लड़कियों को शिक्षित करने के लिए धर्मबहनों को मिला सम्मान
माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी
सराहना के दुर्लभ प्रदर्शन में, सोनाडा शहर के लोगों ने पवित्र क्रूस की दया की धर्मबहनों की प्रशंसा की, जो सोनाडा शहर के आसपास पड़ोसी गांवों के करीब 25 चाय बगानों की गरीब लड़कियों के लिए स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा प्रदान करती हैं।
पवित्र क्रूस की दया की धर्मबहनें 1980 में दार्जिलिंग हिल्स स्थित कुर्सियांग आई और सम्पन्न परिवार की लड़कियों के लिए एक आवासीय विद्यालय शुरू किया, 1986 में चाय बगानों की गरीब महिलाओं के लिए एक डिस्पेंसरी और बच्चियों के प्राथमिक विद्यालय और होस्टेल खोल दिया।
स्वर्ण जयंती ख्रीस्तयाग समारोह
8 जुलाई 2018 के नौ पुरोहितों के साथ स्वर्ण जयंती ख्रीस्तयाग समारोह का अनष्ठान करते हुए, दार्जिलिंग के धर्माध्यक्ष स्टीफन लेपचा ने "लड़कियों की शिक्षा और महिलाओं की स्वास्थ्य देखभाल हेतु निःस्वार्थ सेवा" के लिए धर्मबहनों की प्रशंसा की।
धर्माध्यक्ष लेपचा ने करीब 40 पवित्र क्रूस की दया की धर्मबहनों को याद किया जिन्होंने सोनाडा में काम किया। भारत में होली क्रोस धर्मबहनों से जानी जाती हैं। वे धर्मबहनें समारोह में उपस्थित होकर "पिछले 50 वर्षों के दौरान अपनी सफलता और असफलताओं को इंगित करते हुए ईश्वर के कृपादानों के लिए धन्यवाद दिया। संत तेरेसा पल्ली के पल्लीपुरोहित सेल्सियन फादर सुनील लकड़ा ने समारोह में चाय बागानों की गरीब लड़कियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए धर्मबहनों का धन्यवाद किया।
परीक्षा में 100% पास के परिणाम
होली क्रॉस हाई स्कूल सोनाडा की प्रिंसिपल धर्मबहन शेरिन ने कहा,"पिछले वर्षों की तरह, होली क्रॉस स्कूल, सोनाडा ने माध्यमिक परीक्षा और एच.एस. परीक्षा दोनों में 100% पास के परिणाम के साथ उत्कृष्टता हासिल की है।"
प्रधानाचार्य ने कहा, "2016 जीटीए (गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन) टोपर मिस चोडेन शेरपा ने इस वर्ष विज्ञान विभाग में 82.2% और कला विभाग में मिस रिनजी लामू तमांग ने 86.4% और एच.एस. परीक्षा में शीर्ष स्थान हासिल किया है।" धन्यवाद ज्ञापन में प्रिंसिपल ने उन सभी लोगों का शुक्रिया अदा किया, जो पिछले साल पहाड़ियों में 104 दिनों के बंद होने के दौरान कक्षा 10 और 12 परीक्षाओं में उपस्थित होने के लिए छात्राओं के लिए कोचिंग कक्षाएं आयोजित करने के अपने निर्णय में धर्मबहनों का साथ दिया।
सोनाडा उन छोटे शहरों में से एक है, जो ज्यादातर पर्यटक एनएच 55 (राष्ट्रीय राजमार्ग) के माध्यम से दार्जिलिंग जाते हैं। दार्जिलिंग (18 किमी) और कर्सिओंग (17 किलोमीटर) के बीच में सोनाडा शहर स्थित है यहाँ 1891 में स्थापित दार्जिलिंग हिमालयी रेलवे का एक रेल स्टेशन है।
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