अफगानिस्तान से पलायन करनेवाले लोग अफगानिस्तान से पलायन करनेवाले लोग 

कृपया लोगों को अफगानिस्तान से निकलने में मदद करें, काबुल के डॉक्टर

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक डॉक्टर ने अफगानिस्तान की स्थिति के बारे बतलाते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि लोगों को देश से बाहर निकलने में मदद दिया जाए।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

अफगानिस्तान, बुधवार, 18 अगस्त 2021 (वीएनएस)- रॉयटर्स समाचार एजेंसी द्वारा उद्धृत एक पश्चिमी सुरक्षा अधिकारी के अनुसार, अफगानिस्तान से निकासी गति पकड़ रही है, बुधवार तक 2,200 से अधिक राजनयिक और अन्य नागरिक देश से बाहर चले गए हैं।

देश में तालिबान का कब्जा होने के बाद, नागरिक विमान ठहरे हुए हैं किन्तु विदेशी सरकारें अपने नागरिकों एवं उनके साथ काम करनेवालों को शीघ्र काबुल से बाहर लेने के लिए कार्य कर रहे हैं।

इस बीच, मंगलवार को तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि तालिबान ने इस्लामी कानून के दायरे में महिलाओं के अधिकारों का सम्मान करने का वादा किया है।

जमीनी स्तर से प्राप्त रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि स्थानीय अफगान उज्ज्वल भविष्य के लिए अपनी संभावनाओं को लेकर अनिश्चित हैं।

अफगानिस्तान में अनिश्चित भविष्य

काबुल के एक मेडिकल डॉक्टर ने अपना नाम नहीं बतलाने की शर्त पर वाटिकन न्यूज से कहा कि लोगों का जीवन खतरे में है और बतलाया कि लोगों को अफगानिस्तान से बाहर जाने से रोका जा रहा है।

उन्होंने सबूत के रूप में समाचार रिपोर्टों का हवाला दिया कि विदेशी सरकारें समझती हैं कि तालिबान शासन के तहत भविष्य क्या है, इसलिए वे अपने नागरिकों और उनके साथ काम करनेवाले अफगानों को निकालना चाहते हैं। इसका मतलब है कि उन पर काफी दबाव है।

उन्होंने कहा, "हजारों लोग हवाई अड्डा के सामने बिना पासपोर्ट अथवा वीजा के इंतजार में हैं। वे उन्हें काबुल और पूरे अफगानिस्तान से बाहर ले जा रहे हैं।"

ब्रिटेन ने एक साल के अंदर 5,000 अफगानियों को बसाने की घोषणा की है जिनमें से अधिकांश महिलाएँ, बालिकाएँ और धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय के होंगे। आनेवाले दिनों में ग्रेट-ब्रिटेन में करीब 20,000 अफगानियों का स्वागत किया जाएगा।

जर्मनी का कहना है कि वह 10,000 लोगों को निकालने पर विचार कर रहा है, जिनमें अफगान सहयोगी स्टाफ और मानवाधिकार कार्यकर्ता शामिल हैं।

भागने में मदद देने की अपील

काबुल के डॉक्टर ने अपने भविष्य के बारे संदेह व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, "मैं सोचता हूँ कि यह मेरे लिए बहुत बुरा होगा। यहाँ मेरे ऊपर, मेरे परिवार और यहाँ के सभी लोगों के ऊपर बहुत अधिक दबाव है।"

उनकी उम्मीद है कि वे अफगानिस्तान से भाग पायेंगे तथा उन्होंने अपने साथियों से मदद मांगी है कि उन्हें भागने में सहायता करें।

पूछे जाने पर कि वे विश्व को क्या बतलाना चाहते हैं उन्होंने निःसंदेह कहा, "कृपया हमारी मदद कीजिए। मैं सोचता हूँ कि विश्व जानती है कि हमारा भविष्य कैसा होगा। लोगों को बाहर निकलने में आपको मदद करनी होगी।"  

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18 August 2021, 16:14