डब्ल्यूएफपी द्वारा दिये गये खाद्य सामग्री को लेता हुआ यमनवासी डब्ल्यूएफपी द्वारा दिये गये खाद्य सामग्री को लेता हुआ यमनवासी  

डब्ल्यूएफपी द्वारा भुखमरी को रोकने के लिए समर्थन की अपील

इस सप्ताह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को संबोधित करते हुए, विश्व खाद्य कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक, डेविड बेस्ले ने चेतावनी दी कि कोरोना वायरस महामारी के कारण 270 मिलियन लोग भुखमरी के कगार पर हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

रोम, सोमवार 21 सितम्बर 2020 (वाटिकन न्यूज) : संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) के प्रमुख ने कोविद -19 महामारी के कारण लाखों लोगों को अकाल से बचाने के लिए समर्थन कार्यों को जारी रखने हेतु अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से आह्वान किया है।

जोखिम में 270 मिलियन लोग

डब्ल्यूएफपी के कार्यकारी निदेशक, डेविड बेस्ले ने 17 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया, " भुखमरी की कगार पर पहुंच गए 270 मिलियन लोगों को आज हमारी मदद की जरूरत है।"

वायरस और इसके सामाजिक-आर्थिक परिणामों के कारण आपातकाल के लिए सरकारों, दाताओं और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों की असाधारण प्रतिक्रिया को स्वीकार करते हुए, बेस्ले ने चेतावनी दी कि "हम अभी तक खतरे से बाहर नहीं हैं।"

2020 में, डब्ल्यूएफपी का लक्ष्य दुनिया भर के 138 मिलियन भूखे लोगों को भोजन सहायता प्रदान करना है - इनमें से 85 मिलियन वर्ष के पहले छह महीनों में पहुंच चुके हैं।

सबसे खराब आपदा परिदृश्य

हालांकि सुरक्षा परिषद के सत्र ने कोविद -19 महामारी के बीच संघर्ष संबंधी भूख पर चर्चा की।  भूख और भुखमरी का सामना करने वाले देशों के प्रति ध्यान आकर्षित किया गया। वे देश हैं: यमन, प्रजातांत्रिक गणराज्य कांगो (डीआरसी), नाइजीरिया, दक्षिण सूडान और बुर्किना फ़ासो।

बेस्ले के शब्दों में, यमन दुनिया का 'सबसे खराब मानवीय आपदा' है। युद्ध, एक ढह चुकी अर्थव्यवस्था, मुद्रा अवमूल्यन, खाद्य कीमतों में कमी और सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के विनाश का मतलब है कि 20 मिलियन लोग पहले से ही संकट में हैं और अब कोरोना वायरस के कारण 3 मिलियन लोग भुखमरी का सामना कर सकते हैं।

 प्रजातांत्रिक गणराज्य कांगो में, हिंसा में वृद्धि, कोविद-19 के साथ मिलकर, खाद्य असुरक्षा के स्तर की संख्या को 15.2 मिलियन लोगों से लगभग 22 मिलियन तक बढ़ा दिया है।

नाइजीरिया में, 80 प्रतिशत परिवारों की आय में कभी आई है और पूर्वोत्तर के लगभग 4.3 मिलियन लोग खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे हैं।

दक्षिण सूडान में, महामारी से पहले भी, 6.5 मिलियन लोगों को गंभीर खाद्य असुरक्षा का सामना करने की उम्मीद थी। यह वायरस शहरी क्षेत्रों में अन्य 1.6 मिलियन लोगों को भुखमरी के खतरे में डाल दिया है।

बुर्किना फासो में भूख के संकट के स्तर का सामना करने वाले लोगों की संख्या तीन गुना बढ़कर 3.3 मिलियन हो गई है।

बेस्ले ने कहा कि उन 30 मिलियन लोगों को खिलाने के लिए जो जीवित रहने के लिए डब्ल्यूएफपी की सहायता पर पूरी तरह से निर्भर हैं, संगठन को प्रति वर्ष 4.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर की आवश्यकता है। "हमें कार्य करना चाहिए और बांध के टूटने से पहले हमें कार्य करना चाहिए।"

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21 September 2020, 10:50