ऑर्थॉडॉक्स की तेवाहेदो कलीसिया का संत गाब्रिएल गिरजाघर ऑर्थॉडॉक्स की तेवाहेदो कलीसिया का संत गाब्रिएल गिरजाघर 

कलीसियाओं की विश्व परिषद द्वारा इथोपिया में शांति हेतु प्रार्थना

कलीसियाओं के विश्व परिषद (डब्ल्यू सीसी) ने इथोपिया की सरकार एवं टाइग्रे पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट से अपील की है कि वे अपने विवाद को सुलझाने के लिए शांतिपूर्ण रास्तों को अपनायें। उन्होंने जारी संकट के बीच इथोपिया के लोगों एवं कलीसियाओं के लिए प्रार्थना की है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

इथोपिया, मंगलवार, 17 नवम्बर 2020 (वीएन)- इथोपिया में संघर्ष की शुरूआत 4 नवम्बर को हुई जब प्रधानमंत्री अबी अहमद ने टाइग्रे पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट (टीपीएलएफ) के प्रति वफादार सशस्त्र बलों द्वारा संघीय सैनिकों पर हमले के जवाब में सैन्य अभियान शुरू किया, जिसके परिणामस्वरूप भारी जनहानि हुई और हजारों नागरिक भाग गए।

एक वर्चुवल सभा के बाद जारी बयान में कलीसियाओं के विश्व परिषद की कार्यकारी समिति ने "कलीसियाओं एवं समुदायों के विरूद्ध कई क्रूर हमलों की निंदा की है," विशेषकर, इथोपियाई ऑर्थोडॉक्स तेवाहेदो कलीसिया के प्रति जो सबसे अधिक प्रभावित है।

सभी के लिए प्रार्थना

डब्ल्यू सी सी ने संघर्ष के कारण विस्थापित लोगों के प्रति सहानुभूति प्रकट करते हुए प्रार्थना की है, "हम प्रार्थना करते हैं कि उन्हें सुरक्षा और धार्मिक स्वतंत्रता मिले ताकि वे अपने घर लौट सकें।"

"हम उनका विरोध करते हैं जो अपने राजनीतिक उद्देश्यों के लिए इथोपिया के लोगों के बीच तनाव, विभाजन, शत्रुता एवं रक्तपात को बढ़ावा देते हैं।" उन्होंने सभी जोखिम उठानेवालों से आग्रह किया है कि वे "एक नई तबाही के कगार से पीछे लौटें और विभाजन के बजाय सहयोग एवं संघर्ष के बजाय संवाद के रास्ते को अपनाएँ।"

डब्ल्यू सी सी ने इथोपिया की सभी कलीसियाओं के प्रति अपना समर्थन व्यक्ति किया है एवं प्रोत्साहन दिया है कि वे हिंसा एवं घृणा के खिलाफ, वार्ता, शांति, न्याय और एकता हेतु अपनी नबी की आवाज बुलांद करे।

परिवर्तन

इस बात पर गौर करते हुए कि वर्तमान संकट कई समवर्ती चुनौतियों की पृष्ठभूमि के खिलाफ पैदा हुआ है, विशाल इथियोपियाई पुनर्जागरण बांध के साथ जुड़े क्षेत्रीय तनावों सहित, 25 वर्षों में सबसे बुरा टिड्डी आक्रमण, खाद्य उत्पादन पर गंभीर प्रभाव और कोविद -19 महामारी के संकटों के ऐसे समय में, समिति ने, सहयोग की आवश्यकता को रेखांकित किया है।

बयान में पुष्टि दी गई है कि डब्ल्यू सी सी, इथोपिया और एरीट्रिया में कलीसियाओं एवं धार्मिक समुदायों के बीच वार्ता और सहयोग के समर्थन के लिए प्रतिबद्ध है और क्षेत्र में शांतिपूर्ण संबंध स्थापित करना चाहता है।   

संघर्ष का विस्तार

संघीय सरकार और टाइग्रे क्षेत्रीय राज्य के बीच तनाव कई महीनों से बढ़ रहा था और इसका स्वरूप जातीय है। कई समीक्षकों को भय है कि संघर्ष बढ़ सकता है और इथोपिया के दूसरे प्रांतों के साथ एरीट्रिया, सूडान और सोमालिया को भी अपनी चपेट में ले सकता है।  

इथोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद के निर्णय को ध्यान में रखते हुए कि टाइग्रे क्षेत्र में सैन्य अभियान शुरू किया जाए, इथोपिया के काथलिक धर्माध्यक्षों ने एक बयान जारी किया है जिसमें दलों से आग्रह किया गया है कि वे मतभेदों को सौहार्दपूर्ण सम्मान एवं समझदारी के साथ सुलझायें तथा नागरिक युद्ध के जोखिम की चेतावनी दी है।

8 नवम्बर को देवदूत प्रार्थना के उपरांत संत पापा फ्राँसिस ने भी इथोपिया के लिए प्रार्थना की थी एवं अपील की थी कि वे सशस्त्र लड़ाई के प्रलोभन का बहिष्कार करें। उन्होंने सभी को प्रार्थना हेतु आमंत्रित करते हुए मतभेदों का भाईचारापूर्ण सम्मान, वार्ता एवं शांतिपूर्ण समाधान का प्रोत्साहन दिया था।  

इथियोपिया की संघीय सरकार और टाइग्रे बलों के बीच चल रही लड़ाई ने पूर्वी अफ्रीकी धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के संघ के बीच चिंता बढ़ा दी है, जिन्होंने शुक्रवार, 13 नवंबर को इथियोपिया के लोगों से शांतिपूर्ण वार्ता द्वारा असहमतियों को दूर करने का आह्वान करते हुए एक बयान प्रकाशित किया है।

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17 November 2020, 16:05