भारत में दो महीने के अन्तर्गत पांचवें ईसाई की हत्या
जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी
झारखण्ड, शुक्रवार, 24 जुलाई 2020 (रेई, वाटिकन रेडियो): झारखंड में एक ईसाई महिला की हत्या के मामले में पुलिस ने चार युवकों को गिरफ्तार किया है। पिछले दो माहों में, भारत में, यह ईसाईयों की हत्या का पाँचवा मामला है।
स्थानीय मीडिया ने रिपोर्ट में बताया कि उक्त चार युवकों की पहचान नहीं हो पाई है तथापि, उनसे 25 जुलाई को खुंटी ज़िले के रेडहदी गाँव में मारी गई 25 वर्षीय सुमन मुंडा की मौत पर पूछताछ की जा रही है।
धर्माध्यक्ष का चिन्ता
23 जुलाई को खुंटी के धर्माध्यक्ष बिनय कन्डुलना ने ऊका समाचार से कहा, "यह एक गंभीर चिंता का विषय है क्योंकि राज्य के इसी ज़िले में पिछले महीने ही एक और ईसाई व्यक्ति को मारा गया था। प्रशासन के साथ-साथ नेताओं को भी इस पर ध्यान देना होगा तथा उचित कदम उठाना होगा।"
धर्माध्यक्ष कन्डुलना ने कहा, "किसी भी धर्म का अनुयायी ईश्वर की सृष्टि है और हमें सभी का सम्मान करना होगा, लेकिन कुछ निहित स्वार्थी समूह राज्य में विभिन्न धर्मों के बीच नफ़रत फैलाने के लिए अल्पसंख्यकों को लक्षित करने की कोशिश कर रहे हैं, जो अन्यथा शांतिप्रिय लोग हैं।"
गुमनामी का अनुरोध करते हुए एक स्थानीय पादरी ने अंतर्राष्ट्रीय ईसाई उत्कंठा संगठन को बताया कि सुमन मुंडा ने छह साल पहले ईसाई धर्म का आलिंगन कर लिया था, जिसके बाद कट्टरपंथी हिंदू राष्ट्रवादियों ने उन्हें परेशान करना शुरू कर दिया था।
दो माहों में पाँच हत्याएं
25 मई को 38 वर्षीय बिजय माण्डवी का मृत शव छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले के बद्दी गांव के पास एक जंगल में पाया गया था। 14 साल के समारू मदकामी की हत्या धार्मिक कट्टरपंथियों द्वारा 4 जून को पूर्वी राज्य ओडिशा के नक्सल प्रभावित मलकानगिरी जिले के केंदुगुडा गांव में कर दी गई थी। 27 साल के रामजी मुंडा की 24 जून को झारखंड में खूंटी जिले के बाहरी इलाके में अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी थी। 10 जुलाई को महाराष्ट्र के गढ़चिरौली के पादरी मुन्सी देव टंडो की माओवादी विद्रोहियों द्वारा कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
झारखंड आदिवासी संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष नाबोर एक्का ने ऊका समाचार से कहा, "झारखंड में पहले कभी भी इस तरह की नफरत नहीं देखी गई थी, लेकिन अब यह अक्सर रिपोर्ट की जाती है, इसलिए हम सभी को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए और सामूहिक रूप से इस मुद्दे पर विचार करना चाहिए।"
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