मिन्स्क मोगिलेव के महाधर्माध्यक्ष तेदेयुस कोंड्रूसिविच मिन्स्क मोगिलेव के महाधर्माध्यक्ष तेदेयुस कोंड्रूसिविच  

बेलारूस: मिन्स्क के महाधर्माध्यक्ष देश में प्रवेश करने वंचित

बेलारूस सीमा अधिकारियों ने मिन्स्क मोगिलेव के महाधर्माध्यक्ष तेदेयुस कोंड्रूसिविच को देश में प्रवेश से वंचित कर दिया। उनहोंने विश्वासियों से अपील की,कि वे इस नवीनतम संकट को और "तनावपूर्ण" न होने दें, जो वर्तमान में राष्ट्र को हिला रहा है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

बेलारुस, बुधवार 02 सितम्बर 2020 (वाटिकन न्यूज) : बेलारूसी सीमा अधिकारियों ने सोमवार को महाधर्माध्यक्ष तेदेयुस कोंड्रूसिविक को देश में प्रवेश करने से रोक दिया। वे पोलैंड की प्रेरितिक यात्रा के बाद देश लौट रहे थे।  

मिन्स्क मोगिलेव के 74 वर्षीय महाधर्माध्य़क्ष ने मंगलवार को विश्वासियों के लिए एक पत्र लिखकर बताया कि उन्हें "किसी भी कारण के स्पष्टीकरण के बिना" ब्रूज़ी सीमा पर रोक दिया गया, भले ही गार्ड ने "बहुत विनम्रता से व्यवहार किया।"

महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि बेलारूस में होने वाले "मौजूदा राजनीतिक संकट" को देखते हुए सीमावर्ती अधिकारियों ने "तनावपूर्ण और चुनौतीपूर्ण" निर्णय लिया। अपने नागरिक अधिकारों का हवाला देते हुए, महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि देश में प्रवेश करने से मना करने के लिए सीमा अधिकारियों के आधार उनके लिए स्पष्ट नहीं थे और उन्होंने 20 सितंबर 2009 के बेलारूस गणराज्य के संविधान के अनुच्छेद संख्या 49-3 में कहा: "बेलारूस गणराज्य में प्रवेश करने का नागरिकों का अधिकार सीमित नहीं हो सकता है।”

महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि प्रवेश पर प्रतिबंध "मिन्स्क-मोगिलेव महाधर्मप्रांत के प्रमुख और बेलारूस के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष के रूप में उनकी प्रेरितिक योजनाओं पर हस्तक्षेप करता है।" यह आशा व्यक्त करते हुए कि "कष्टप्रद गलतफहमी" जल्द ही सुलझ जाएगी, उन्होंने स्थिति को स्पष्ट करने के लिए देश की राज्य सीमा समिति से एक आधिकारिक अनुरोध किया है।

अपने पत्र को समाप्त करते हुए, महाधर्माध्यक्ष कोंड्रूसिविक ने सभी को अपने घर लौटने और बेलारूस में "तीव्र सामाजिक-राजनीतिक संकट के शांतिपूर्ण समाधान" के लिए प्रार्थना करने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने राष्ट्र और उसके लोगों को माता मरियम और बेलारूस के संरक्षक महादूत माइकेल के संरक्षण में सौंपा।

बेलारूस का विरोध

बेलारूस में विरोध प्रदर्शन राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको के लिए किया गया, जिन्होंने 26 साल से बेलारूस पर शासन किया। अगस्त के शुरुआती चुनावों में लगभग 80% वोट के साथ राष्ट्रपति अलेक्जेंडर जीत की घोषणा की गई। हजारों लोगों ने पिछले तीन हफ्तों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों में सड़कों पर उतरकर परिणामों की निंदा की और एक स्वतंत्र और पारदर्शी वोट देने का आह्वान किया। विरोध प्रदर्शन सरकारी सुरक्षा बलों से झड़प होने के बावजूद कायम है जिसमें कई घायल और कम से कम छह लोग मारे गए हैं।

विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर, महाधर्माध्यक्ष कोंड्रूसिविक ने बेलारूसवासियों से शांति और बातचीत को अपनाने के लिए लगातार आह्वान किया है। उन्होंने राष्ट्र के सुरक्षा बलों द्वारा प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई के खिलाफ भी बात की है।

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02 September 2020, 15:36