यमन का एक परिवार यमन का एक परिवार 

संयुक्त राष्ट्र: यमन में अकाल को रोकने की संकीर्ण खिड़की

यमन में तीव्र खाद्य असुरक्षा अकाल की ओर बढ़ रही है। युद्धग्रस्त देश में अकाल को रोकने के लिए खिड़की संकीर्ण है। संयुक्त राष्ट्र के एक अध्ययन से पता चलता है कि देश के लाखों लोगों को अगले साल खाद्य संकट का सामना करना पड़ेगा।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

यमन, शनिवार 5 दिसम्बर 2020 (वाटिकन न्यूज) :  विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी), संयुक्त राष्ट्र के बच्चों का फंड (यूनिसेफ) और विश्व खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) के संयुक्त बयान के अनुसार, मध्य 2021 तक यमन की 30 मिलियन से अधिक आबादी "भूख के बिगड़ते स्तर" को पार कर जाएगी।

संयुक्त राष्ट्र के एकीकृत खाद्य सुरक्षा (आईपीसी) के विश्लेषण के अनुसार, यमन की लगभग 45% आबादी उच्च स्तर की तीव्र खाद्य असुरक्षा का सामना कर रही है। इनमें से 33% संकट में हैं, 12% आपात स्थिति में हैं और 16,500 लोग आपदा, अकाल जैसी स्थिति में हैं।

डब्ल्यूएफपी के कार्यकारी निदेशक डेविड बेस्ले ने चेतावनी देते हुए कहा, "ये खतरनाक नंबर दुनिया को जगाने की पुकार होनी चाहिए।" उन्होंने कहा, "यमन अकाल की कगार पर है और हमें उन लाखों परिवारों की ओर से मुंह नहीं मोड़ना चाहिए, जो अब हताश हैं।"

युद्ध

अरब दुनिया के सबसे गरीब राष्ट्र में संघर्ष तब शुरू हुआ जब ईरान समर्थित शिया विद्रोहियों ने 2014 में राजधानी सना पर कब्जा कर लिया, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार को भागने के लिए मजबूर कर दिया। अगले वर्ष, सऊदी अरब के नेतृत्व में एक सुन्नी गठबंधन, जो सरकार का समर्थन करता है, ने विद्रोहियों से लड़ने के लिए हस्तक्षेप किया जो एक क्षेत्रीय प्रॉक्सी युद्ध में बदल गया। तब से, 100,000 से अधिक लोग, दोनों लड़ाकू और नागरिक मारे गए हैं।

अकाल जैसी स्थिति

 संयुक्त राष्ट्र का कहना है यमन में अकाल की आधिकारिक तौर पर घोषणा नहीं की गई है, जहां पांच-वर्षीय युद्ध ने 80% आबादी को भारी मात्रा में बाहरी सहायता पर निर्भर किया है। यह दुनिया का सबसे खराब मानवीय संकट है। यमनियों की संख्या खाद्य असुरक्षा के एक "आपातकालीन चरण" पर 2021 की पहली छमाही में 3.6 मिलियन से बढ़कर 5 मिलियन हो जाने की उम्मीद है। आपातकालीन चरण का मतलब है कि लोग "अत्यधिक" पीड़ित हैं। भूख से सबसे कमजोर मरने की स्थिति में हैं।

संयुक्त राष्ट्र की तत्काल मानवीय सहायता और समन्वित एजेंसियों ने कहा कि देश में जीवन को बचाने के लिए अकाल को रोकना महत्वपूर्ण है जो अपने भोजन के 80 प्रतिशत आयात पर निर्भर है और जहां 70 प्रतिशत से अधिक आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है और उनकी आजीविका कृषि पर निर्भर है

दाताओं की असफलता

हाल के महीनों में, यमन ने मानवीय सहायता में एक महत्वपूर्ण गिरावट देखी है क्योंकि प्रमुख अरब दाता देश पहले की प्रतिज्ञाओं को पूरा करने में विफल रहे। पिछले महीने, संयुक्त राष्ट्र के मानवीय प्रमुख मार्क लोकॉक ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया कि यमन के लिए 2020 के लिए $ 3.4 मिलियन डॉलर की संयुक्त मानवीय अपील केवल $ 1.5 बिलियन डॉलर, या लगभग 45% प्राप्त हुई थी। उन्होंने कहा, पिछले साल इस समय संयुक्त राष्ट्र ने दो बार लगभग $ 3 बिलियन डॉलर प्राप्त किया था। एजेंसियों ने कहा, "इस साल मानवीय सहायता के लिए कटौती, जिसमें खाद्य सहायता भी शामिल है, खाद्य सुरक्षा के पिछले लाभ और बिगड़ते खाद्य उपभोग अंतराल को मिटा दिया है।" "अगले साल कटौती जारी रहेगी, जब तक कि धन तत्काल प्राप्त नहीं होता है।"

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

05 December 2020, 14:28