2020.10.13 जेसुइट कूरिया रोम के येसु समाजी, फादर स्टेन के लिए न्याय की मांग करते हुए 2020.10.13 जेसुइट कूरिया रोम के येसु समाजी, फादर स्टेन के लिए न्याय की मांग करते हुए 

फादर स्वामी की रिहाई के लिए दक्षिण एशिया येसु समाजियों का अभियान

फादर स्वामी की रिहाई के लिए दक्षिण एशिया येसु समाजियों ने # स्टैंडविथस्टैन अभियान शुरु किया है जिन्हें 8 अक्टूबर को रांची में अपने घर से माओवादी विद्रोहियों के साथ कथित संबंधों और 2018 में महाराष्ट्र राज्य के भीमा-कोरेगांव में हुए दंगों में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

नई दिल्ली, सोमवार 30 नवम्बर 2020 (वाटिकन न्यूज) : # स्टैंडविथस्टैन: इस हैशटैग के साथ दक्षिण एशिया के जेसुइट सम्मेलन ने अपने भाई और आदिवासी अधिकारों के कार्यकर्ता, 84 वर्षीय फादर स्टेन स्वामी की जेल से रिहाई के लिए अभियान शुरू की। देशद्रोह और आतंकवाद के आरोपों पर एक महीने से अधिक समय तक वह जेल में बंद है।

# स्टैंडविथस्टैेन

दक्षिण एशिया येसु समाजियों का कहना है, "हम स्टेन का समर्थन करते हैं, हम उसकी गिरफ्तारी की निंदा करते हैं और हम उसकी तत्काल रिहाई की मांग करते हैं।" आने वाले दिनों में एकजुटता अभियान तेज किया जाएगा और फादर की मुक्ति के लिए एक "अभियान दिवस" की उम्मीद की जा रही है। फादर को पार्किंसंस की बीमारी है और उसे तत्काल मदद की जरूरत है। दक्षिण एशिया येसु समाजियों की आवाज़ फादर स्वामी की रिहाई के लिए उठाई गई कई आवाज़ों में से एक है: उदाहरण के लिए, 17 नवंबर को, ख्रीस्तीय नेताओं के एक समूह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को एक याचिका पेश की। अक्टूबर में भारतीय धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने "समझ से बाहर गिरफ्तारी" की बात कही थी, भारतीय आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए पुरोहित की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए धर्माध्यक्षों ने यह भी याद किया कि "भारत में काथलिकों को हमेशा निष्ठावान नागरिक, कानून के सम्मान और 'भारत माता' की सेवा के रूप में सभी ने सराहा है। उन्होंने हमेशा राष्ट्र के निर्माण में योगदान दिया है और सभी भारतीयों के जन कल्याण के लिए और हमारे देश की प्रगति के लिए सरकार के साथ सहयोग करना जारी रखा है। हमारी मांग है कि सभी नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों को सुरक्षित रखा जाए और सभी के बीच शांति और सद्भाव बनी रहे।

रिहाई के लिए अपील

भारतीय धर्मसंघी सम्मेलन (सीआरएई) ने भी फादर स्वामी की रिहाई के लिए अपील शुरू की है। जैसा कि एशिया के धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के संघ (एफएबासी) ने लिखा है, "फादर स्टेन की गिरफ्तारी और निर्मम कैद महात्मा गांधी को दिए गए उस उपचार की याद दिलाती है जब उन्होंने भारतीय लोगों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी थी। ' यह भी ध्यान देने योग्य है कि हाल ही में कर्नाटक राज्य के शहर में हुई, 3 किमी लंबी एकजुटता की मानव श्रृंखला में बैंगलोर के महाधर्माध्यक्ष पीटर मचाडो की भागीदारी है। महाधर्माध्यक्ष पीटर ने मीडिया से कहा, "पुरोहित को रिहा किया जाना चाहिए - उसे सताए जाने के बजाय, सरकार को उसे गरीबों के लिए दी गई महान सेवा के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।"

फादर द्वारा आरोप अस्वीकार

8 अक्टूबर को रांची में अपने घर से फादर स्टेन स्वामी को माओवादी विद्रोहियों के साथ कथित संबंधों और 2018 में महाराष्ट्र राज्य के भीमा-कोरेगांव में हुए दंगों में शामिल होने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के कुछ अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार लिया गया था। अपने उपर लगे इस आरोप को फादर स्टेन स्वामी ने हमेशा अस्वीकार किया है।

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30 November 2020, 15:37