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हजारों जातीय अर्मेनियाई लोग नागोर्नो-काराबाख के अलग हुए क्षेत्र से भाग गए हजारों जातीय अर्मेनियाई लोग नागोर्नो-काराबाख के अलग हुए क्षेत्र से भाग गए  (ANSA)

नागोर्नो-काराबाख, एक लाख से अधिक शरणार्थी आर्मेनिया भाग गए

दक्षिण काकेशस के पहाड़ी क्षेत्र में रहने वाली तीन-चौथाई आबादी अपना घर छोड़ चुकी है। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र तीस वर्षों में पहला मिशन भेजता है।

वाटिकन न्यूज

नागोर्नो-काराबाख शनिवार 30 सितंबर 2023 (वाटिकन न्यूज) : वाहनों की अंतहीन कतार, यह उन छवियों में से एक है जो नागोर्नो-काराबाख से आर्मेनिया की ओर शरणार्थियों के पलायन को एक ही स्नैपशॉट में सारांशित करती है। अर्मेनियाई सरकार ने घोषणा की है कि इस पहाड़ी क्षेत्र से 100 हजार से अधिक विस्थापित लोग आए हैं, जहां कुछ दिनों पहले तक 120 हजार से अधिक लोग रहते थे।

अनवरत पलायन

शरणार्थी अजरबैजान द्वारा भेजी गई सेना से संभावित प्रतिशोध के डर से अपने घर छोड़ रहे हैं, जो आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू होने के बाद इस क्षेत्र पर नियंत्रण कर रहा है। एक ऐसा क्षेत्र जो गहन परिवर्तनों से चिह्नित इतिहास के पन्नों का अनुभव करने की तैयारी कर रहा है। तीन दशकों से अधिक समय तक नागोर्नो-काराबाख पर शासन करने वाले स्व-घोषित गणराज्य ने वास्तव में पहले ही घोषणा कर दी है कि, अगले 1 जनवरी से, उसके सभी संस्थान भंग कर दिए जाएंगे।

इयू मिशन के बाहन अर्मेनिया और अजरबैजान की सीमा पार करते हुए
इयू मिशन के बाहन अर्मेनिया और अजरबैजान की सीमा पार करते हुए

संयुक्त राष्ट्र मिशन

संयुक्त राष्ट्र 30 वर्षों में पहली बार एक मिशन भेजने की तैयारी कर रहा है: लक्ष्य अज़रबैजान के इस क्षेत्र पर नियंत्रण हासिल करने के बाद मानवीय जरूरतों को पूरा करना है। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) फिलिपो ग्रांडी ने रेखांकित किया है कि नागोर्नो-काराबाख से आर्मेनिया पहुंचे कई शरणार्थी "भूखे, थके हुए हैं और उन्हें तत्काल सहायता की आवश्यकता है। अंतर्राष्ट्रीय मदद की तत्काल आवश्यकता है।"

कारितास की प्रतिबद्धता

शरणार्थी पास के आर्मेनिया में शरण चाहते हैं, जो लगभग 2.8 मिलियन निवासियों का देश है। कारितास आर्मेनिया, जो अपने क्षेत्र में पहले से मौजूद शरणार्थियों की सहायता करने में वर्षों से बहुत सक्रिय है, कारितास इताली और पूरे कारितास नेटवर्क के साथ प्रारंभिक सहायता प्रदान करने के लिए विशेष रूप से दक्षिणी सीमा पर जुट गया है।


संत पापा फ्राँसिस की अपील

संत पापा फ्राँसिस ने नागोर्नो-काराबाख से आ रही चिंताजनक खबरों पर भी गौर किया। पिछले 20 सितंबर को आम दर्शन समारोह के दौरान, संत पापा ने नागोर्नो-काराबाख को याद किया और कहा कि "पहले से ही गंभीर मानवीय स्थिति अब और सशस्त्र संघर्षों से और भी खराब हो गई है।" संत पापा ने इसमें शामिल सभी पक्षों और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अपने हथियारों को शांत करने और लोगों की भलाई और मानवीय गरिमा के सम्मान के लिए शांतिपूर्ण समाधान खोजने के लिए हर संभव प्रयास करने की हार्दिक अपील की।

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30 September 2023, 15:45