हॉन्ग कॉन्ग में विरोध प्रदर्शन, तस्वीरः01.07.2020 हॉन्ग कॉन्ग में विरोध प्रदर्शन, तस्वीरः01.07.2020 

हॉन्ग कॉन्ग के लिये प्रार्थना का आग्रह किया कार्डिनल बो ने

म्यानमार के काथलिक धर्माधिपति कार्डिनल चार्ल्स बो ने सम्पूर्ण विश्व के ख्रीस्तानुयायियों से हॉन्ग कॉन्ग के लिये प्रार्थना की अपील की है। चीन की सरकार ने, आम जनता के साथ परामर्श के बिना, हॉन्ग कॉन्ग पर एक नया राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू किया, जो हांगकांग की स्वतंत्रता का अतिक्रमण करता है।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

म्यानमार, शुक्रवार, 3 जुलाई 2020 (ऊका समाचार): म्यानमार के काथलिक धर्माधिपति कार्डिनल चार्ल्स बो ने सम्पूर्ण विश्व के ख्रीस्तानुयायियों से हॉन्ग कॉन्ग के लिये प्रार्थना की अपील की है। चीन की सरकार ने, आम जनता के साथ परामर्श के बिना, हॉन्ग कॉन्ग पर एक नया राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू किया, जो हांगकांग की स्वतंत्रता का अतिक्रमण करता तथा शहर की "उच्च स्तरीय स्वायत्तता" का वादा करने वाली "एक देश, दो प्रणाली" सिद्धांत का उल्लंघन करता है।

हॉन्ग कॉन्ग के लिये आग्रह

कार्डिनल बो ने एक पत्र प्रकाशित कर लिखा, "एशियाई धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के संघ की ओर से,  मैं, सम्पूर्ण एशिया एवं विश्व के समस्त ख्रीस्तानुयायियों और अन्य सभी धर्मों के लोगों को, हाँगकाँग के लिए प्रार्थना करने हेतु और वस्तुतः, चीन और उसके सभी लोगों के लिए सतत प्रार्थना हेतु आमंत्रित करता हूँ।"

उन्होंने लिखा, "हॉन्ग कॉन्ग एशिया का एक अनमोल रत्न है, वह पूर्व का मोती है, पूर्व और पश्चिम के बीच एक चौराहा, चीन के लिए एक प्रवेश द्वार, मुक्त व्यापार के लिए एक क्षेत्रीय केंद्र और अब तक स्वतंत्रता और रचनात्मकता का एक स्वस्थ मिश्रण रहा है।"

मानवाधिकारों और स्वतंत्रता की सुरक्षा अनिवार्य

कार्डिनल बो ने लिखा, "राष्ट्रीय सुरक्षा कानून अपने आप में गलत नहीं है। प्रत्येक देश को राष्ट्रीय सुरक्षा हेतु कानून बनाने का अधिकार है। हालांकि, इस तरह के कानून को मानव अधिकारों, मानवीय गरिमा और बुनियादी स्वतंत्रता की सुरक्षा के साथ संतुलित किया जाना चाहिए। चीन की नेशनल पीपुल्स कांग्रेस द्वारा कानून को लागू करने से हांगकांग की विधान परिषद और हांगकांग की स्वायत्तता कमजोर हुई है। इससे हांगकांग की पहचान पर कुठाराघात हुआ है।"

कार्डिनल की उत्कंठा

उन्होंने लिखा, "मुझे चिंता है कि उक्त कानून हांगकांग में बुनियादी स्वतंत्रता और मानव अधिकारों के लिए एक महान ख़तरा है। यह कानून संभावित रूप से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, विधानसभा की स्वतंत्रता, मीडिया स्वतंत्रता और अकादमिक स्वतंत्रता को कमजोर करता है। यह यकीनन, धर्मपालन अथवा विश्वास की स्वतंत्रता को ख़तरे में डालता है। मेरी प्रार्थना है कि यह कानून सरकार को हॉन्ग कॉन्ग के धार्मिक संगठनों के आन्तरिक मामलों तथा उनके द्वारा प्रदत्त सेवाओं में दखल देने का लाईसेन्स सिद्ध नहीं हो।"

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03 July 2020, 11:11