विश्व समर्पित जीवन दिवस विश्व समर्पित जीवन दिवस 

विश्व समर्पित जीवन दिवस पर धर्माध्यक्ष का आभार

"जब हम विश्व समर्पित जीवन दिवस मना रहे हैं, हम ईश्वर को उन लोगों के लिए धन्यवाद देते हैं जिन्होंने इस बुलाहटीय जीवन को अपनाया है।" उक्त बात पोलैंड के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के समर्पित एवं प्रेरितिक जीवन विभाग के अध्यक्ष मोनसिन्योर जेकेक किचिन्सकी ने लिखी।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

पोलैंड, मंगलवार, 2 फरवरी 2021 (वीएनएस)-विश्व समर्पित जीवन दिवस पर धर्माध्यक्षों के वेबसाईट में प्रकाशित संदेश में धर्माध्यक्ष किचिन्सकी ने याद किया है कि यह पर्व सामान्य रूप से गर्जन की माता मरियम के पर्व के रूप में जाना जाता है जो मोमबत्ती मिस्सा के साथ जुड़ा हुआ है जो हमारे जीवन से अंधकार को दूर करने का प्रतीक है। हमारे जीवन का स्रोत एवं पराकाष्ठा यूखरिस्त है, पवित्र भोज है जो हमें ईश्वर के साथ संयुक्त होने में मदद देता है। यूखरिस्त से मिलनेवाली शक्ति से हम प्रत्येक जन ऊपर उठ सकते हैं एवं ईश्वर के प्रकाश की परिधि में निरंतर रह सकते हैं।"

समर्पित जीवन के धर्मसंघ एवं प्रेरितिक जीवन की सोसाईटी के लिए बने आयोग के अध्यक्ष ने लिखा, "ईश्वर ने हममें से कुछ को ऐसी जीवन यात्रा के लिए चुना है ताकि वे सुसमाचारी सलाहों के अनुसार जी सकें जो प्रत्येक के लिए भावी जीवन का एक चिन्ह है। जब हम समर्पित जीवन के लिए विश्व दिवस मना रहे हैं, हम उन सभी के लिए ईश्वर को धन्यवाद दें जिन्होंने इस बुलाहट को अपनाया है।"

धर्माध्यक्ष ने कहा कि यूखरिस्त के मंदिर में आकर, हम विश्वास, आशा और प्रेम के एक समुदाय का निर्माण करते हैं। विश्वास जो ईश वचन को सुनने के द्वारा उत्पन्न होता है केवल इसी से हमारा समुदाय परिपक्व हो सकता है। समुदाय इसके विकास एवं तरक्की का स्थान है। समुदाय में ही, लोगों के बीच, व्यक्ति प्रेम को महसूस कर सकता है एवं सच्चा प्रेम करना सीख सकता है। समुदाय हमारा बल है जब हम दुर्बल हो जाते हैं, हमारा सहारा है जब हम गिरते हैं, जब हम लक्ष्य की ओर बढ़ने में आशा खो देते हैं तो यह हमें आगे बढ़ने में मदद देता है।

मोनसिन्योर किचिनस्की ने जोर दिया है कि समर्पित व्यक्ति सामुदायिक जीवन के अर्थ के चिन्ह हैं: वह अपने धर्मसमाज के समुदाय में, संस्था में, कलीसियाई समुदाय में अथवा जहाँ अपना मिशन कार्य करता, हमें ईश्वर की स्पष्ट उपस्थिति की याद दिलाता है। एक ऐसी दुनिया जहाँ वैवाहिक जीवन परिवार एवं सामाजिक संबंध कमजोर हो रहे हैं प्रार्थना और काम में उनकी निष्ठा का एक खास अर्थ है। 

आज बहुत सारे लोग विश्वास के गहरे संकट का अनुभव कर रहे हैं, कुछ लोग कलीसियाई समुदाय को त्याग रहे हैं। इस परिस्थिति में, धर्मसमाजी समुदाय को, दुनिया के घोर अंधेरे को दूर करने हेतु प्रकाश के स्रोत के समान बनना है।

इन दिनों जो महामारी के संकट से चिन्हित है हम में से कई के लिए विश्वास की परीक्षा बन गई है, साथ ही आपसी जिम्मेदारी की परख भी। ऐसी परिस्थिति में भी समर्पित लोगों की कमी नहीं हुई है जो तुरन्त जरूरतमंद, बीमार, पीड़ित, एकाकी, गरीब और परित्यक्त लोगों की मदद हेतु आगे आये हैं।

"हम सभी समर्पित लोगों को धन्यवाद देते हैं जो हमारे दैनिक जीवन में अलग तरीके से हमारा साथ देते हैं। हम जानते है कि वे कलीसिया एवं दुनिया के लिए अनगिनत कार्य करते हैं। भले प्रभु उनके समर्पण को नवीकृत करे एवं उनके दैनिक प्रयासों पर आशीष प्रदान करे।"

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02 February 2021, 15:22