विशाखापटनम में गैसलीक के बाद लोगों को बाहर निकालते  स्वास्थ्यकर्मी, 7.05.2020 विशाखापटनम में गैसलीक के बाद लोगों को बाहर निकालते स्वास्थ्यकर्मी, 7.05.2020 

गैस लीक ने बढ़ाई कोविद से लड़ते भारत की समस्याएँ, कार्डिनल

मुम्बई के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल ऑज़वर्ल्ड ग्रेशियस ने आन्ध्रप्रदेश, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ में हुई गैस की दुर्धटनाओं में मारे गये कम से कम 11 लोगों की मौत पर गहन शोक व्यक्त कर कहा है कि गैस लीक की घटनाओं ने कोरोना वायरस महामारी से संघर्षरत भारत पर और अधिक दबाव डाल दिया है।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

विशाखापटनम, शुक्रवार, 8 मई 2020 (ऊकान्यूज़.कॉम): मुम्बई के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल ऑज़वर्ल्ड ग्रेशियस ने आन्ध्रप्रदेश, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ में हुई गैस की दुर्धटनाओं में मारे गये कम से कम 11 लोगों की मौत पर गहन शोक व्यक्त कर कहा है कि गैस लीक की घटनाओं ने कोरोना वायरस महामारी से संघर्षरत भारत पर और अधिक दबाव डाल दिया है।

तीन औद्योगिक दुर्घटनाएँ

कोविद -19 महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई में एक बड़ी बाधा तब उत्पन्न हुई जब देश में एक के बाद एक तीन औद्योगिक दुर्घटनाएँ हुई।  

पहला दुर्घटना में, आंध्र प्रदेश के विशाखापटनम स्थित दक्षिण कोरियाई फैक्टरी एलजी पॉलिमर्स प्लांट से गुरुवार सुबह केमिकल गैस लीक होने के कारण कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई तथा लगभग 350 लोगों को अस्पतालों भर्ती करना पड़ा है। इस फैक्टरी में पॉलिस्टरीन उत्पादन का काम होता रहा था।  

दूसरी दुर्घटना में, तमिलनाडु के कुड्डालोर के निकटवर्ती एक सरकारी थर्मल पावर प्लांट में बॉयलर विस्फोट में आठ लोग घायल हो गए और तीसरी दुर्घटना छत्तीसगढ़ के रायगढ़ शहर में हुई, जब एक कागज बनाने वाली फैक्ट्री से लीक हुई जहरीली गैस के संपर्क में आ जाने के बाद सात लोग घायल हो गये।  

सांस लेना दूभर

विशाखापत्तनम में एलजी पॉलिमर प्लांट के गैस रिसाव के कारण आस-पास के गांवों को खाली कर दिया गया है इसलिये कि सैकड़ों लोग तथा पशु, जहरीली गैस में श्वास लेने के कारण सड़कों के किनारे बेहोश होने लगे थे। गुरुवार तड़के प्लांट से जब गैस लीक हुई तब गाँव के लोग सो रहे थे। ग्रेटर विशाखापटनम म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन के कमिश्नर श्रीजाना गुमाला के अनुसार, "सैकड़ों लोगों के भीतर सांस के ज़रिए यह गैस चली गई है। इससे लोग या तो बेहोशी की हालत में हैं या फिर सांस लेने में समस्या हो रही है।"

1961 में निर्मित यह कैमिकल प्लांट हिंदुस्तान पॉलिमर्स का था जिसका अधिग्रहण 1997 में दक्षिण कोरियाई कंपनी एलजी ने कर लिया था।

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08 May 2020, 11:37