मोरिया कैंप से बाहर शरणार्थी और बच्चे मोरिया कैंप से बाहर शरणार्थी और बच्चे 

यूरोपीय संघ ग्रीक के शिविर से बच्चों को आश्रय देने हेतु सहमत

यूरोपीय संघ के कई देश मोरिया शिविर में आग से विस्थापित नाबालिगों को लेने के लिए सहमत हैं।

लेसबोस, सोमवार 14 सितम्बर 2020 (वाटिकन न्यूज) : पिछले सप्ताह यूरोप के सबसे बड़े शरणार्थी शिविर, मोरिया कैम्प में भयंकर आग लगी। 13,000 पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को आश्रय के बिना छोड़ दिया गया था। जवाब में, कई शरणार्थियों ने प्लास्टिक, लकड़ियों और कचरे से कैंप के बाहर आश्रय बनाया है।

अब, ग्रीस अधिकारियों ने कुछ प्रवासियों और शरणार्थियों को स्थानांतरित करना शुरू कर दिया है जो बेघर हो गए थे।

सेना की फायरिंग रेंज में स्थापित एक नये शिविर में लगभग 3,000 शरणार्थियों को आश्रय मिलेगा। बाकी 8,000 से अधिक लोग बिना खुले आसमान में रात बितायेंगे। ज्यादातर प्रवासी अफगानिस्तान और सीरिया से हैं।

शनिवार को कुछ प्रवासियों द्वारा द्वीप के बंदरगाह तक मार्च करने का प्रयास में सुरक्षा बलों के साथ झड़पें हुईं।

स्थानीय मीडिया के अनुसार, कई शरणार्थी नए शिविर में स्थानांतरित होने से इनकार कर रहे हैं और अन्य यूरोपीय संघ के देशों में जाने की उम्मीद में ग्रीक से पारगमन का अनुरोध कर रहे हैं।

शुक्रवार को जर्मनी के गृह मंत्री होर्स्ट सीहोफ़र ने कहा कि  यूरोपीय संघ के 10देशों ने शिविर से अभिभावकों के बिना आये हुए बच्चों को लेने के लिए सहमति व्यक्त की है। फ़िनलैंड, लक्ज़मबर्ग, स्लोवेनिया और स्विटज़रलैंड उन देशों को मदद करेंगे।

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

14 September 2020, 15:21