संयुक्त राष्ट्र ने महामारी के दौरान पहली पंक्ति पर सेवारत सहायताकर्मियों को सलामी दी
दिलीप संजय एक्का-वाटिकन सिटी
यूएन, बृहस्पतिवार, 20 अगस्त 20 (वीएन)- विश्व मानवतावादी दिवस के अवसर पर यूएन के उच्च अधिकारियों ने उन लोगों को सम्मानित किया, जिन्होंने कोविड-19 महामारी समेत, विभिन्न संकटों में लाखों महिलाओं, पुरुषों एवं बच्चों के जीवन की रक्षा की एवं उनके विकास हेतु “भारी चुनौतियों” का सामना किया।
इस अवसर पर यूएन के महासचिव अंतोनियो गुटेर्रेस ने सभी लोगों से अपील की है कि मानवीय राहतकर्मियों, स्वास्थ्यकर्मियों और अभूतपूर्व प्रतिक्रिया के बीच निःस्वार्थ भाव से काम करनेवाले लोगों को प्रोत्साहन एवं समर्थन दिया जाए।
दैनिक जीवन के वास्तविक नायक
उन्होंने कहा, “दैनिक जीवन के ये सच्चे नायक असाधारण समय में महिलाओं, पुरूषों और बच्चों को असाधारण रूप से मदद कर रहे हैं जिनका जीवन संकट के कारण खतरे में है।”
विश्व मानवीय दिवस की स्थापना यूएन द्वारा 2009 में हुई है। यह ईराक के बगदाद स्थित हॉटेल में 19 अगस्त 2003 को बम हमले में 22 यूएन स्टार्फ की हत्या की याद दिलाती है।
इनमें संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार के उच्चायुक्त सर्जियो विएरा डी मेलो भी थे, जिन्हें इराक में संयुक्त राष्ट्र महासचिव का विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किया गया था।
गुटेर्रेस ने कहा कि मानवीय कार्यकर्ता कोविड -19 के वैश्विक संकट और महामारी से उत्पन्न मानवीय जरूरतों का बड़े पैमाने पर जवाब दे रहे हैं, जबकि नौकरी, शिक्षा, भोजन, पानी और सुरक्षा के अभाव ने लाखों लोगों को पतन के कगार पर पहुंचा दिया है। उन्होंने गौर किया कि इस साल यह विश्व ईकाई विशेष रूप से, मानवीय कार्यकर्ताओं की याद कर रहा है जो बहुधा खुद ही जरूरतमंद हो जाते हैं। वे शरणार्थी के रूप में हैं जो मेजबान देशों और स्थानीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की मदद करते हैं जो बीमार और टीकाकरण करनेवाले बच्चों एवं मानवतावादियों की देखभाल करते हैं, जो जरूरतमंदों को भोजन, पानी और दवा लाने के लिए संघर्ष के क्षेत्रों में पहुंच पर बातचीत करते हैं। उन्होंने कहा कि वे अघोषित नायक हैं जो महामारी का सामना करने में, दूसरों का जीवन बचाने हेतु अपने जीवन को जोखिम में डालते हैं।
जवाब देने में प्रथम और छोड़ने में अंतिम
यूएन महासभा के अध्यक्ष नाईजीरिया के तिजानी मुहम्मद बंदे ने अपने संदेश में गुटेर्रेस की भावनाओं को प्रतिध्वनित किया और "वास्तविक दुनिया के नायकों" को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, "वे जवाब देने में प्रथम और छोड़ने में अंतिम हैं, वे धमकी दिए जाने की जोखिमों को स्वीकार करते हुए, घायल, अपहरण और मौत के शिकार बनते हैं।"
उन्होंने सहायताकर्मियों के खिलाफ हिंसा और मानवीय कानून की गिरावट की निंदा की, हालाँकि, अब तक की सबसे बड़ी धन की कमी के बावजूद, 2020 में मानवीय कार्यकर्ताओं ने कोविद -19 का सामना किया है और 63 देशों में मानवीय जरूरतों में भारी वृद्धि हुई है।
वित्त पोषण का काम, सुरक्षा सुनिश्चित करना
मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के प्रमुख मार्क लोकोक ने भी श्रमिकों की सराहना की और कहा कि उनकी सराहना करने का सबसे अच्छा तरीका है उनके प्रयासों का वित्तपोषण और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना।
सहायता कार्यकर्ता सुरक्षा डेटाबेस के अनुसार, 2019 में राहतकर्मियों के खिलाफ बड़े हमले पिछले सभी वर्षों के रिकॉर्ड को पार कर गए, पिछले साल कुल 483 राहतकर्मियों पर हमले किये गये, 125 लोग मारे गए, 234 घायल हुए और 124 लोगों को अगवा किया गया एवं अन्य 277 घटनाएं हुईं। 2018 की तुलना में पीड़ितों की संख्या में यह 18 प्रतिशत की वृद्धि है।
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