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तख्तापलट के बाद प्रदर्शनकारियों ने सेना को चुनौती दी

सूडान के प्रधानमंत्री और उनके कैबिनेट सदस्यों को अज्ञात स्थान पर रखा गया है, जबकि देश के प्रमुख शहरों में जनजीवन ठप हो गया है। यह सोमवार को एक सैन्य तख्तापलट के बाद हुआ है जिसमें सेना और प्रदर्शनकारियों के बीच संघर्ष में कम से कम सात लोग मारे गए हैं।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

सूडान, मंगलवार, 26 अक्टूबर 2021 (वीएनएस)- सूडान में सैन्य तख्तापलट के कारण हिंसा के बाद जीवन ठहर सा गया है।

सूचना मंत्रालय, जो अभी भी स्थिति पर टिप्पणी कर रहा है, उसने कहा कि प्रधानमंत्री अब्दुल्ला हमदोक और उनके कैबिनेट मंत्री गायब हैं।

दुकानें बंद हैं और लाउडस्पीकरों में धरना प्रदर्शन का आह्वान किया जा रहा है। रास्ते सैनिकों के द्वारा अथवा प्रदर्शनकारियों के लगाए गये बैरिकेडों से बंद कर दिये गये हैं। बैंक और रूपये मशीनें बंद हैं, और मोबाइल फोन ऐप, जिनका व्यापक रूप से धन हस्तांतरण के लिए उपयोग किया जाता है, पहुँच से बाहर हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि सोमवार को प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पों में सात लोग मारे गए थे, जब सैनिकों ने प्रधानमंत्री और कैबिनेट में अन्य नागरिकों को गिरफ्तार किया था।

सत्ता हथियाने वाले नेता, जनरल अब्देल फतह अल-बुरहान ने मंगलवार को एक विद्रोह में लंबे समय तक शासन करनेवाले राष्ट्रपति उमर अल-बशीर को उखाड़ फेंकने के बाद, सूडान को लोकतंत्र के लिए मार्गदर्शन हेतु स्थापित सैन्य-नागरिक संप्रभु परिषद को भंग कर दिया।

उन्होंने आपातकाल की स्थिति की घोषणा करते हुए कहा कि सशस्त्र बलों को सुरक्षा की रक्षा करने की आवश्यकता है, और उन्होंने जुलाई 2023 में चुनाव कराने और फिर एक निर्वाचित नागरिक सरकार को सौंपने का वादा किया है।

एक अर्थशास्त्री और संयुक्त राष्ट्र के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी हमदोक को कथित तौर पर अधिग्रहण के समर्थन में एक बयान जारी करने से इनकार करने के बाद सोमवार को एक अज्ञात स्थान पर ले जाया गया।

सूडानी प्रोफेशनल्स एसोसिएशन, एक सक्रिय गठबंधन है, जिसने 2019 में बशीर को उखाड़ फेंकने में प्रमुख भूमिका निभाई था, अब हड़ताल का आह्वान किया है।

पश्चिमी सरकारों ने तख्तापलट की निंदा की है, हिरासत में लिए गए नागरिक नेताओं की रिहाई का आह्वान किया है, और सहायता में कटौती करने की धमकी दी है, जिसे सूडान को आर्थिक संकट से उबरने की सख्त जरूरत है।

युद्ध अपराधों के लिए अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय द्वारा वांछित बशीर अभी भी फरार हैं। जब से उन्हें हटा दिया गया था, सेना नागरिकों के साथ सत्ता साझा कर रही है जिसका उद्देश्य लोकतांत्रिक सुधार और चुनाव करना है।

लेकिन सहयोग तनाव से भरा हुआ है और पिछले महीने मामले बढ़ गये जब बशीर समर्थकों पर एक असफल तख्तापलट की साजिश ने सैन्य और नागरिक नेताओं के बीच पुनरावृत्ति शुरू कर दी।

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26 October 2021, 17:14