फिलीपीनी धर्माध्यक्षों द्वारा आदिवासी नेताओं की हत्याओं की जांच
माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी
मनिला, बुधवार 20 जनवरी 2021 (वाटिकन न्यूज) : फिलीपीन के अधिकारियों ने 30 दिसंबर को कैपिज प्रांत में पान द्वीप पर स्थित तपेज़ शहर में एक संयुक्त सैन्य और पुलिस अभियान चलाया।
अधिकारी विस्फोटक और आग्नेयास्त्रों के कथित कब्जे का आरोप लगाते हुए कम्युनिस्ट पार्टी के फिलीपींस-न्यू पीपुल्स आर्मी के "शीर्ष के नेताओं" को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे। उनका दावा है कि समूह के नौ सदस्यों ने गिरफ्तारी का विरोध किया और कानून प्रवर्तन अधिकारियों पर गोलियां चलाईं। इसके जवाब में पुलिस को उनपर गोली चलानी पड़ी। पुलिस ने 18 लोगों को हिरासत में लिया गया।
मारे गए लोग तुमानडोक आदिवासी समुदायों के नेता थे। प्रत्यक्षदर्शी, हालांकि, घटनाओं के आधिकारिक संस्करण का विरोध करते हैं। उनका कहना है कि पुरुष निहत्थे थे और उन्होंने कोई प्रतिरोध नहीं किया।
स्वतंत्र जांच
जवाब में, कैपिज़ के कार्डिनल जोस एडविनकुला ने पास के धर्मप्रांतों के सात अन्य काथलिक धर्माध्यक्षों के साथ एक स्वतंत्र जांच के लिए एक प्रेरितिक पत्र जारी किया।
15 जनवरी के पत्र में, धर्माध्यक्षों ने दावा किया कि पीड़ितों को अन्यायपूर्ण तरीके से मार दिया गया था।
उन्होंने लिखा, "परिवारों ने प्रतिवाद किया कि पीड़ितों ने गिरफ्तारी का विरोध नहीं किया," “आग्नेयास्त्र और विस्फोट उनके द्वार किये गए थे। पीड़ितों की हत्या कर दी गई थी।”
स्थानीय बांध परियोजना की आलोचना करना
फिलीपींस में अधिकार समूहों का कहना है कि सरकार अक्सर आरोप लगाती है कि आदिवासी लोगों के अधिकारों के लिए लड़ने वाले आदिवासी नेता कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य हैं। आदिवासी नेताओं ने हाल ही में एक बड़े बांध के निर्माण के लिए विरोध किया था, जो समुदाय की पैतृक भूमि को प्रभावित करेगा।
डर पैदा करना
कार्डिनल एडिनकुला और अन्य धर्माध्यक्षों ने कहा कि आदिवासी समुदायों के बीच भय पैदा करने के लिए हत्याएं की गई थीं।
हिंसा के मद्देनजर कम से कम 500 लोग अपने घरों से भाग गए।
धर्माध्यक्षों ने कहा, "इस अत्याचार ने तुमानडोक समुदायों में निवासियों में भय और अनिश्चितता का माहौल पैदा कर दिया है। डर ने कई लोगों को सुरक्षा के लिए दूसरे स्थानों में भागने के लिए मजबूर किया है।"
मानवाधिकारों की रक्षा करें
हाल ही में हुई हिंसा असाधारण हत्याओं के लंबे समय से चल रहे चलन का हिस्सा है, जिसमें कई सामाजिक नेताओं को पुलिस ने संदिग्ध आधार पर मार दिया है।
इस मामले में, पश्चिमी विसाय के धर्माध्यक्षों ने सुरक्षा बलों से नैतिकता के मानकों और नियमों के उल्लंघन का सख्ती से निरीक्षण करने का आग्रह किया।
नागरिकों को किसी भी प्रकार के दुर्व्यवहार से बचाने के लिए उन्होंने पुलिस को बॉडी कैमरा पहनने का भी सुझाव दिया।
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