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कोविड-19 से मुक्ति के लिए भारतीय ख्रीस्तियों द्वारा प्रार्थना एवं उपवास

भारत के ख्रीस्तियों ने शुक्रवार को कोविड -19 के संकट से मुक्ति हेतु उपवास और प्रार्थना का दिवस रखा। कोविड-19 की दूसरी लहर ने अत्याधिक संक्रमण और मौतों के साथ देश को तबाह कर दिया और इसकी स्वास्थ्य प्रणाली चरमरा गई है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

भारत, शनिवार, 8 मई 2021 (वीएनएस)- भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन (सीबीसीआई) ने मई के पहले शुक्रवार को एक दिवसीय प्रार्थना एवं उपवास दिवस रखा था। सीबीसीआई के अध्यक्ष मुम्बई के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल ऑस्वल्ड ग्रेसियस ने पूरे देश के धर्माध्यक्षों से आग्रह किया था कि वे अपने महागिरजाघरों में अथवा धर्माध्यक्षीय आवासों में दोपहर को एकजुट होकर प्रार्थना करें।

कार्डिनल ने मुम्बई महाधर्मप्रांत के लिए एक प्रार्थना सभा तैयार किया था जिसमें मौन प्रार्थना, निवेदन की प्रार्थना एवं संत मती रचित सुसमाचार से पाठ पढ़ा गया और अंत में कुँवारी मरियम की मध्यस्थता द्वारा प्रार्थना की गई।  

राष्ट्र के लिए प्रार्थना

मुम्बई महाधर्मप्रांत की प्रार्थना सभा की भूमिका में कही गई कि "वैश्विक महामारी के इस समय में, हम बीमार और पीड़ित लोगों के लिए और हम सभी के लिए प्रार्थना करते हैं जो भय एवं चिंता महसूस कर रहे हैं। उन सभी डॉक्टर, नर्स, मेडिकल एवं हॉस्पिटल स्टाफ, देखभाल करने वाले कर्मचारी, परिवार के सदस्य, मित्रों एवं अजनबी को धन्यवाद देते हुए जो पहली पंक्ति पर काम कर रहे हैं- हम उनके लिए सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं शक्ति की याचना करते हैं।" उन लोगों के लिए भी प्रार्थना की गई जो निर्णय लेने एवं कानून लागू करने के लिए जिम्मेदार हैं ताकि वे निःस्वार्थ और उदार भावना से प्रेरित हों, वैज्ञानिक समूह के लिए प्रार्थना की गई कि वे महामारी की घातक शक्ति को रोकने के लिए रास्ता पा सकें।    

धरती माता के लिए प्रार्थना की गई थी कि वह मानवता के कारण होने वाली थकावट और तबाही से उबर सके; साथ ही प्रार्थना की गई कि लोग एहतियात और सामाजिक ज़िम्मेदारी को पूरा करते हुए, रचनात्मक तरीकों से दया और चिंता दिखायें एवं सबसे दुर्बल और सबसे कमजोर लोगों तक पहुँच सकें।

अन्य धर्माध्यक्षों ने पवित्र संस्कार की आराधना, सुसमाचार से पाठ, चिंतन एवं रोजरी माला विन्ती के साथ इस प्रार्थना को सम्पन्न किया।

ख्रीस्तीय एकता पहल

कई अन्य ख्रीस्तीय कलीसियाओं ने भी भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के इस पहल में भाग लिया। कलीसियाओं की विश्व परिषद (डब्ल्यू सीसी) जिसमें 350 कलीसियाएँ हैं और विश्वभर के करीब 500 मिलियन ख्रीस्तीय जुड़े हैं उन्होंने बतलाया कि सीबीसीआई, भारत में कलीसियाओं की राष्ट्रीय समिति एवं भारत की एवंजेलिकल फेलोशिप ने शुक्रवार की प्रार्थना एवं उपवास में भाग लिया। डब्ल्यूसीसी और एशिया के ख्रीस्तीय सम्मेलन ने एक प्रेरितिक पत्र में भारतीय ख्रीस्तीयों को आश्वासन देते हुए लिखा है, "हम भारत में पीड़ा एवं हजारों लोगों को खोने के मध्य एकात्मता एवं प्रार्थना में आपके साथ हैं।" उन्होंने भारत की कलीसिया के प्रति सहानुभूति, दुःख और प्रार्थनामय संवेदना प्रकट की है।

7 मई के इस पहल के लिए डब्ल्यू सीसी ने लोगों को प्रार्थना करने हेतु संसाधनों की पेशकश की, जिसमें प्रार्थना "शोक की आवाज, उम्मीद, और साहस" शामिल हैं, जिन्हें प्रार्थना समूहों, मंडलियों की सेवाओं, व्यक्तिगत प्रार्थना और सीधे उन लोगों को प्रेरितिक मदद पहुँचाने के लिए बनाया गया है जो महामारी द्वारा विभिन्न तरीकों से प्रभावित हैं।  

संत पापा का प्रार्थना अभियान

संत पापा फ्रांसिस ने बृहस्पतिवार को कार्डिलन ग्रेसियस को एक संदेश भेजकर भारत के सभी लोगों के प्रति अपना आध्यात्मिक सीमाप्य एवं एकात्मता व्यक्त की, जब लोग स्वास्थ्य संकट के कारण भयंकर स्थिति से गुजर रहे हैं। सभी लोगों की चंगाई एवं सांत्वना के लिए प्रार्थना करते हुए संत पापा ने बीमार, मृत तथा उनके परिवारों की विशेष याद की थी एवं स्वास्थ्यकर्मियों और उनकी मदद करनेवालों की सराहना करते हुए काथलिक कलीसिया को धन्यवाद दिया जो उदारता एवं एकात्मता के साथ सभी लोगों की सेवा कर रही है।  

संत पापा फ्राँसिस ने माता मरियम को समर्पित मई के इस माह में विश्व स्तर पर "प्रार्थना के मैराथन" का आह्वान किया है ताकि महामारी के अंत के लिए ईश्वर से प्रार्थना की जाए तथा सामान्य सामाजिक जीवन एवं क्रिया कलापों को पुनः शुरू किया जा सके। इस पहल में विश्वभर के 30 मरियम तीर्थस्थल शामिल हैं और हरेक तीर्थस्थल एक दिन रोजरी प्रार्थना का संचालन कर रहा है। हरेक दिन के लिए एक विशेष मतलब भी रखे गये हैं।  

पोप ने रोजरी मैराथन की शुरूआत 1 मई को रोम स्थित संत पेत्रुस महागिरजाघर से की। हर दिन इस रोजरी प्रार्थना को वाटिकन न्यूज के माध्यम से रोम समायानुसार शाम 6.00 बजे (भारत समय 9.30) स्ट्रीम किया जाता है। 8 मई को अर्जेंटीना के लुजान की माता मरियम तीर्थस्थल में रोजरी प्रार्थना की जायेगी, जिसमें संचार विभाग में काम करनेवाले सभी कर्मचारियों के मतलबों के लिए विशेष प्रार्थना की जायेगी।

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08 May 2021, 12:56