'शेयर द जर्नी' अभियान की समाप्ति पर कार्डिनल अंतोनियो तागले संबोधित करते हुए 'शेयर द जर्नी' अभियान की समाप्ति पर कार्डिनल अंतोनियो तागले संबोधित करते हुए 

कारितास: 'शेयर द जर्नी' अभियान समाप्त लेकिन जारी है यात्रा

अंतरराष्ट्रीय कारितास ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के साथ प्रवासियों और शरणार्थियों के साथ एकजुटता के अपने "शेयर द जर्नी"(यात्रा साझा करें) अभियान की समाप्ति की घोषणा की। हालांकि संगठन का कहना है कि अभियान औपचारिक रूप से समाप्त हो गया है, परंतु प्रवासियों, शरणार्थियों और आंतरिक रूप से विस्थापित व्यक्तियों के साथ यात्रा करने का मिशन अभी भी जारी है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 16 जून 2021(वाटिकन न्यूज) : 2017 में, अंतरराष्ट्रीय कारितास ने अधिक सम्मानजनक जीवन की तलाश में अन्याय, गरीबी, पीड़ा और हिंसा से भाग रहे लोगों के साथ जागरूकता बढ़ाने, सुनने और काम करने के उद्देश्य से "शेयर द जर्नी" अभियान शुरू किया।

चार साल के अभियान ने "प्रवासियों, शरणार्थियों और स्थानीय समुदायों का आपस में मिलने का स्थान, अवसर और आपसी समझ की संस्कृति को बढ़ावा दिया" और एक वैश्विक अभियान में 130 पहलों का समर्थन किया गया, जिसमें 162 राष्ट्र कारितास एजेंसियां शामिल थीं।

अभियान के अंत को औपचारिक रूप से चिह्नित करते हुए, अंतरराष्ट्रीय कारितास ने मंगलवार की सुबह इस विषय पर वाटिकन प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की: “शेयर द जर्नी कैंपेन के चार साल बाद भविष्य को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय कारितास प्रवासियों और शरणार्थियों के साथ यात्रा कर रहे हैं।”

सम्मेलन में वक्ताओं में, लोकधर्मियों के सुसमाचार प्रचार के लिए बने धर्मसंघ के प्रीफेक्ट और अंतरराष्ट्रीय कारितास के अध्यक्ष कार्डिनल लुइस एंटोनियो टागले, अंतरराष्ट्रीय कारितास के महासचिव अलोसियुस जॉन, समग्र मानव विकास को बढ़ावा देने के लिए बने विभाग के सचिव मोन्सिन्योर ब्रूनो मेरी डफ और दक्षिण अफ्रीका में राष्ट्रीय कारितास के समन्वयक सिस्टर मारिया डी लुर्डेस लोदी रसिनी शामिल थे।

मुलाकात की संस्कृति के निर्माण में मददगार कारितास

अपने भाषण में, कार्डिनल टागले ने "यात्रा साझा करें" अभियान की यात्रा का मूल्यांकन किया। उनहोंने  इस पर प्रकाश डाला कि इस अभियान ने "प्रवासियों तक पहुंचने, उनकी गरीबी और पीड़ा को गले लगाने, उन्हें इस विश्वास के साथ ऊपर उठाने में मदद की है। वे संख्या नहीं हैं, परन्तु नाम, कथा और स्वप्न वाले मनुष्य और उन में येसु मसीह को देखें, जो बचपन से ही अपने माता-पिता के साथ मिस्र में शरणार्थी बन गये थे।”

उन्होंने कहा कि अभियान के माध्यम से, कारितास ने "वैश्विक स्तर पर एक नई संस्कृति, व्यक्तिगत मुलाकात की एक जीवित संस्कृति, ख्रीस्तीय, मुस्लिम, हिंदू या किसी भी धर्म और मजहब के प्रवासियों में मानव व्यक्ति का स्वागत करने की एक नई दृष्टि" विकसित करने में मदद की है। कार्डिनल टागले ने आगे बताया कि कोविड -19 स्वास्थ्य आपातकाल के इस समय में जब राज्य अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए अधिक चिंतित हैं, कारितास का वैश्विक अभियान विशेष रूप से इस सबसे कठिन क्षण में "प्रवासियों के साथ यात्रा साझा करना जारी रखने का आह्वान करता है। "

अंत में उन्होंने जोर देकर कहा कि भले ही अभियान औपचारिक रूप से समाप्त हो गया हो, मिशन अभी भी जारी है और उन्होंने सभी अच्छे लोगों को इसे पूरी तरह से जारी रखने के लिए आमंत्रित किया।

हृदय परिवर्तन और जागरूकता के बीज बोना

उसी क्रम में जारी रखते हुए, अलोसियुस जॉन ने कहा कि "शेयर द जर्नी" अभियान का उद्देश्य "दिलों को बदलना और दूसरे के प्रति जागरूकता और खुलेपन के बीज बोना" है। उन्होंने कहा कि इन चार वर्षों के दौरान, कारितास ने अपने सदस्यों को "प्रवासियों का सामना करने और हमारे सबसे कमजोर भाइयों और बहनों का स्वागत, सुरक्षा, प्रचार और एकीकरण करके एकजुटता की संस्कृति को बढ़ावा देने" के लिए प्रेरित किया, विशेष रूप से कोविड -19 महामारी के बीच।

स्वागत, रक्षा, बढ़ावा और एकीकरण

मोन्सिन्योर ब्रूनो मेरी डफ ने अभियान के केंद्रीय चार बिंदुओं को रेखांकित किया। सबसे पहले, उन्होंने जोर देकर कहा कि "प्रवासी मुख्य रूप से प्रवासी नहीं हैं, बल्कि इतिहास, स्मृति, भूमि और एक अपरिवर्तनीय गरिमा वाले लोग हैं" जिनका स्वागत और मान्यता होनी चाहिए। दूसरे, उन्होंने लोगों के साथ हमारी एकजुटता के संबंध में संत पापा फ्राँसिस द्वारा उपयोग की जाने वाली चार क्रियाओं, "स्वागत, रक्षा, बढ़ावा और एकीकरण" को याद किया और जोर देकर कहा कि वे प्रवासियों के साथ काम करने के प्रयासों में तत्काल के चार संकेंद्रित चक्रों को परिभाषित करते हैं।"

अंत में, मोन्सिन्योर ब्रूनो ने युद्ध की हिंसा, गरीबी, असमानता, भ्रष्टाचार, तस्करी, दुर्व्यवहार और राजनीतिक लापरवाही आदि प्रवासन के कारणों को रोकने की दिशा में प्रयास करने की अपील की। उन्होंने पृथ्वी, पर्यावरण, जल और जैव विविधता की देखभाल सहित समग्र मानव विकास के कार्यक्रमों के लिए समर्थन का भी आह्वान किया।

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16 June 2021, 15:24