खोज

फ्राँस में पुलिस सुरक्षा फ्राँस में पुलिस सुरक्षा 

फ्रांस द्वारा पूजा स्थलों पर प्रतिबंध समाप्त करने का आदेश

फ्रांस की एक अदालत ने फैसला सुनाया है कि सरकार को पूजा स्थलों पर प्रतिबंध समाप्त करनी चाहिए। अधिकारियों ने दावा किया कि इस साल की शुरुआत में एक एवांजेलिकल मण्डली में एक संक्रमण पाये जाने के बाद कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए उपायों की आवश्यकता थी।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

पेरिस, बुधवार 20 मई 2020 (वाटिकन न्यूज) : फ्रांस की प्रशासनिक अदालत ने सरकार को आठ दिनों के भीतर गिरजाघरों और अन्य धार्मिक स्थानों में बैठकों पर प्रतिबंध हटाने का आदेश दिया। फ्रांसीसी अधिकारियों ने प्रतिबंध का बचाव करते हुए कहा था कि कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए इसकी आवश्यकता थी।

अधिकारियों का कहना है कि फ्रांस में कोरोना वायरस बीमारी से 28,000 से अधिक लोग मारे गए हैं। वर्तमान में, अंतिम संस्कारों को छोड़कर पूजा स्थलों में सभी सभाओं पर प्रतिबंध है। अंतिम संस्कार में 20 लोग भाग ले सकते हैं।

हालांकि, न्यायाधीश ने कहा कि 10 लोगों के निजी समारोहों को अब अनुमति दी गई है, प्रतिबंध "सार्वजनिक स्वास्थ्य के संरक्षण के उद्देश्य को देखते हुए अनुपातहीन था।"

कुछ पृष्ठभूमि

फ्रांस में फरवरी में कोविद -19 मामला एवांजेलिकल मण्डली में शुरु हुआ। मुलहाउस शहर में एक सप्ताह के सम्मेलन के लिए हजारों लोग एकत्रित हुए।

मंडली के पादरी, पोर्ट ऑवरेते का कहना है कि उपासकों को धमकी दी गई थी। दुनिया भर में 2,500 से अधिक कोरोना मामलों को उसकी मण्डली से जोड़ा गया है।

पादरी सैमुअल पीटरस्मिट भी कोरोना से संक्रमित हुए थे। उन्होंने कहा, "सोशल मीडिया पर अपेक्षाकृत हिंसक प्रतिक्रियाएं आई हैं। उन्हें कई धमकियां भी मिलीं, यहां तक ​​कि उन्हें कलाशनिकोव राइफल से गोली मार देनी चाहिए। चर्च को जलाना चाहिए। इत्यादि।"

"हमारे पास ऐसे लोग हैं जिनपर उनके कार्यस्थल पर हमला हुआ है, ऐसे लोग जिनके पास अपने पड़ोसियों से गंदी-गंदी बातें सुनने की मिली। बेशक, लोग डरते थे।" लेकिन पादरी ने जोर देकर कहा, "यह युद्ध का समय नहीं है। हमें बीमारी के खिलाफ एकजुट होना चाहिए। हमें गलत दुश्मन का चयन नहीं करना चाहिए।"

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

20 May 2020, 15:59