ब्राजील की एक नर्स ब्राजील की एक नर्स 

कोविड-19 :ब्राजील में मामले बढ़े, ब्रिटेन में सफलता की घोषणा

ब्राजील में कोविड -19 के कारण मृत्यु दर बढ़ी, चीन में वायरस के नये मामले बढ़े और ब्रिटेन ने वैज्ञानिक सफलता की घोषणा की।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 18 जून 2020 (वीएन) – विश्वभर में कोरोना वायरस से  इस समय करीब 83,51,428 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।  

जोन्स होपकिन्स विश्वविद्यालय की रिपोर्ट अनुसार करीब 40,76, 245 लोग स्वस्थ हो चुके हैं जबकि लगभग 4,49,229 लोगों की मौत हो चुकी है।

ब्राजील में संकमण के मामलों में वृद्धि

ब्राजील में मंगलवार को 24 घंटे के अंदर कोरोना वायरस से संक्रमण के 34,000 मामले सामने आये, जिसके कारण, वहाँ अबतक कुल 955.377 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है जबकि 46,510 लोगों की मौत हो चुकी है। इस रिकोर्ड के आधार पर कोरोना वायरस से ब्राजील, अमरीका के बाद दूसरा सबसे अधिक संक्रमित देश बन गया है।

चीन में कोरोना वायरस के मामले फिर बढ़ रहे हैं

बीजिंग में कोरोनोवायरस के फिर नये मामले सामने आये हैं। पिछले हफ्तों में 137 मामलों की पुष्टि हुई है। चीन की सरकार ने देश में संक्रमण रोकने के लिए उपाय भी अपनायें हैं। चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बुधवार को कोविड-19 के 31 नये मामलों की पुष्टि दी। विश्व स्वास्थ्य संगठन के वेबसाईट अनुसार इससे संक्रमित होने का पहला नया मामला 11 जून को सामने आया था।  

स्कूल जो कुछ दिनों पहले खुले थे उन्हें फिर बंद कर दिया गया है और कम्पनियों को घर से काम करने हेतु प्रोत्साहन देने के लिए कहा गया है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने 27 पड़ोसियों को भी अलग कर दिया है और राजधानी से बाहर आवाजाही पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं।

कोविड-19 से पिछले साल वुहान में संक्रमण की शुरूआत से अब तक चीन में 83,000 लोग संक्रमित हुए हैं और 4,600 लोगों की मौत हो चुकी है। बीजिंग में संक्रमण का यह हालिया उद्भव लगभग दो महीने के अंतराल के बाद आया है।

भारत में कुल संक्रमितों को संख्या 3,66.946 है 12.237 लोगों की मौत हुई है एवं 194.325 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। कोविड-19 का पहला मामला भारत में 30 जनवरी 2020 को रिपोर्ट किया गया था।

यूके में खोज

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू एच ओ) ने मंगलवार को जारी एक बयान में यूनाइटेड किंगडम से कोरोनावायरस अनुसंधान में एक सफलता का स्वागत किया है। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि प्रारंभिक नैदानिक ​​परीक्षण के परिणाम बताते हैं कि डेक्सामेथसोन, कॉर्टिकोस्टेरॉइड का प्रयोग, "उन रोगियों के लिए जीवन भर हो सकता है जो कोविद -19 के साथ गंभीर रूप से बीमार हैं।"

बयान से यह भी संकेत मिलता है कि वेंटिलेटर पर मरीजों के लिए, "उपचार ने मृत्यु दर को लगभग एक तिहाई कम कर दिया था" हालांकि, ऑक्सीजन की आवश्यकता वाले रोगियों के लिए, "मृत्यु दर लगभग पांच फीसदी कम हो गया था।"

डेक्सामेथसोन 1960 के दशक से सूजन संबंधी विकारों और कैंसर सहित कई स्थितियों में सूजन को कम करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह डब्ल्यूएचओ मॉडल लिस्ट ऑफ एसेंशियल मेडिसिन में सूचीबद्ध है, और डब्ल्यूएचओ के अनुसार, ज्यादातर देशों में उपलब्ध है।

समाचार पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, डब्लूएचओ के महानिदेशक, डॉ. टेड्रोस घेब्रेयियस ने कहा, "यह कोविद -19 के साथ रोगियों में मृत्यु दर को कम करने के लिए प्रस्तुत किया जानेवाला पहला उपचार है जिसमें ऑक्सीजन या वेंटिलेटर समर्थन की आवश्यकता होती है।" उन्होंने ब्रिटेन की सरकार, ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय और वैज्ञानिक सफलता में योगदान देने वाले अस्पतालों और रोगियों को बधाई दी है।

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18 June 2020, 15:41