जेड खान के पास भुस्खलन, बचाव कार्य में लगे राहत कर्मी जेड खान के पास भुस्खलन, बचाव कार्य में लगे राहत कर्मी 

म्यांमार जेड माइन में भूस्खलन से 120 से अधिक लोगों की मौत

उत्तरी म्यांमार में एक जेड खदान में गुरुवार सुबह हुए भूस्खलन में कम से कम 123 लोग मारे गए हैं।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

म्यांमार, बृहस्पतिवार, 2 जुलाई 2020 (वीएन) - हाल के वर्षों में इन स्थलों पर घातक दुर्घटनाओं की एक श्रृंखला में काचिन राज्य के हापाकांत क्षेत्र में भूस्खलन सबसे खराब है।

सूचना मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि घटना स्थल से 123 शव बरामद किये गये हैं जबकि म्यानमार अग्नि सेवा विभाग जो राहत सेवा एवं आपातकालीन सेवा में सहयोग करता है, इसकी संख्या 126 बतलायी है।

मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है

हापाकांत के एक कानूनविद् मांग म्यिंट ने कहा कि 113 शव बरामद किए गए और 54 घायलों को अस्पताल भेजा गया है। उन्हें डर है कि मरने वालों की संख्या लगभग दोगुनी हो सकती है।

राहत कर्मियों को बारिश के साथ भारी मिट्टी के बीच शवों को प्लास्टिक की चादरों में लपेटकर बाहर निकालना पड़ रहा है।

म्यांमार का जेड उद्योग दुनिया का सबसे बड़ा उद्योग

हापाकांत क्षेत्र जो म्यानमार के सबसे बड़े शहर यांगोन से 950 किलो मीटर की दूरी पर स्थित है, यह दुनिया के सबसे बड़े और सबसे आकर्षक जेड खनन उद्योग का केंद्र है। म्यांमार, जेड के लिए विश्व का सबसे बड़ा स्रोत है, यह एक ऐसा उद्योग है जिसकी कीमत कथित तौर पर $ 30 बिलियन से अधिक है।

पीड़ितों – शवों की खोज

ऐसे खनन स्थलों पर दुर्घटनाएं होती रहती हैं, जिनमें कई लोग हताहत होते हैं। पीड़ित सामान्य रूप से स्वच्छंद खानवाले होते हैं जो भारी मशीनरी द्वारा थोक में खनन किए गए पृथ्वी के विशाल टीले के पास बस जाते हैं। स्वच्छंद खनिक जो आवारा जेड के बिट्स के लिए परिमार्जन करते हैं, वे आमतौर पर पृथ्वी के टीलों के आधार पर काम करते हैं और रहते हैं, जो बारिश के मौसम में विशेष रूप से अस्थिर हो जाते हैं।

पिछले साल म्यानमार के खान में 100 से अधिक लोगों के मरने की खबर मिली थी। नवम्बर 2015 में काचिन के जेड खान में दुर्घटना हुई थी जिसमें 113 लोगों की मौत हो गई थी और इस देश का सबसे खराब साल माना गया था।  

थोड़े लोगों को फायदा

स्थानीय कार्यकर्ताओं ने शिकायत की है कि जेड खनन की लाभप्रदता ने व्यवसायों और सरकार को उद्योग में पहले से ही कमजोर नियमों को लागू करने के लिए प्रेरित किया है।

ग्लोबल रिपोर्ट के अनुसार, लंदन पर आधारित एक समूह जो प्राकृतिक संसाधनों से राजस्व के दुरुपयोग की जांच करता है, उद्योग ने 2014 में लगभग 31 बिलियन डॉलर का सृजन किया था, जिसमें अधिकांश धन उन व्यक्तियों और कंपनियों के पास गया जो म्यांमार के पूर्व सैन्य शासकों से जुड़े थे।

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02 July 2020, 17:47