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साइक्लोन अम्फाल का आगमन साइक्लोन अम्फाल का आगमन  

भारत/बांगलादेश में सुपर साइक्लोन अम्फाल का आगमन

यूएस जोइंट टायफून वार्निंग सेंटर के आंकड़ों के अनुसार एक सुपर चक्रवात अम्फान, बंगाल की खाड़ी में दर्ज की गई है जो 220-230 कि.मी प्रति धंटा की तेजी के साथ बांग्लादेश और भारत के तटीय क्षेत्रों की ओर बढ़ रहा है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 20 मई 2020 (वाटिकन न्यूज) : यूएस जोइंट टायफून वार्निंग सेंटर के आंकड़ों के अनुसार एक सुपर चक्रवात अम्फान बांग्लादेश और भारत के तटीय क्षेत्रों की ओर बढ़ रहा है और इसका आगमन आज निर्धारित है यह 220-230 किमी  प्रति घंटा की गति से आगे बढ़ रहा है।

बांग्लादेश

बांग्लादेश में अधिकारियों ने चक्रवात से लोगों को बचाने के लिए एक योजना शुरू की है। यूसीए न्यूज़ के अनुसार - देश के सभी बंदरगाहों और 14 तटीय जिलों के साथ-साथ द्वीपों से पाँच मिलियन से अधिक लोगों को खाली करना पड़ेगा और 12,780 एंटीसाइक्लोन आश्रयों में भेजना होगा, जिनमें से 4000 से अधिक में पहले से लोग मौजूद हैं।

दक्षिण बांग्लादेश के 10 जिलों को शामिल करने वाले कारितास खुलना ने अपनी आपदा प्रतिक्रिया योजना भी विकसित की है। कारितास खुलना के क्षेत्रीय निदेशक जिबोन डी दास ने यूसीए न्यूज़ को बताया कि उन्होंने  100 से अधिक लोगों और 1,000 से अधिक स्वयंसेवकों को तैयार किया है जिससे कि वे एंटीसाइक्लोन आश्रयों तक पहुंचाने में लोगों को मदद करेंगे। "हमने 40 आश्रयों को तैयार किया है और अन्य 30 को साफ किया जाएगा।" इसके अलावा, उन्होंने कहा कि आपातकालीन भोजन के लिए अनाज संग्रह किया गया है। गर्भवती महिलाओं और कोविद -19 के संभावित रोगियों के लिए आश्रयों में अलग कमरे उपलब्ध कराए गए हैं। "हम स्थानीय प्रशासन, पुलिस और स्वयंसेवकों के अन्य समूहों के साथ इस शक्तिशाली चक्रवात के प्रभाव को कम करने के लिए काम कर रहे हैं।

भारत में, सुपर साइक्लोन अम्फान का असर उड़ीसा और पश्चिम बंगाल राज्यों में होगा। पश्चिम बंगाल और ओडिशा के अलावा बांग्लादेश के कुछ इलाक़ों में इसके पहुंचने से पहले भारी बारिश हुई है। राहत कार्यों में लगी टीमें बड़ी संख्या में लोगों को तटीय इलाकों से दूर ऊंची जगहों पर पहुंचा रही।  काथलिक स्वयंसेवक सरकार के साथ ढाई लाख लोगों को निकालने के लिए सेना में शामिल हो गए हैं।

पश्चिम बंगाल

 पश्चिम बंगाल में कलकत्ता महाधर्मप्रांत की सामाजिक सेवाओं के निदेशक, फादर फ्रेंकलिन मेनेजेस ने उका न्यूज़ को बताया कि इस बड़े पैमाने पर निकासी मिशन में सरकारी एजेंसियों और अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं में काथलिक स्वयंसेवी शामिल हो गए हैं। कलीसिया अपने समुदाय के स्कूलों और हॉलों को खाली किया है जिससे कि वहाँ लोगों को रखा जा सके। क्योंकि "पूर्ण प्राथमिकता लोगों के जीवन की रक्षा करना है।"

उड़ीसा

उड़ीसा में बालासोर धर्मप्रांत के सामाजिक सेवाओं के निदेशक फादर लिजो जॉर्ज ने निकासी प्रक्रिया में भाग लेने के लिए सरकारी अनुमति की प्रतीक्षा करते हुए कहा कि "ज्यादातर मामलों में, गांव के लोग अपने घरों को छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं, क्योंकि स्थिति की गंभीरता के बारे में आश्वस्त नहीं हैं।"। "चक्रवात सरकार के लिए एक और बड़ा बोझ होगा और लाखों लोगों के दुख को और बढ़ा देगा।"

भारत के मौसम विभाग का कहना है कि अम्फान तूफ़ान के कमज़ोर होकर खतरनाक चक्रवातीय तूफान में बदलने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक़ बुधवार दोपहर तक अम्फान तूफ़ान बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तट के पास पहुंच जाएगा। भारत के गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि पश्चिम बंगाल और उड़ीसा जैसे राज्यों में मौजूदा आश्रय स्थलों का इस्तेमाल क्वारंटीन सेंटर्स के तौर पर किया जा रहा है और इस वजह से तटीय इलाकों से हटाये जाने वाले लोगों को ठहराने में दिक्कत हो रही है।

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20 May 2020, 15:27