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राष्ट्रपति द्वारा तीर्थालय की यात्रा निंदनीय, महाधर्माध्यक्ष

महाधर्माध्यक्ष विल्टन ग्रेगोरी ने वाशिंगटन में संत जॉन पॉल द्वितीय के राष्ट्रीय तीर्थालय में राष्ट्रपति ट्रम्प की यात्रा की निंदा करते हुए इसे "जोड़ तोड़" बताया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाशिंगटन, बुधवार 3 जून 2020 (वाटिकन न्यूज) : वाशिंगटन डीसी के महाधर्माध्यक्ष विल्बर्ट ग्रेगोरी ने मंगलवार को एक अफ्रीकी-अमेरिकी व्यक्ति की हत्या के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति के काथलिक तीर्थालय की यात्रा की आलोचना की है, जिसमें पुलिस हिरासत में एक अफ्रीकी-अमेरिकी व्यक्ति की हत्या से देश भर में अशांति फैल गई है।

वाशिंगटन में संत जॉन पॉल द्वितीय के राष्ट्रीय तार्थालय में अमेरिकी राष्ट्रपति की यात्रा से पहले जारी एक बयान में, शहर के काथलिक महाधर्माध्यक्ष ने कहा, "मुझे यह चौंकाने वाला और निंदनीय लगता है कि कोई भी काथलिक व्यवस्था अपने आप को इतने गलत तरीके से दुरुपयोग करने की अनुमति देगा और इसमें हेरफेर किया जाएगा, जो हमारे धार्मिक सिद्धांतों का उल्लंघन करता है, जो हमें सभी लोगों के अधिकारों की रक्षा करने के लिए कहता है,  उन लोगों के अधिकारों की भी रक्षा करनी है जिनके विचार हमसे अलग हो सकते हैं।"

महाधर्माध्यक्ष विल्सन ग्रेगोरी एक साल से वाशिंगटन महाधर्माप्रांत का नेतृत्व कर रहे है। उन्होंने राष्ट्रपति ट्रम्प की घोषणा के बाद बयान जारी किया कि राष्ट्रपति ट्रम्प 2 जून मंगलवार को तीर्थ यात्रा करेंगे। उनकी यात्रा एक अफ्रीकी-अमेरिकी व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के खिलाफ व्यापक प्रदर्शनों के बीच हुई, जिसने पुलिस अधिकारियों द्वारा दबाये जाने के कारण दम तोड़ दिया था।

ट्रम्प की यात्रा पर काथलिकों की आलोचना को निकटवर्ती काथलिक विश्वविद्यालय अमेरिका के पास प्रदर्शित किया। "हमारा गिरजाघर एक तस्वीर नहीं है" और "ब्लैक लिव्स मैटर" (काले का जीवन मायने रखता है) तख्ते को पकड़े हुए उनमें से कई ने प्रार्थना की।

व्हाइट हाउस ने कथित तौर पर अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करने के लिए राष्ट्रपति के लिए एक कार्यक्रम के रूप में यात्रा को निर्धारित किया था।

महाधर्माध्यक्ष ग्रेगोरी ने अपने बयान में कहा है कि "संत पापा जॉन पॉल द्वितीय मानव अधिकारों और सम्मान के एक प्रबल रक्षक थे। उनकी विरासत उस सत्य का विशद गवाह है। वे निश्चित रूप से आंसू गैस और अन्य डिटर्जेंट के उपयोग को शांत करने, तितर-बितर करने या उन्हें पूजा स्थल और शांति के सामने एक फोटो लेने के लिए नहीं करेंगे।"

व्हाइट हाउस के सामने इकट्ठा हुए शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के एक बड़े समूह पर आंसू गैस छोडे जाने के एक दिन बाद राष्ट्रपति ने तीर्थालय की यात्रा की जिससे कि वे व्हाइट हाउस से संत जॉन महागिरजाघर तक पैदल चल सकें। महागिरजाघर में उन्होंने एक बाइबिल हाथ में लिए तस्वीर ली।

उस यात्रा की गिरजाघर के पुरोहितों द्वारा निंदा की गई, जो प्रदर्शनकारियों के साथ एकत्र हुए थे और वाशिंगटन के महाधर्माध्यक्ष ने एक प्रस्ताव के रूप में गिरजाघर के उपयोग को रोक दिया था।

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03 June 2020, 16:29