बुर्किना फासो के लोग बुर्किना फासो के लोग 

बुर्किना फासो अस्पतालों के लिए संसाधनों की अपील, फा. ओडेरागो

बुर्किनाबे पुरोहित फादर मोडेस्टे ओडेरागो पश्चिम-अफ्रीकी देश में कोविद -19 के खिलाफ लड़ाई के लिए प्रशिक्षित कर्मचारियों और अस्पतालों में बेहतर संसाधनों की मांग करते हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

बुर्किनाबे, मंगलवार 7 जुलाई 2020 (वाटिकन न्यूज) : दुनिया भर के कई देश कोविद -19 लॉकडाउन प्रतिबंधों को कम कर रहे हैं और अपनी अर्थव्यवस्थाओं को फिर से शुरू कर रहे हैं। इम देशों में पिछले महीनों में ठहराव आया है और कुछ देश अभी भी कोविद -19 संक्रमण दर को नियंत्रण में रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अब तक, बुर्किना फासो ने कथित तौर पर कोरोना वायरस के 1003 मामलों की पुष्टि की और कुल 53 की मौत हुई है। कोरोना वायरस ने अफ्रीकी महाद्वीप के 400,000 से अधिक लोगों को प्रभावित किया है।

इस स्थिति पर प्रतिक्रिया करते हुए, कमिलियन धर्मसंध के फादर मोडेस्टे ओडेरागो ने कहा कि अफ्रीकी देशों में सबसे अधिक मृत्यु दर "पश्चिम अफ्रीका में है।" उन्होंने कहा कि संसाधनों और योग्य स्वास्थ्यकर्मियों की कमी के कारण हम सबसे गंभीर मामलों के उपचार नहीं कर पाते हैं। फादर मोडस्टे में संत कमिलस अस्पताल, औगाडौगू में एक डॉक्टर के रूप में कार्य करते हैं।

अपर्याप्त संसाधन

कमिलियन पुरोहित के लिए चिंता का प्रमुख कारण "साधन और संसाधनों की कमी है।" उन्होंने बताया कि पूरे देश में, 20 मिलियन लोगों के लिए केवल सत्रह रेस्पिरेटर यंत्र हैं और "कोविद -19 रोगियों के लिए केवल तीन अस्पताल सुसज्जित और समर्पित हैं।"

उन्होंने कहा कि लोगों के पास मास्क और सुरक्षात्मक उपकरणों की कमी है और अस्पतालों में योग्य कर्मचारियों की भी कमी हैं। संत कमिलस अस्पताल में जहां फादर ओडेरागो काम करते हैं, वहाँ लगभग 401 स्थायी कर्मचारी और 100 बाहरी कर्मचारी हैं जो लगभग 900 मरीजों की देखभाल करते हैं। सरकार सिर्फ 50 कर्मचारियों के वेतन का भुगतान करके अस्पताल का समर्थन करती है।

केवल एक प्रयोगशाला

फादर ओडेरागो ने बताया कि इस क्षेत्र में एकमात्र प्रयोगशाला बोबो-डुआलासो में स्थित है, जो "राजधानी से पांच घंटे की ड्राइव" है। इसका मतलब है कि पूरे देश में संदिग्ध मामलों में कम से कम बारह घंटे उनके परिणामों के लिए इंतजार करना होगा। इस स्थिति से चिंतित, फादर ओडेरागो ने बताया कि अस्पताल ने सरकार के साथ मिलकर निदानकारी परीक्षण करने के लिए अपना बायोमोलेक्यूलर रिसर्च सेंटर उपलब्ध कराया।

कोविड -19 केस

अफ्रीकी महाद्वीप पर कोविद -19 संकट पर टिप्पणी करते हुए फादर ओडेरागो ने कहा कि बुर्किनाबे आबादी की शुरुआती प्रतिक्रिया डर थी। वे सभी ईश्वर की ओर मुड़े और प्रार्थना करने लगे।

पश्चिमी देशों में कई मौतों को देखकर, हर कोई सोचता था कि अफ्रीका इस तरह की तबाही को कैसे सह पायेगा। फादर ओडेरागो ने कहा कि बुर्किना फ़ासो सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधात्मक उपायों को स्वीकार करना लोगों के लिए बहुत कठिन था। इसका कारण यह है कि अधिकांश लोग सड़क के किनार कुछ बेचकर अपने परिवार की रोजी-रोटी की व्यवस्था करते हैं।

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07 July 2020, 14:25