ग्रीक तट रक्षकों द्वारा बचाये गये प्रवासी ग्रीक तट रक्षकों द्वारा बचाये गये प्रवासी 

ग्रीक द्वीप लेस्बोस से प्रवासियों को बचाया गया

ग्रीक द्वीप लेस्बोस के दक्षिणी हिस्से में ग्रीक तट रक्षक ने मंगलवार को 24 लोगों को बचाया और पानी से एक आदमी के शरीर को निकाला।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

लेस्बोस, बुधवार 20 जनवरी 2021 (वाटिकन न्यूज) : एक बेहतर जीवन की तलाश में संघर्ष और गरीबी से भागने की बेताब कोशिश मंगलवार को लेस्बोस के ग्रीक द्वीप के पास त्रासदी में समाप्त हो गई।

तुर्की से नाव से पहुंचे लगभग 25 प्रवासियों को द्वीप के तट के एक दुर्गम हिस्से पर एक ग्रीक तट रक्षक पोत ने पाया।

प्रवासियों की रिपोर्टों के बाद एक हेलिकॉप्टर और कई तट रक्षक पोत ने इस क्षेत्र की खोज कर उन्हें बचाया। पानी में एक आदमी की मौत हो गई। यह स्पष्ट नहीं था कि समूह कैसे पहुंचा या उनकी नाव को क्या हुआ था।

खतरनाक यात्रा

मध्य पूर्व, अफ्रीका और एशिया में जितने लोग युद्ध और गरीबी से भागने का प्रयास करते हैं, तुर्की के तट से यूनानी द्वीपों तक की खतरनाक यात्रा को यूरोपीय देशों में प्रवेश करने का सबसे लोकप्रिय मार्ग माना गया है।

कई प्रवासी अनिश्चित नौकाओं या डिंगियों में खतरनाक यात्रा करते हैं।

2016 में यूरोपीय संघ और तुर्की के बीच दलाली का सौदा किया गया था कि तब तक नए प्रवासियों को तुर्की में निर्धारित किए गए द्वीपों पर ही रखा जाएगा, जब तक कि वे ग्रीस में शरण के लिए उचित रुप से आवेदन नहीं करते हैं। इस समझौते की वजह से ग्रीक द्वीपों पर अत्यधिक भीड़भाड़ वाले शिविर बन गए हैं।

2016 में ग्रीक द्वीप लेसबोस पर एक शिविर का दौरा करने के बाद, संत पापा फ्राँसिस अपने साथ 12 सीरियाई प्रवासियों को रोम ले आए। पिछले 13 सितंबर को देवदूत प्रार्थना का पाठ करने के बाद, संत पापा ने भी लेसबोस पर मोरिया शरणार्थी शिविर में बड़े पैमाने पर आग लगने पर पीड़ितों के प्रति अपनी एकजुटता और निकटता व्यक्त की थी।

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20 January 2021, 15:16