बर्लिन में कोरोना संक्रमण परीक्षण बर्लिन में कोरोना संक्रमण परीक्षण 

कोविड-19: वैक्सीन की तलाश में प्रगति, सटीक औज़ार उपलब्ध नहीं

वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिये अनेक प्रकार की वैक्सीन पर तेज़ी से काम आगे बढ़ रहा है लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आगाह किया है कि वैक्सीन के ज़रिये इस महामारी से बचाव के लिये फ़िलहाल कोई सटीक औज़ार उपलब्ध नहीं है और शायद भविष्य में भी ऐसा ना हो पाए।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

जिनेवा, बुधवार 5 अगस्त 2020 (वाटिकन न्यूज) : विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टैड्रॉस एडहेनॉम घेबरेयेसस ने सोमवार को पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि ऐसे प्रभावी उपचारों की शिनाख्त करने में काफी हद तक प्रगति हुई है जिनके ज़रिये गम्भीर रूप से बीमार मरीज़ों की मदद की जा सकती है।

वैक्सीन परीक्षण तीसरे चरण में

उन्होंने कहा कि वैक्सीन विकसित करने के प्रयास तेज़ी से चल रहे हैं और इनमें से अनेक वैक्सीन अपने परीक्षण के तीसरे चरण में हैं लेकिन फ़िलहाल कोई सटीक औज़ार उपलब्ध नहीं है और शायद भविष्य में भी ना मिल पाए।

उन्होंने स्पष्ट किया कि मौजूदा हालात में महामारी को रोकने के लिये इस समय सार्वजनिक स्वास्थ्य और बीमारी पर काबू पाने के बुनियादी उपायों पर ध्यान देना आवश्यक है। 

“परीक्षण, मरीज़ों को एकान्तवास में रखना और देखभाल, उनके सम्पर्क में आए लोगों की खोज और उन्हें अलग रखना। यह सब कुछ कीजिये। समुदायों को जानकारी दीजिये, सशक्त बनाइए और उनकी बात सुनिये। यह सब कुछ कीजिये।”

उन्होंने कहा कि लोगों के लिए शारीरिक दूरी बरतना, मास्क पहनना, नियमित रूप से हाथ धोना और खाँसते समय दूसरों से दूरी बनाकर रखना ज़रूरी है।

‘मास्क चैलेन्ज’ अभियान

यूएन एजेंसी मास्क पहनने को बढ़ावा देने के लिये विश्व भर में साझीदार संगठनों के साथ मिलकर एक ‘मास्क चैलेन्ज’ अभियान शुरू कर रही है जिसमें लोगों को मास्क पहन कर फ़ोटो खींचने और उसे शेयर करने के लिये प्रोत्साहित किया जाएगा।

महानिदेशक घेबरेयेसस ने कहा कि मास्क वायरस पर क़ाबू पाने का एक अहम औज़ार है लेकिन यह एकजुटता का भी परिचायक है। “मैं हैण्ड सैनेटाइज़र (हाथ स्वच्छ करने का पदार्थ) के साथ-साथ अपने साथ हर समय एक मास्क भी रखता हूँ और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर उसका इस्तेमाल करता हूँ।” मास्क पहनकर आप एक ताक़तवर सन्देश दे रहे होते हैं कि आप सब इसमें एक साथ हैं।”

वैश्विक स्वास्थ्य आपदा

उन्होंने बताया कि कोविड-19 से उपजे हालात की शुक्रवार को आपात समिति की बैठक में समीक्षा की गई थी। इस बैठक में विशेषज्ञों ने सलाह दी थी कि महामारी अब भी अन्तरराष्ट्रीय चिन्ता वाली सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति है।

उन्होंने याद दिलाया कि 30 जनवरी 2020 को बैठक के दौरान चीन से बाहर किसी व्यक्ति की मौत नहीं हुई थी और संक्रमण के 100 से भी कम मामले थे। तीन महीने पहले जब समिति की बैठक हुई तो कोविड-19 संक्रमण के 30 लाख से ज़्यादा मामलों की पुष्टि हो चुकी थी और दो लाख से ज़्यादा लोगों की मौत हुई थी। कोरोनावायरस संक्रमण के अब तक कुल एक करोड़ 75 लाख मामलों की पुष्टि हो चुकी है और छह लाख 80 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हुई है।

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05 August 2020, 13:41