संत मदर तेरेसा की कब्र पर प्रार्थना करती धर्मबहनें संत मदर तेरेसा की कब्र पर प्रार्थना करती धर्मबहनें 

महामारी, मदर तेरेसा की भावना को पुनःखोजने का समय, कार्डिनल टागले

कोलकाता की संत मदर तेरेसा के पर्व दिवस पर, अंतरराष्ट्रीय कारितास के अध्यक्ष कार्डिनल लुइस अंतोनियो टागले ने वाटिकन मीडिया के साथ "गरीबों की माँ" पर एक चिंतन साझा किया। उनकी उदारता का उदाहरण सर्वव्यापी महामारी का सामना करने में हमारी मदद कर सकता है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार 05 सितम्बर 2020 (वाटिकन न्यूज) : ʺपूरी तरह से गरीबों के बीच, गरीबों की सेवा के लिए समर्पित जीवनʺ कोलकाता की संत मदर तेरेसा का उदाहरण दुनिया भर के लोगों, विश्वासियों और गैर-विश्वासियों को समान रूप से आकर्षित करती है।

"सबसे ज्यादा जरूरतमंदों की संत" होने का एक मूर्त संकेत यह है कि शनिवार, 5 सितंबर 1997 को उनकी मृत्यु की सालगिरह और उनके सम्मान में संयुक्त राष्ट्र संघ अंतर्राष्ट्रीय चैरिटी दिवस मनाती है।

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 17 दिसंबर 2012 को अंतर्राष्ट्रीय चैरिटी दिवस की घोषणा करते हुए स्पष्ट रूप से जरुरतमंद लोगों के लिए प्यार के एक मॉडल के रूप में मदर तेरेसा का उल्लेख किया।

चैरिटी द्वारा शांति का निर्माण

"मान्यता है कि परोपकार सामाजिक सामंजस्य और शांति का निर्माण करता है," वाटिकन मीडिया के साथ साझा किए गए चिंतन में कार्डिनल टागले ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ हर साल 5 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय चैरिटी दिवस के रूप में मनाता है, जिसका उद्देश्य स्वयंसेवी और जनकल्याणकारी गतिविधियों के माध्यम से दूसरों की मदद करने वाले विश्व भर के लोगों, गैर सरकारी संगठनों और हितधारकों को जागरूक करना और एकत्रित करना है।

मदर तेरेसा के निधन की वर्षगांठ मनाने के लिए 5 सितंबर की तारीख चुनी गई थी। 1979 में "शांति के लिए खतरा उत्पन्न करने वाले गरीबी और संकट को दूर करने के संघर्ष में उनके द्वारा किए गए कार्य के लिए" उन्हें शांति का नोबेल पुरस्कार भी मिला। संत मदर तेरेसा प्रत्येक मानव में ईश्वर की छवि को देख पाती थी। उन्होंने खुद को गरीबों के लिए ईश्वर के प्रेमउपहार का एक साधन बनाया।

दूसरों की भलाई 

कार्डिनल टागले ने कहा कि संत मदर तेरेसा अंतरराष्ट्रीय कारितास के संरक्षक संतों में से एक हैं। मदर तेरेसा द्वारा 1950 में स्थापित ‘मिशनरीज़ ऑफ़ चैरिटी’, धर्मसमाज की धर्मबहनें दुनिया के कई हिस्सों में गरीबों के बीच अपनी सेवाएँ दे रही हैं।

अंतरराष्ट्रीय कारितास के अध्यक्ष कार्डिनल टागले ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय चैरिटी दिवस 2020 के दिन संत मदर तेरेसा और मिशनरीज़ ऑफ चैरिटी की भावना हमें कोविद -19 महामारी के समय में सबसे जरुरत मंदों की सेवा हेतु ठोस कदम उठाने में हमें प्रेरित करती है।

कार्डिनल टागले ने कहा,"हर किसी को गरीबी कम करने और शांति को बढ़ावा देने के लिए परोपकार के कार्य करने हेतु प्ररित किया जाता है। मेरा मानना है कि आज हमें संत मदर तेरेसा की भावना में अपने आप से कुछ खास सवालों का जवाब देना है : आप किस तरह के व्यक्ति हैं? आप आज के युवा को किस तरह का व्यक्ति बना रहे हैं? क्या हम उन व्यक्तियों का सम्मान करते हैं जो हमसे अलग हैं? क्या महामारी ने हममें प्रेम की वृत्ति को जगा दिया है या इसने हमें व्यक्तित्वहीन बना दिया है? पहले से कहीं अधिक, हमें आज विश्वसनीय व्यक्तियों से प्रामाणिक उदारता की आवश्यकता है! "

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05 September 2020, 13:47