अमाजोन वनों की कटाई रोकने का संकल्प
दिलीप संजय एक्का-वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 18 नवम्बर 2022 (रेई) ब्राजील के राष्ट्रपति ने अमाजोन वर्षा वनों की कटाई रोकते हुए, जलवायु परिवर्तन को रोकने हेतु अग्रिम देश बनने का संकल्प लिया है।
ब्राजील के राष्ट्रपति, लुईस इनासिओ लूला दा सिल्वा ने अपने पुनः निर्वाचित के उपरांत मिस्र में चले संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में अमाजोन के जंगलों की सुरक्षा की बात कही। अपने कार्यकाल की शुरूआत के छह सप्ताह अंदर में वे अपने बयान को कार्य में परिणत करेंगे। राष्ट्रपति लूला ने पहले से ही वनों की कटाई रोकने का वादा किया है जो उनके कार्यकाल की पहली प्राथमिकता होगी।
विदित हो कि अमाजोन में बचे जंगलों का साठ प्रतिशत ब्राजील में है। यह आठ देशों तक फैला है। लूला ने कहा, “अमाजोन के बिना कोई वैश्विक सुरक्षा नहीं है। हम अपनी ओर से यह कोशिश करेंगे की वनों की कटाई नहीं के बारबर हो।” राष्ट्रपति ने 2025 में होने वाले जलवायु सम्मेलन के आयोजन हेतु अमाजोन केन्द्र का नाम प्रस्तावित करते हुए विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों को अपने प्रांत में आने का निमंत्रण दिया जिससे वे यह देखते हुए उन कार्यो की महत्वपूर्ण का साक्ष्य दे सकें। उन्होंने इस बात का भी हवाला दिया कि विगत दो वर्षों के दौरान जिस तरह से अमाजोन प्रांत में पेड़ों की कटाई हुई है वह पंद्रह सालों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है।
अपने वादों को कार्यांवित करने हेतु राष्ट्रपति को चाहिए कि वे कृषि, कटाई और खनन के क्षेत्र में अपने शक्तिशाली निहित स्वार्थों से अपने को दूर रखें, वे उनकी जाँच पड़ताल करें, उन्हें नियंत्रण में रखें और सही जिम्मेदार लेते हुए उन मुद्दों पर कार्य करें। जलवायु के संदर्भ में उनकी चाह क्लाइमेट नेशनल एजेंसी की स्थापना करने की है जिसके लिए उन्होंने दुनिया के देशों से आग्रह किया है कि वे अमाजोन प्रांत की सुरक्षा में योगदान करें। यदि ऐसा होता है तो आने वाले वर्षों में इनके परिणाम स्पष्ट दिखाई देंगे।
अमाजोन के बिना, दुनिया कार्बन-उत्सर्जन के प्रभाव से हांफती और घुटती रहेगी, जो पूरे विश्व के वातावरण को जहरीला बनायेगा। इस मुद्दे पर त्वरित कार्य पहल की जरुरत है।