समुद्र के तट पर जाते हुए लोग समुद्र के तट पर जाते हुए लोग 

कड़ी गर्मी और कोरोनावायरस लॉकडाउन से जूझ रहे यूरोपीय

कोरोना वायरस महामारी के बावजूद, भारी गर्मी के कारण समुद्र तटों में लाखों यूरोपीय भीड़ बना रहे हैं। नीदरलैंड्स सहित अन्य समुद्र तटों में होने वाली मौतों की संख्या में वृद्धि हो गई है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

मॉन्सटर, सोमवार 3 अगस्त 2020 ( वाटिकन न्यूज) : डच शहर मॉन्स्टर के समुद्र में, वहाँ के लोगों और पेशेवर बचाव दल ने एक 15 वर्षीय लड़के की तलाश की।

अधिकारियों ने कहा कि वह तीन तैराकों में से थे जिन्होंने सप्ताहांत में कठिनाइयों का अनुभव किया। दो को बचा लिया गया, लेकिन रविवार को तीसरे का मृत शरीर मिला।

यह त्रासदी शुक्रवार की देर शाम एक कृत्रिम प्रायद्वीप में हुई, जो डच के सरकारी शहर हेग के दक्षिण के तटीय क्षेत्र की रक्षा के लिए बनाया गया था।

भीड़भाड़ वाले समुद्र तटों पर इसी तरह की घटनाओं की उम्मीद कहीं और भी की जा रही है, क्योंकि लाखों यूरोपीय कड़ी गर्मा से बचने की कोशिश में समुद्र तटों पर जमा हैं। ब्रिटेन, फ्रांस और स्पेन जैसे देशों के कुछ स्थानों में, लगभग 41 डिग्री सेल्सियस या लगभग 106 फ़ारेनहाइट के करीब तापमान का अनुभव किया है।

कोरोना वायरस लॉकडाउन

हालांकि, सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन और कोरोना वायरस का मुकाबला करने के लिए सामाजिक दूरी रखने के उपायों ने इस गर्मी में कई मुश्किलों को बढ़ा दिया है।

उदाहरण के लिए, स्पेन की राजधानी मैड्रिड में, ज्यादातर जगहों पर फेसमास्क पहनना जरुरी है, क्योंकि अधिकारियों का कहना है कि यहाँ संक्रमण में वृद्धि हुई है।

महामारी के बावजूद, हजारों लोग गर्मी से बचने की कोशिश में समुद्र तट पर भीड़ बना दिये हैं। नीदरलैंड के समुद्र में बचाव दल द्वारा दर्जनों लोगों को डूबने से बचाया गया।

समुद्र तल से नीचे के राष्ट्रों में गर्मी लगातार बढ़ रही है। लोग कोरोना वायरस और गर्मा के तेज लहर से बचने का प्रयास कर रहे हैं।

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03 August 2020, 15:09