Syria marks the 10th anniversary of the beginning of civil unrest Syria marks the 10th anniversary of the beginning of civil unrest  

रोआकोः हम सीरियाई लोगों की सेवा में

वाटिकन पूर्वी कलीसियाओं को मानवतावादी सहायता के कार्यों द्वारा मदद करने की कोशिश कर रह है जो विगत दस सालों से रंक्तरजित युद्ध के शिकार हैं।

वाटिकन सिटी, सोमवार, 15 मार्च 2021 (रेई) रोआको के सचिव पुरोहित कुरियाकोस ने आतोनेल्ला पालेरमो से भेंटवार्ता करते हुआ सीरिया में प्रेरिताई की अपनी अनुभूति को साझा किया। रोआको के सचिव कुरियाकोस ने कहा कि हम स्कूलों का पुनर्निमाण, आस्पतालों और सीरिया की कलीसिया को पुनः स्थापित करने की कोशिश कर रहें हैं जिससे लोगों को मानव सम्मान और दूसरे धर्मों के सह-अस्तित्व स्थापित हो सके। 

रोआको वाटिकन की ओर से पूर्वी कलीसिया की सहायता हेतु सेवा की परियोजना है। इसकी स्थापना सन् 1968 में करूणा के कार्यों हेतु हुई थी। वर्तमान समय में यह सीरिया में विभिन्न कार्यों में संलग्न है जहाँ दस सालों से युद्ध के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

परियोजनाएं

रोआको को एक साल में पूर्वी और लातीनी कलीसियाओं की ओर से 60-70 परियोजनाएं मिलती है उक्त बातें रोआको के सचिव कुरियाकोस ने अपनी वार्ता मे कही। इन परियोजना का स्वरुप अपने में प्रेरितिक कार्य है जिसके तहत सामाजिक उत्थान के कार्य, प्रशिक्षण, स्वास्थ्य सेवा, धर्मों की देख-रेख शामिल हैं। उन्होंने कहा कि विगत दस सालों में करीबन 26 परियोजनाओं को सीरिया में लागू किया जा चुका है।  

सीरिया की स्थापना हेतु कार्य

रोआको की प्रथामिकता सीरिया का निर्माण करना है। कुरियाकोस ने कहा कि परियोजनाओं की अगामी रुपरेखा संगोष्टी में हम घरेलू और छोट उद्योगों पर अपना ध्यान केन्द्रित करेंगे। “हमारा उद्देश्य युवाओं और उनके परिवारों को सीरिया में बने रहने हेतु मदद करता है तथा उन्हें अपने देश में लौटने हेतु सहयाता करना है।” सीरिया का चेहरा आज घायल और रक्तरंजित है और हम भले समारी की तरह कार्य करने हेतु बुलाये गये हैं।

सुरक्षा की गरंटी और आधारभूत जरुरी चीजें

हमारे निष्ठापूर्ण कार्यों के द्वारा सीरिया का नया जन्म होगा, जहाँ अहिंसा के सिद्धांतों, वार्ता, मानव सम्मान को पहचान और मौलिक स्वतंत्रता जैसे बातों पर जोर दिया जा रहा है।  ये स्वास्थ्य समाज की कुछ बातें हैं जिसे हम सीरिया के लिए सपने स्वरूप देखते हैं। इस परिदृश्य में हम सीरिया में कार्य कर रहते हैं कि यदि वहाँ के बच्चों में इन सिद्धांतों को न बोया गया तो उनका भविष्य हम जैसे चाहते हैं वैसा नहीं होगा। लोगों का सुरक्षा, निवास स्थल, स्कूलों, रोजगार, अस्पताल, चिकित्सा केन्द्र की जरुरत है। हम ख्रीस्तीय और मुस्लिम दोनों समुदायों के लिए बिजली, पानी, भोजन की व्यवस्था प्रदान करते हुए सुविधाजनक स्थिति उत्पन्न करने की कोशिश कर रहे हैं। हमारे लिए जरुरी बात यह है कि हम उन्हें मानव सम्मान प्रदान करने वाली जरुरत की चीजें मुहैया करायें।

विश्वासों और संस्कृतियों का विकास शांति

सचिव ने सीरिया के बारे में कहा कि देश में विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों का ऐतिहासिक सह-अस्तित्व रहा है जो अपने में मिटाया नहीं जा सकता है। “सह-अस्तित्व का विकास पुनः होगा।” सीरिया में ख्रीस्तीय की उपस्थिति बहुत पुरानी रही है जो अब भी कायम है। हमें पाता है कि कलीसिया ने वहाँ क्या किया और क्या कर रहती है यद्यपि हम वहाँ कठिनाइयों के अम्बर को पाते हैं। दूसरे धर्मों के लोग हमारे निष्ठापूर्ण कार्यों के लिए कृतज्ञ हैं। हर परियोजना में संत पापा के प्रेम की झलक देखने को मिलती है और हम आशा करते हैं कि शांति और समृद्धि का विकास होगा। उन्होंने संत पापा की बातों के उदृधृ करते हुए कहा जिसे उन्होंने इराकवासियों से कहा, “भ्रातृत्व का गुण भ्रातृहत्या से मजबूत है, आशा मृत्यु से शक्तिशाली है, युद्ध से सशक्त शांति है।”

शरणार्थियों में आशा की किरणें

रोआको के पचासवीं सालगिराह पर येसु समाजियों के द्वारा चलाये जा रहे (जेआरएस) शरणार्थी सेवा की भेंट, पर अपनी यादों को साझा करते हुए उन्होंने कहा, “बच्चों की आंखों में चमकती रोशनी मुझे आशा से भर देती है कि एक दिन वे सीरिया के भविष्य का निर्माण करेंगे।” एक दिन जब मैं यहाँ आऊंगा तो यह शिविर नहीं होगा लेकिन वहाँ केवल बच्चों के कदमों के निशान होंगे जो अपने जीवन में कठिन दौरा से हो कर गुजर रहे हैं। “आज वे सीमारेखा पर जीते हैं लेकिन वे निश्चित तौर पर महलों में रहते हुए सीरिया के भविष्य का निर्माण करेंगे।”

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15 March 2021, 15:58