुद को आपके कष्टों के करीब लाने की कोशिश की है। खुद को पहले पवित्र भूमि में, फिर मिस्र में, संयुक्त अरब अमीरात में और अंत में कुछ महीने पहले इराक में एक तीर्थयात्री बनाकर और पूरी कलीसिया को सीरिया, लेबनान के लिए प्रार्थना और ठोस एकजुटता के लिए आमंत्रित करके, सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक अस्थिरता और युद्ध को समाप्त करने का प्रयास किया गया। फिर मुझे बारी में ७ जुलाई २०१८ की बैठक अच्छी तरह याद है और मैं आपको धन्यवाद देता हूँ क्योंकि आप देवदार देश के गिरजाघरों के प्रमुखों के साथ वाटिकन में अगले १ जुलाई के दीक्षांत समारोह के लिए तैयारी कर रहे हैं। "। संत पापा ने लेबनान के लिए चिंतन एवं प्रार्थना दिवस का उल्लेख किया, जिसके लिए वाटिकन में तैयारी चल रही है।

संत पापा फ्राँसिस ने रविवार को देवदूत प्रार्थना का पाठ करने के बाद, सभी विश्वासियों  को मध्य पूर्व क्षेत्र में शांति के लिए ईश्वर की दया की याचना करने के लिए आमंत्रित किया।  उन्होंने कहा, "ईश्वर उन लोगों के प्रयासों का समर्थन करें जो मध्य पूर्व में संवाद और भाईचारे के सह-अस्तित्व के लिए काम करते हैं, जहां ख्रीस्तीय धर्म का जन्म हुआ और दुख के बावजूद जीवित है। ईश्वर हमेशा शक्ति, दृढ़ता और साहस प्रदान करें।"

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28 June 2021, 15:37