मॉरिशस में जहाज से तेल रिसाव मॉरिशस में जहाज से तेल रिसाव 

पृथ्वी की पुकार सुनें, कार्डिनल पियात

मॉरीशस द्वीप के दक्षिणी समुद्र में कई टन कच्चे तेल के रिसाव के कारण हुई आपदा के प्रभावों की याद कर, संत पापा फ्राँसिस द्वारा सामीप्य व्यक्त करने पर कार्डिनल मौरिस पियाट ने उनके प्रति अपना आभार व्यक्त किया। कार्डिनल ने सृष्टि की देखभाल हेतु विश्व प्रार्थना दिवस पर एक अपील जारी की है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, मंगलवार, 1 सितम्बर 2020 (वीएन)- जापानी जहाज में हुए दरार से 1,000 टन से अधिक ईंधन के रिसाव के चलते, मॉरीशस सरकार को पर्यावरणीय आपातकाल की स्थिति की घोषणा करनी पड़ी। जिसने मॉरीशस द्वीप में अर्थव्यवस्था, पर्यावरण और समाज को भारी नुकसान पहुंचाया है। वहाँ की अधिकांश आबादी मच्छली मारने और पर्यटन के द्वारा अपनी जीविका अर्जित करती है। जबकि सम्पति कुछ लोगों के हाथ में केंद्रित है। 

जापानी टैंकर एमवी वकाशियो में 3,800 टन इंधन एवं 200 टन डीजल था जो ब्लू बे समुद्री पार्क के पास एक संरक्षित क्षेत्र पोंते डायसनी में बिखर गया। इस आपदा के मद्देनजर, जिसे दुनिया के विभिन्न हिस्सों से विशेषज्ञों के हस्तक्षेप की आवश्यकता है मॉरीशस की राजधानी पोर्ट-लुईस के धर्माध्यक्ष कार्डिनल मौरिचे पीयात ने सभी लोगों से अपील की है कि वे अच्छे पारिस्थितिक चेतना से प्रेरित होकर जागें।

उनकी यह अपील संत पापा फ्राँसिस द्वारा द्वीप के लिए जारी अपील के बाद सामने आयी है।

एक साक्षात्कार में कार्डिनल पियात ने वाटिकन न्यूज को बतलाया कि कलीसिया द्वारा पर्यावरण की देखभाल के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए शैक्षणिक और सामाजिक गतिविधियाँ की जा रही हैं।

उन्होंने कहा कि परिस्थिति का जवाब देते हुए हम उन गतिविधियों को बढ़ावा देना चाहते हैं जो युवाओं को विभिन्न खाद्य संस्कृति एवं अभ्यास की सीख देता है। उदाहरण के लिए, समुद्र और समुद्र तटों में पड़े प्लास्टिक वस्तुओं के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने का महान कार्य भी उन्होंने शुरू किया है। वे प्रति वर्ष लगभग 100 मिलियन प्लास्टिक की बोतलों का उत्पादन करते हैं - जो एक बड़ी राशि। उन्होंने कहा कि हम सरकार को प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए जोर देना चाहते हैं, जो देश और समुद्र के लिए एक बड़ा खतरा बन रहा है।

संत पापा ने मॉरिशस के द्वीपों की याद की है एवं दुनिया के सामने इसके बारे कहा है आप लोगों पर इसका क्या प्रभाव पड़ रहा है? इस सवाल के उत्तर में कार्डिनल ने कहा कि मॉरिशस के द्वीपों के बारे बोलने के लिए हम संत पापा के प्रति बहुत आभारी हैं जहाँ जहाज से तेल रिसाव के कारण त्रासदी हुई है। मॉरिशस ने उसे साफ करने के लिए बहुत कोशिश की है किन्तु दुर्भाग्य से मछुआरों के जीवन को भारी नुकसान पहुँची है साथ ही द्वीप में रहनेवाले लोगों का जीवन भी प्रभावित हुआ है।

उन्होंने कहा कि मछली मारना और पर्यटन फिर शुरू होगा लेकिन द्वीप को पुनः सामान्य स्थिति में आने के लिए 45 साल लग जायेंगे। तब तक पर्यटन और मछली मारने का व्यवसाय रूका रहेगा जबकि अनेक परिवार इसी से अपनी जीविका अर्जित करते हैं।

कार्डिनल ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि आज विश्व में सभी ओर हमें ईश्वर के सामने एक बड़ी जिम्मेदारी है कि हम पृथ्वी की पुकार एवं गरीबों की आवाज सुनें। हम जहाँ कहीं भी हैं न केवल अपने कार्य करने के तरीके बदलें बल्कि अपनी सोच में भी बदलाव लायें एवं ईश्वर के महान वरदान हमारे आमघर पर ध्यान दें।  

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01 September 2020, 16:58