हॉगकॉग विरोध प्रदर्शन हॉगकॉग विरोध प्रदर्शन 

हॉंगकॉंग कार्डिनल, हिंसा से संकट का समाधान नहीं

हॉंगकॉंग के कार्डिनल जॉन तोंग होन ने हॉंगकॉंग में हिंसा के विरूद्ध अपील की है तथा सरकार एवं नागरिकों का आह्वान किया है कि वे पुनः आपसी विश्वास स्थापित करें।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

हॉंगकॉंग, बृहस्पतिवार, 17 अक्टूबर 2019 (वीआन)˸ हॉंगकॉंग के प्रेरितिक प्रशासक ने क्षेत्र में बढ़ते हिंसक प्रदर्शन को रोकने एवं शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने की अपील की है।

कार्डिनल जॉन ने 11 अक्टूबर को स्थानीय नागरिकों को एक खुला पत्र प्रेषित किया था। उनका कहना है कि शहर में बिगड़ती स्थिति से उन्हें अत्यधिक दुःख है।  

निराशा पर आशा

उन्होंने स्वीकार किया कि वे राजनीतिज्ञ नहीं हैं अतः संकट के समाधान के लिए कोई हल नहीं दे सकते, किन्तु आशा व्यक्त की कि ईश्वर हॉंगकॉंग के लोगों की मदद करेंगे ताकि वे इस अव्यवस्थित समय से बाहर निकल पायेंगे।

उन्होंने कहा, "जब हमारी वैध मांग स्वीकार नहीं की जाती है तब हमें निराशा हो सकती है किन्तु हमें आशा नहीं खोना चाहिए क्योंकि निराशा भविष्य की ओर हमारी नजर को धुंधला कर देता है, हमारे जीवन को खाली कर देता है।"  

गुस्सा घृणा के लिए प्रेरित करता है

हॉंगकॉंग के कार्डिनल ने कहा कि गुस्सा घृणा के लिए प्रेरित करता है जो अच्छाई और बुराई में अंतर कर पाने की क्षमता को समाप्त कर देता है। अच्छाई को नष्ट करता एवं हिंसा लाता है।  

उन्होंने कहा, मैं दृढ़विश्वास करता हूँ कि हिंसा इस समय की समस्या का हल नहीं है बल्कि यह केवल गहरा घाव कर रहा है।"

कार्डिनल ने महात्मा गाँधी और नेलशन मंडेला का आदर्श प्रस्तुत करते हुए कहा कि उन्होंने निरंकुशता के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन का पथ अपनाया था।  

विविधता में सौहार्द

हॉंगकॉंग सम्पन्न है क्योंकि इसके लोग एक-दूसरे की विविधताओं की कद्र करना जानते हैं। सौहार्द तभी स्थापित की जा सकती है जब नागरिकों की मांगों का जवाब दिया जाए। अतः सरकार एवं नागरिकों को आपसी विश्वास को स्थापित करने हेतु काम करना चाहिए।  

कार्डिनल ने कहा, "मुझे यह देखकर बहुत दुःख होता है कि युवा आज की सामाजिक परिस्थिति के लिए परेशान और चिंतित हैं क्योंकि यह केवल भविष्य को ही नहीं वर्तमान को भी प्रस्तुत नहीं कर पा रहा है।"  

हरेक की जिम्मेदारी

अंततः कार्डिनल ने सभी सामाजिक वर्गों एवं अधिकारियों का आह्वान किया है कि वे युवाओं की चिंताओं को कम करें तथा इस जटिल परिस्थिति से बाहर निकलने का रास्ता पा सकें।

उन्होंने कहा, "मैं सरकार से आग्रह करता हूँ कि वे हॉंगकॉंग के नागरिकों की पुकार को ध्यान से सुने। जो सत्ता में है वे कानून का शुद्ध अन्तःकरण से सम्मान करें और उसे लागू करें तथा अपने प्रति लोगों के सम्मान एवं भरोसा को बनाये रखें।"

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

17 October 2019, 15:55