'मौत लाने वाले' अन्तरराष्ट्रीय प्रतिबन्धों को हटाने की अपील
माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी
ईरान, शनिवार 08 अगस्त,2020 (य़ूएन न्यूज) : संयुक्त राष्ट्र के स्वतन्त्र मानवाधिकार विशेषज्ञों के एक समूह ने आग्रह किया है कि कोविड-19 महामारी के दौरान क्यूबा, ईरान, सूडान सहित अन्य देशों पर लगे प्रतिबन्ध हटाया जाना या उनके असर को कम करना बेहद जरुरी है। यूएन विशेषज्ञों के अनुसार प्रभावित देशों में जनता कष्टों का सामना कर रही है और प्रतिबन्ध हटाने या उनमें ढील देने से स्थानीय समुदायों तक जरुरी राहत सामग्री पहुँचाना सम्भव हो सकेगा।
जिन देशों पर प्रतिबन्ध लगे हैं वहाँ जनता के पास महामारी से बचाव के लिये रक्षात्मक औज़ार पूरी तरह से उपलब्ध नहीं है।
विशेषज्ञों ने शुक्रवार को एक साझा बयान में कहा कि प्रतिबन्धों का सामना कर रहे देशों की सहायता के लिये मानवीय आधार पर जो छूट दी गई थी वह कारगर साबित नहीं हुई है।
उन्होंने कहा कि लोगों के मानवाधिकार सुनिश्चित करने के लिये जो प्रतिबन्ध थोपे गए थे उनसे लोगों की मौतें हो रही हैं।उन्हें स्वास्थ्य, भोजन और जीवन का अधिकार हासिल नहीं हो पा रहा है। प्रतिबन्धों के कारण जल, साबुन, अस्पतालों में बिजली आपूर्ति, महत्वपूर्ण सामानों की ढुलाई के लिए ईंधन और भोजन सहित अन्य ज़रूरी वस्तुओं की क़िल्लत हो गई है।
बताया गया है कि इस सम्बन्ध में अप्रैल 2020 में भी एक अपील जारी की गई थी जिसमें सभी प्रतिबन्धों को एकतरफ़ा कार्रवाई के तहत हटाने की पुकार लगाई गई थी। ऐसा किये जाने से कोविड-19 महामारी से प्रभावित और प्रतिबन्ध झेल रहे देशों को राहत मिलती लेकिन हालात जैसे के तैसे बने हुए हैं।
यूएन विशेषज्ञों ने इन प्रतिबन्धों को तत्काल हटाए जाने, स्थगित करने या उनके असर को कम करने का आहवान किया है ताकि ज़रूरतमन्द लोगों तक दवाएँ, मेडिकल उपकरण, भोजन और ईंधन पहुँचाए जा सकें। विशेषज्ञों ने उन सभी देशों, अन्तरसरकारी संगठनों और ग़ैर-सरकारी संगठनों के प्रयासों का स्वागत किया है जिन्होंने प्रतिबन्धों का सामना कर रहे देशों की कोविड-19 के ख़िलाफ़ लड़ाई में मदद की है।
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